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'यूपी में संक्रामक रोगों पर प्रभावी नियंत्रण'

जनता घबराए नहीं व अफवाहों पर ध्यान न दे-स्वास्‍थ्य मंत्री

सिद्धार्थनाथ सिंह ने की मीडिया से संयमित रिर्पोटिंग की अपील

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Thursday 20 September 2018 03:33:29 PM

health minister siddhartha nath singh

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने जनता से कहा है कि संक्रामक रोगों पर प्रभावी नियंत्रण है, वह घबराए नहीं और अफवाहों पर ध्यान न दे। उन्होंने कहा कि विभिन्न मीडिया माध्यमों में संक्रामक रोगों के संदर्भ में चलाए जा रहे भ्रामक समाचारों से समाज में भय की स्थिति उत्पन्न होने की सम्भावना है। स्वास्‍थ्य मंत्री ने मीडिया से संयमित रिर्पोटिंग की अपील की है और कहा है कि स्वास्थ्य विभाग के नेतृत्व में अन्य विभागों के सम्मिलित निरोधात्मक एवं उपचारात्मक प्रयासों से प्रदेश के विभिन्न जनपदों में संक्रामक रोगों की स्थिति पूर्णतया नियंत्रण में है। सिद्धार्थनाथ सिंह ने बताया कि जनपद बरेली में 20 अगस्त 2018 से ही संक्रामक रोग के नियंत्रण हेतु जनपदस्तरीय टीम काम कर रही है, इस समय जनपद में कुल 91 टीमें सक्रिय हैं, जिसने अबतक कुल 63329 ज्वर के रोगियों की जांच एवं सफल उपचार सुनिश्चित किया है।
सिद्धार्थनाथ सिंह ने बताया कि 10299 रोगियों की ब्लड स्लाइड बनाई गई तथा 42880 रोगियों की जांच रैपिड डायग्नोस्टिक किट के माध्यम से की गई, इन जांचों में कुल 8984 रोगी मलेरिया धनात्मक पाए गए, इनको समुचित उपचार प्रदान करते हुए इनके घरों के आस-पास समन्वित वेक्टरजनित रोग नियंत्रण और ज्वर रोगियों के रक्तपरीक्षण की कार्रवाई सम्पादित की गई है। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि आउटब्रेक के अन्य सम्भावित कारणों की पहचान के लिए बरेली जनपद से 10 ज्वर रोगियों का रक्त संकलन किया गया है, जिसकी जांच स्टेट लैब लखनऊ में की गई, जिनमें से समस्त नमूने ऋणात्मक पाए गए। उन्होंने बताया कि जनपद बरेली में ज्वर सम्बंधित लक्षणों के कारण कुल 24 मृत्यु हुई हैं, जबकि अन्य कारणों जैसे एक्सीडेंट, कैंसर, सिरोसिस, रीनल फेल्योर इत्यादि कारणों से 21 मृत्यु रिपोर्ट हुई हैं।
स्वास्‍थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने बताया कि जनपद में निरोधात्मक कार्रवाई के सतत पर्यवेक्षण के लिए एक राज्यस्तरीय दल कैम्प कर रहा है, इसी प्रकार जनपद बदायूं में संक्रामक रोगों की स्थिति को दृष्टिगत रखते हुए 10 अगस्त 2018 से ही जनपदस्तरीय संक्रामक रोग नियंत्रण टीम को सक्रिय कर निरोधात्मक कार्रवाई प्रारम्भ की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि प्रकरण की गंभीरता को दृष्टिगत रखते हुए उच्चस्तरीय अधिकारियों के दिशा-निर्देश में केंद्रीय स्तर एवं राज्यस्तर की टीमों को भी नियंत्रण कार्रवाई में लगाया गया है। उन्होंने बताया कि इस समय जनपद बदायूं में कुल 53 टीमें क्रियाशील हैं, इन टीमों ने कुल 30,361 ज्वर रोगियों को उपचार प्रदान किया है, जिसमें से 8,917 रोगियों की स्लाइड बनाई गई तथा 12,450 रैपिड डायग्नोस्टिक किट से जांच की गई। जांच किए गए रोगियों में से 1,927 रोगी मलेरिया धनात्मक पाए गए, जिनका समुचित उपचार किया गया तथा इन रोगियों के घरों के आस-पास आवश्यक निरोधात्मक कार्रवाई जैसे सोर्स रिडक्शन, छिड़काव तथा स्वास्थ्य शिक्षा प्रदान की गई है।
