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जैव प्रौद्योगिकी तकनीक बहुत उपयोगी-योगी

डॉ भीमराव अंबेडकर विवि में प्रथम नॉर्थ इंडियन साइंस कांग्रेस

'वैज्ञानिक परिस्थितियों के अनुरूप अपने अनुसंधान कार्य करें'

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Thursday 11 January 2018 03:58:10 AM

cm yogi adityanath

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि विज्ञान को अपनाकर विकास को प्राप्त किया जा सकता है और विज्ञान तभी मानवकल्याण कर सकता है, जब वह भौगोलिक परिस्थितियों के अनुरूप हो, इसके लिए आवश्यक है कि हमारे वैज्ञानिक वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए अपने अनुसंधान कार्य करें। उन्होंने कहा कि वर्तमान में जैव प्रौद्योगिकी तेजी से उभरती और व्यापक प्रभाव वाली तकनीक है, यह तकनीक नए और उपयोगी उत्पादों के माध्यम से राष्ट्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के साथ ही हानिकारक हाइड्रोकार्बन को कम करके यह प्रदूषण नियंत्रण में भी बड़ी भूमिका निभा सकती है। मुख्यमंत्री ने बाबासाहब डॉ भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय के 22वें स्थापना दिवस पर प्रथम नॉर्थ इंडियन साइंस कांग्रेस-2018 पर ये विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि बाबासाहब डॉ भीमराव रामजी आंबेडकर ने अपना जीवन अभावों में व्यतीत करके भी ऊंचाइयां प्राप्त कीं और समाज को एक नई दिशा प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने समाज के कमजोर और वंचित वर्गों के कल्याण के लिए संविधान में उपबंधों का प्रावधान किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि संस्थान केवल डिग्री व डिप्लोमा देने के कार्य तक ही सीमित न रहें, बल्कि शासन की योजनाओं को जनता तक पहुंचाने के लिए सरकार के साथ-साथ विभिन्न राजकीय संस्थानों को भी जुड़ना होगा। उन्होंने कहा कि किसानों की आय को दोगुना करने के लिए राज्य सरकार संकल्पित है और इसको पूरा करने के लिए विभिन्न राजकीय संस्थान अपनी प्रयोगशालाओं में स्वायल टेस्ट सेंटर खोलकर सरकार के इस संकल्प को पूरा करने में मददगार साबित हो सकते हैं, इस तरह से जहां एक ओर संस्थान किसानों की मदद कर सकते हैं, वहीं विद्यार्थियों को भी समाजोपयोगी बना सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के माध्यम से कचरे में भी संभावनाओं को तलाशने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि आवारा पशु एक समस्या हो सकते हैं, लेकिन इन पशुओं के गोबर से गोबर गैस प्लांट स्थापितकर हम गांवों में ईंधन देने के साथ रोशनी की व्यवस्था भी कर सकते हैं, इससे स्थानीयस्तर पर लोगों को रोज़गार भी उपलब्ध हो सकेंगे, जिससे गांवों के पलायन को भी रोका जा सकता है। उन्होंने कहा कि हम पेट्रोल और एलपीजी आदि के आयात में होने वाले विदेशी व्यय को बचाकर अपने देश की आर्थिक स्थिति को भी मजबूत बना सकते हैं।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि तकनीक को अपनाकर भ्रष्टाचार पर नियंत्रण पाया जा सकता है। अवैध राशन कार्डों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि जब राशन कार्डों का सत्यापन कराया गया और आधार से लिंक करने के साथ ही सरकारी कोटे की दुकानों पर ई-पॉयस मशीनों से खाद्यान्न वितरित करने की व्यवस्था लागू की गई तो इसके माध्यम से 37 लाख फर्जी राशन कार्ड पाए गए, जिससे सरकार को 33 करोड़ रुपये की बचत हुई। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाबासाहब डॉ भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय में स्थापित किए जाने वाले बॉटनिकल गार्डेन हेतु 1 करोड़ रुपये और बुद्ध योग केंद्र के लिए 25 लाख रुपये देने की घोषणा की। उन्होंने नए जैव प्रौद्योगिकी ब्लॉक एवं पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति उपवन का लोकार्पण किया। उन्होंने विश्वविद्यालय की स्मारिका का विमोचन किया और वैज्ञानिकों को सम्मानित भी किया। इससे पूर्व मुख्यमंत्री का सम्मान विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आरसी सोबती ने बैज लगाकर किया। कार्यक्रम में वैज्ञानिक, शिक्षक और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थीं।

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