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बाबासाहेब के हम सदा आभारी-मोदी

मां भारती के होनहार सपूत की याद में स्‍मारक

देशभर में मनाई गई डॉ आम्बेडकर की जयंती

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Saturday 14 April 2018 03:13:42 PM

narendra modi paying floral tributes to dr. bhim rao ambedkar

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज आम्बेडकर जयंती पर नागरिकों को शुभकामनाएं देते हुए कहा है कि पूज्य बाबासाहेब डॉ भीमराव रामजी आम्बेडकर ने समाज के सबसे ग़रीब और वंचित वर्गों के लाखों लोगों को आशा दी है, संविधान के निर्माण के प्रयासों के लिए हम उनके सदा आभारी रहेंगे। प्रधानमंत्री ने कल 26 अलीपुर रोड दिल्ली में डॉ भीमराव आम्बेडकर राष्ट्रीय स्मारक का उद्घाटन किया था और कार्यक्रम को भी संबोधित किया था। उन्होंने कहा कि सवा सौ करोड़ देशवासियों को डॉ आम्‍बेडकर राष्ट्रीय स्मारक के तौरपर एक अनमोल उपहार मिला है, बाबासाहेब की याद में निर्मित ये राष्‍ट्रीय स्‍मारक देश की तरफ से उन्‍हें भावभीनी श्रद्धां‍जलि है, यह उनके प्रति हम सबकी अटूट श्रद्धा को प्रकट करता है, सरकार की प्रतिबद्धता को प्रकट करता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यहां आकर लोग बाबासाहेब के जीवन से जुड़ी बातों को, उनकी दृष्टि को और बेहतर तरीके से समझ पाएंगे, ये स्‍मारक एक असाधारण व्‍यक्ति के असाधारण जीवन का प्रतीक है, ये स्‍मारक मां भारती के होनहार सपूत के आखिरी दिनों की यादगार है। उन्होंने इसके लिए सामाजिक न्‍याय एवं अधिकारिता मंत्रालय और भारत सरकार के संबंधित विभागों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि देश में बैसा‍खी का पर्व भी मनाया जा रहा है, बैसाखी हमारे अन्‍नदाता, हमारे किसान के परिश्रम को पूजने का दिवस है। नरेंद्र मोदी ने कहा कि बाबासाहेब से जुड़े पांच महत्‍वपूर्ण स्‍थानों को विकसित करने का हमें अवसर मिला है, जिनमें मध्य प्रदेश के महू में बाबासाहेब की जन्मभूमि, लंदन में डॉ आम्बेडकर मेमोरियल उनकी शिक्षाभूमि, नागपुर में दीक्षाभूमि, मुंबई में चैत्य भूमि और यहां दिल्ली में नेशनल मेमोरियल के तौरपर उनकी महापरिनिर्वाण भूमि शामिल हैं। उन्होंने कहा कि बाबासाहेब के विचारों का प्रतीक ये स्मार‌क दिल्ली की आन-बान-शान में एक और नजराना है।
नरेंद्र मोदी ने कहा कि बाबासाहेब की विचारधारा के मूल में समानता अनेक रूपों में निहित है, सम्मान की समानता, कानून की समानता, अधिकार की समानता, मानवीय गरिमा की समानता, अवसर की समानता। उन्होंने कहा कि दलित, पिछड़ों, आदिवासियों के सम्मान के लिए, उनके अधिकार के लिए हमारी सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है, एससी/एसटी पर अत्याचार से जुड़े मामलों की तेज सुनवाई के लिए विशेष अदालतों का गठन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सामाजिक अधिकार इस सरकार के लिए सिर्फ कहने-सुनने की बात नहीं, बल्कि ये हमारा कमिटमेंट है। उन्होंने कहा कि हम बाबासाहेब के सपनों का भारत बनाएंगे, न्यू इंडिया बनाएंगे। इस अवसर पर मोदी मंत्रीपरिषद के सहयोगी थावरचंद गहलोत, रामविलास पासवान, डॉ हर्षवर्धन, रामदास आठवले, विजय सांपला और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

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