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अफ्रीकी देशों में भी तीव्र विकास-प्रभु

'भारत की अफ्रीकी देशों से आर्थिक साझेदारी बढ़ी'

जोहान्सबर्ग में हुआ व्यावसायिक शिखर सम्मेलन

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Thursday 3 May 2018 01:18:38 PM

minister of commerce and industry suresh prabhu

जोहान्सबर्ग/ नई दिल्ली। भारत और दक्षिण अफ्रीका व्यावसायिक शिखर सम्मेलन दक्षिण अफ्रीका की राजधानी जोहान्सबर्ग में हुआ, जिसका प्रतिनिधित्व भारत सरकार में केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु ने किया। सुरेश प्रभु ने भारत-दक्षिण अफ्रीका व्यावसायिक शिखर सम्मेलन के दौरान कई द्विपक्षीय बैठकों में भाग लिया। सुरेश प्रभु ने दक्षिण अफ्रीका के व्यापार एवं उद्योग मंत्री डॉ रॉब डेविस और स्वाजीलैंड, बोत्सवाना एवं लेसोथो के मंत्रियों से भी भेंट की। उन्होंने भारत और इन देशों के बीच के ऐतिहासिक संबंधों पर प्रकाश डाला और भारत के इन देशों के साथ आर्थिक साझेदारी को आगे बढ़ाने का संकल्प व्यक्त किया।
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु ने भारत-दक्षिण अफ्रीका सीईओ फोरम के सदस्यों से भी भेंट की, जिन्होंने भारत-अफ्रीका संबंधों को मजबूत करने के लिए भारत सरकार के प्रयासों पर भरोसा जताया और इन संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए अपनी ओर से भरपूर समर्थन देने का वादा भी किया। सुरेश प्रभु ने दक्षिण अफ्रीकी विकास समुदाय के मंत्रियों से मुलाकात की और भारत-एसएडीसी संवाद में भाग लिया, जिसमें विभिन्न मंत्रियों एवं कारोबारी हस्तियों ने भाग लिया था। इन मंत्रियों एवं कारोबारी हस्तियों ने भारत और अफ्रीकी देशों के बीच व्यापार, निवेश एवं आर्थिक सहयोग के जरिए समृद्धि हासिल करने के लिए अपनी ओर से अथक प्रयास करने का संकल्प भी व्यक्त किया।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु ने भारत-दक्षिण अफ्रीका व्यावसायिक शिखर सम्मेलन के पूर्ण सत्र को संबोधित किया और भारत एवं दक्षिण अफ्रीका के बीच समुचित सामंजस्य बैठाने के बारे में चर्चाएं कीं जो विरासत से एकजुट हैं और समृद्धि के लिए एकीकृत भी हैं। सुरेश प्रभु ने कहा कि यह शिखर सम्मेलन लाभप्रद साबित होगा और भारत एवं दक्षिण अफ्रीका अगले कुछ वर्ष में विकास के पथ पर तेज़ी से अग्रसर हो जाएंगे। सुरेश प्रभु ने इस अवसर पर वहां रह रहे अनिवासी भारतीयों से मुलाकात की और कहा कि वे 150 वर्ष से भी अधिक अवधि से दोनों देशों के बीच एक पुल की भूमिका निभा रहे हैं तथा आर्थिक एवं वाणिज्यिक सहयोग के उज्ज्वल भविष्य की दृष्टि से अनिवासी भारतीयों से काफी उम्मीदें हैं।

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