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एनएसयूआई में जोश और चिंगारी-राज बब्बर

लखनऊ में एनएसयूआई ने निकाली छात्र आक्रोश रैली

राज बब्बर ने युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं में जोश भरा

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Monday 6 August 2018 01:53:41 PM

raj babbar fills enthusiasm among young congress workers

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बेरोज़गार एवं बेहाल छात्रों के अपमान और विभिन्न समस्याओं के खिलाफ और छात्रों की 11 सूत्रीय मांगों को लेकर भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन उत्तर प्रदेश मध्य जोन यानी एनएसयूआई ने लखनऊ में ‘छात्र आक्रोश रैली’ निकाली। एनएसयूआई के कार्यकर्ता जब ज्ञापन देने के लिए मुख्यमंत्री आवास की ओर जा रहे थे, उन्हें रास्ते में पुलिसबल ने बलपूर्वक बैरीकेंडिंग लगाकर और पानी की तेज़ बौछार डालकर रोका दिया गया। छात्रों का नेतृत्व कर रहे विधानपरिषद दल के नेता दीपक सिंह, एनएसयूआई के प्रभारी श्रोत गुप्ता, एनएसयूआई के राष्ट्रीय सचिव एवं मध्य जोन के प्रभारी सतवीर चौधरी, एनएसयूआई के मध्य जोन के अध्यक्ष मयंक तिवारी, प्रशांत तिवारी को पुलिस गिरफ्तार करके कैंट थाने ले गई, जहां देर सायं उनको रिहा कर दिया गया।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और सांसद राजबब्बर ने छात्र आक्रोश रैली में आए एनएसयूआई के कायकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि राहुल गांधी की सोच और उनके संकल्प को लेकर एनएसयूआई के अंदर इतना जोश और इतनी चिंगारी है कि वर्तमान सरकार नौजवानों, छात्रों पर जो अत्याचार कर रही है, उसके खिलाफ जो बात कहने के लिए निकले हैं, उसकी तपिश को कोई रोक नहीं पाएगा। उन्होंने छात्रों से कहा कि नेहरू भवन से निकलकर उन्हें महात्मा गांधी और राजीव गांधी की नीतियों के साथ सरकार को अपनी ताकत दिखानी है, सरकार को यह बता देना है कि अब छात्रों और नौजवानों का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। राज बब्बर ने कहा कि एनएसयूआई का एक-एक कार्यकर्ता और नौजवान सरकार की दमनकारी नीतियों के खिलाफ एकजुट हो चुका है।
कांग्रेस विधान परिषद दल के नेता दीपक सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रश्न किया कि उन्होंने कहा था कि देश में प्रतिवर्ष दो करोड़ को रोज़गार मिलेगा तो वह बताएं कि उस दो करोड़ में उत्तर प्रदेश के रोज़गार का हिस्सा कितना है? उन्होंने कहा कि प्राइमरी स्कूलों में ग़लत इतिहास पढ़ाया जा रहा है, उच्च शिक्षा में भ्रष्टाचारी कुलपतियों की नियुक्ति की जा रही है। उन्होंने कहा कि जहां छात्रों को ग़लत इतिहास पढ़ाया जा रहा है, वहीं छात्रों पर मुक़द्में दर्जकर उन्हें जेल भेजकर अपराधी बनाया जा रहा है। दीपक सिंह ने कहा कि आज छात्र और युवा परेशान हैं और सड़कों पर उतरकर संघर्ष करने के लिए विवश हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि छात्रों और नौजवानों की आवाज़ दबाकर मोदी और योगी सरकार लोकतंत्र का दमन कर रही है।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के युवा एवं एनएसयूआई के प्रभारी श्रोत गुप्ता ने भी प्रश्न किया कि योगी सरकार ने कहा था कि सरकार बनते ही 90 दिन में सभी रिक्त पदों पर भर्ती शुरू की जाएगी और नौजवानों को रोज़गार दिया जाएगा तो उसका क्या हुआ? उन्होंने कहा कि योगी सरकार के डेढ़ वर्ष बीत गए हैं और कुछ नहीं हुआ, उल्टे नौजवानों और छात्रों पर दमनात्मक कार्रवाई की जा रही है, विश्वविद्यालयों में छात्र नेताओं का प्रवेश रोका जा रहा है, जिसके खिलाफ एनएसयूआई का संघर्ष जारी रहेगा। एनएसयूआई के राष्ट्रीय सचिव एवं मध्य जोन के प्रभारी सतवीर चौधरी ने कहा कि एनएसयूआई पूरे देश में ‘छात्र आक्रोश रैली’ कर रहा है, बिहार, उत्तराखंड, राजस्थान में रैली की गई है, छात्रों एवं युवाओं की मांगों को लेकर एनएसयूआई सड़क से लेकर संसद तक संघर्ष करेगा।
एनएसयूआई के राष्ट्रीय संयोजक एवं मीडिया प्रभारी रोहित कश्यप ने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन विगत दिनों से छात्र अधिकार कानून बनाए जाने को लेकर कार्यकर रहा है, जिसमें प्रदेश सरकार से मांग की जा रही है कि व‌ह छात्र अधिकार कानून के तहत राष्ट्रीय और राज्य स्तरपर छात्र अधिकार आयोग का गठन, छात्र न्यायालयों का गठन, भारतीय चुनाव आयोग के तहत छात्र संघ चुनाव कराए जाने हेतु एक स्वतंत्र चुनाव आयोग गठित किए जाने आदि मुद्दों को प्राथमिकता देकर हल करे। एनएसयूआई के मध्य जोन के अध्यक्ष मयंक तिवारी ने कहा कि बेरोज़गारों, युवाओं एवं छात्रों की लड़ाई एनएसयूआई सदैव लड़ती रही है और आगे भी लड़ती रहेगी। उन्होंने कहा कि इसी क्रम में 8 अगस्त को संसद घेराव में उत्तर प्रदेश मध्य जोन के एनएसयूआई के कार्यकर्ता भारी संख्या में दिल्ली पहुंचेंगे।
छात्र आक्रोश रैली में पूर्व विधायक गयादीन अनुरागी, हनुमान त्रिपाठी, लखनऊ विश्वविद्यालय छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष रमेश श्रीवास्तव, युवा कांग्रेस के अध्यक्ष अंकित परिहार, अमित श्रीवास्तव त्यागी, आशिफ रिज़वी रिंकू, मनोज तिवारी, हुमेश सागर, प्रशांत तिवारी, प्रशांत सिंह, विशाल वर्मा, गुरदीप प्रकाश, अनस रहमान, आदित्य चौधरी, अमरनाथ शुक्ला, अज़मत शेख़, रजत बाजपेयी, सैलेश शुक्ला, शरद शुक्ला, प्रिंस कनौजिया, निखलेश प्रताप सिंह, समी खान, मुशीर खान, आसिफ वारसी, शिवम पांडेय, शिवम बाजपेयी, देवेश पांडेय, गौरव त्रिपाठी, सूर्यप्रकाश सिंह, विवेक कुमार सिंह, राहुल आनंद और वरिष्ठ कांग्रेसी एवं एनएसयूआई के पदाधिकारी प्रमुख रूपसे मौजूद थे।

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