स्वतंत्र आवाज़
word map

पत्रकार प्रवीण कुमार की पुस्तक 'योद्धा योगी'

विधानसभा के सेंट्रल हाल में पुस्तक का संयुक्त विमोचन

सुझाव मानना योगी के व्यक्तित्व का अद्भुत पक्ष-नाईक

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Wednesday 17 October 2018 01:20:57 PM

joint release of praveen kumar yodhya yogi book

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने विधानसभा के सेंट्रल हाल में टाइम्स ऑफ इंडिया के सहायक स्थानीय सम्पादक प्रवीण कुमार की पुस्तक ‘योद्धा योगी’ का लोकार्पण किया। प्रवीण कुमार की पूर्व में प्रकाशित मूल पुस्तक ‘योगी आदित्यनाथः द राइज ऑफ सैफरन सोशलिस्ट’ अंग्रेजी में है, जिसका अंग्रेजी से हिंदी में अनुवाद नवभारत टाइम्स के वरिष्ठ संवाददाता प्रेमशंकर मिश्र ने किया है। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष हृदयनारायण दीक्षित, संसदीयकार्य एवं नगरविकास मंत्री सुरेश खन्ना, राज्यमंत्री डॉ महेंद्र सिंह, राज्यमंत्री अनुपमा जायसवाल और विशिष्टजन उपस्थित थे। राज्यपाल ने पुस्तक की सराहना करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जीवन पर आधारित पुस्तक वास्तव में बोलती हुई किताब है, जिसकी भाषा भी सुंदर है और शीर्षक आकर्षित करने वाला है।
राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि यह पुस्तक इस बात का परिचय देती है कि कैसे एक सामान्य व्यक्ति संत से लेकर मुख्यमंत्री पद तक की यात्रा करता है। उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ समाजकार्य करने वाले संत हैं, उनकी कार्यशैली प्रभावित करने वाली है तथा दूसरों के अच्छे एवं तर्कसंगत सुझाव मानना उनके व्यक्तित्व का अद्भुत पक्ष है। उन्होंने कहा कि पुस्तक को दो भाषाओं तक सीमित न रखते हुए उसका अन्य भाषाओं में भी अनुवाद होना चाहिए। राज्यपाल ने मुख्यमंत्री के गुरु महंत अवैद्यनाथ को याद करते हुए कहा कि वे लोकसभा में उनके सहयोगी रहे हैं, वे वास्तव में योगी आदित्यनाथ के शिल्पकार हैं और समाजसेवा का संकल्प उनको अपने गुरु से विरासत में मिला है। योगी आदित्यनाथ पांच बार लोकसभा के सदस्य रहे हैं, उनका एक साहित्यिक पक्ष भी है, उन्होंने गोरखनाथ मंदिर से प्रकाशित ‘योगवाणी’ ‘हठयोगः स्वरूप और साधना’ जैसी कई पुस्तकें भी लिखी हैं। वे संत के साथ-साथ एक लोकप्रिय जनप्रतिनिधि भी हैं, इसलिए आम आदमी को उनके जीवन की जानकारी होना आवश्यक है।
राज्यपाल ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस का आयोजन करके उत्तर प्रदेश को एक नई पहचान दी है। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि पुस्तक में राज्यपाल के एक चित्र के अलावा उनका और कहीं नाम नहीं है, जबकि संविधान के अनुसार राज्यपाल ही मुख्यमंत्री की नियुक्ति करता है और पद की शपथ भी दिलाता है, इसलिए उनको भी श्रेय मिलना चाहिए था। राज्यपाल ने विधान भवन में महात्मा गांधी तथा मुख्यमंत्री दीर्घा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं सेंट्रल हाल में विधानसभा अध्यक्ष हृदयनारायण दीक्षित के तैल चित्र का अनावरण भी किया। हृदयनारायण दीक्षित ने पुस्तक की सराहना करते हुए कहा कि योगी आदित्यनाथ इसलिए महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि वे राष्ट्रवाद और भारतीय संस्कृति के पक्षधर हैं। उन्होंने कहा कि लेखक की लेखनी शैली अद्भुत है।
नगर विकास और संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि योगी आदित्यनाथ एक सामान्य परिवार में पले बढ़े हैं और आज उत्तर प्रदेश जैसे बड़ी आबादी वाले 22 करोड़ लोगों के मुख्यमंत्री हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे में उनके प्रति लोगों की जिज्ञासा स्वाभाविक है। उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ आम आदमी के जीवन को बेहतर बनाने के लिए मेहनत और परिश्रम के बल पर बदलाव लाना चाहते हैं। सुरेश खन्ना ने कहा कि ईमानदार मुख्यमंत्री के रूपमें उनका यश बढ़ा है। कार्यक्रम में फिल्म निर्देशक एवं चरित्र अभिनेता सतीश कौशिक आदि ने भी अपने विचार रखे। स्वागत उद्बोधन लेखक प्रवीण कुमार ने दिया तथा धन्यवाद ज्ञापन टाइम्स ऑफ इंडिया के स्थानीय संपादक राजा बोस ने किया।

हिन्दी या अंग्रेजी [भाषा बदलने के लिए प्रेस F12]