सिद्धार्थनाथ सिंह ने बताया कि आउटब्रेक के अन्य सम्भावित कारणों में बदायूं में ज्वर रोगियों का उपचार एवं रक्त परीक्षण की पहचान के लिए बदायूं जनपद से 30 रोगियों का रक्त संकलन किया गया, जिसकी जांच स्टेट लैब लखनऊ में की गई, जिनमें से एक रोगी डेंगू धनात्मक पाया गया। बदायूं जनपद में अबतक ज्वर के कारण कुल 23 मृत्यु हुई हैं, जबकि अन्य कारणों से हुई मौतों की संख्या 115 है। उन्होंने बताया कि जनपद बरेली एवं बदायूं से जलजनित रोगों की पहचान के लिए कुल 6 जल के नमूने एकत्रित किए गए थे, जिनका परीक्षण रीजनल प्रयोगशाला में किया गया, इनमें से तीन नमूने उत्तम, एक नमूना संतोषजनक, एक नमूना संदेहास्पद एवं एक नमूना असंतोषजनक पाया गया है। उन्होंने बताया कि इन नमूने के परिणाम के आधार पर अग्रिम कार्रवाई हेतु सम्बंधित जनपदों को आवश्यक दिशा-निर्देश निर्गत कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि जनपद हरदोई में 6 सितम्बर से संक्रामक रोगों के प्रसार की सूचना प्राप्त होने पर कुल 14 संक्रामक रोग नियंत्रण टीमों नें प्रभावित क्षेत्रों का भ्रमण किया एवं 1985 ज्वर रोगियों का परीक्षण एवं उपचार किया गया। उन्होंने बताया कि जनपद में अबतक ज्वर के कारण कुल 12 रोगियों की मृत्यु हुई है, जबकि अन्य कारणों से कुल 17 व्यक्तियों की मृत्यु रिपोर्ट हुई हैं।
स्वास्‍थ्य मंत्री ने बताया कि जनपद बहराईच में विगत डेढ़ माह से संक्रामक रोग नियंत्रण के लिए त्वरित एवं प्रभावी कार्रवाई संचालित है, इस अवधि में जनपद में अबतक कुल 70 व्यक्तियों की मृत्यु रिपोर्ट की गई है, जिनमें से 6 रोगियों की मृत्यु बुखार सम्बंधित लक्षणों के कारण हुई है। उन्होंने बताया कि जनपद पीलीभीत, शाहजहांपुर एवं सीतापुर से भी संक्रामक रोगों की सूचनाएं रिपोर्ट हुई हैं, जिसके क्रम में इन जनपदों में व्यापक स्तरपर निरोधात्मक एवं उपचारात्मक कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है, पीलीभीत में अबतक कुल 10310 ज्वर के रोगी को चिन्हित कर अग्रतर जांच एवं उपचार प्रदान किया गया है। उन्होंने बताया कि जनपद पीलीभीत में ज्वर के लक्षण से सम्बंधित 4 मृत्यु तथा अन्य कारणों से 19 मृत्यु रिपोर्ट हुई हैं। उन्होंने बताया कि जनपद शाहजहांपुर में कुल 12834 ज्वर रोगियों का परीक्षण एवं उपचार प्रदान किया गया।
जनपद सीतापुर में कुल 8075 बुखार के रोगी देखे गए जिनमें से कुल 1752 रोगियों का रक्त परीक्षण किया गया और कोई भी रोगी मलेरिया धनात्मक नहीं पाया गया। जनपद से बुखार के लक्षण से सम्बंधित 8 मृत्यु तथा अन्य कारणों से 26 मृत्यु रिपोर्ट हुई है। सिद्धार्थनाथ सिंह ने बताया कि सभी जनपदों में उपकेंद्र से जनपदस्तर तक की टीमों को हाईएलर्ट कर दिया गया है और ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में संक्रामक रोगों का एक्टिव सर्विलांस किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि संक्रामक रोगों से हुई मृत्युओं की डेथ आडिट भी नियमितरूप से कराई जा रही है, किसी भी प्रकार के संक्रामक रोग की सूचना प्राप्त होने पर आवश्यक एवं अनिवार्य निरोधात्मक कार्रवाई की जा रही है। ज्ञातव्य है कि वर्षाकाल के कारण मौसम में जो संक्रामक बीमारियां होती हैं, उनके कारण ऐसी स्थितियां बनती हैं जिन्हें विभिन्न नाम से पुकारा जाता है। स्वास्‍थ्य प्रशासन ने पहले ही ऐसी बीमारियों से जागरुक किया था और उनसे निपटने की पूरी व्यवस्‍था की गई थी। स्वास्‍थ्य विभाग इन बीमारियों से पूरी तरह से निपट रहा है।

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