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माँ अमृता ने दिए नमामि गंगे को सौ करोड़

यह दान और लोगों के लिए भी सांकेतिक संदेश-वित्तमंत्री

गरीबों की सेवा करना ही असली पूजा-माँ अमृतानंदमयी

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Friday 11 September 2015 04:23:16 AM

maa amrita handing over a cheque of finance minister arun jaitley

कोल्लम (केरल)। केरल में कोल्लम जिले के अमृतपुरी में आध्यात्मिक गुरू माता अमृतानंदमयी ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत और नमामि गंगे परियोजना के तहत गंगा नदी के किनारे निर्धन गांवों में शौचालय निर्माण के लिए वित्तमंत्री अरुण जेटली को 100 करोड़ रूपए का चेक दिया। चेक प्राप्त करने के अवसर पर वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि केंद्र सरकार आगामी 3 से 4 वर्ष में स्वच्छ भारत अभियान के समान नमामि गंगे परियोजना को बड़ी सफलता दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि चालीस प्रतिशत भारतीय लोग गंगा नदी पर निर्भर हैं और पवित्र नदी को साफ करने के लिए करोड़ों रूपए खर्च किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान के पहले चरण में सभी स्कूलों में शौचालय के निर्माण के लक्ष्य को बेहद सफलता मिली है और सभी घरों मे शौचालय प्रदान करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
अरुण जेटली ने कहा कि इस अभियान में समाज के सभी क्षेत्रों के लोगों और अनिवासी भारतीयों के शामिल होने से यह अभियान सरकारी अभियान से बढ़कर एक जन अभियान बन चुका है। उन्होंने कहा कि गुरू माता के 100 करोड़ रूपये का यह दान अन्‍य लोगों को एक सांकेतिक संदेश देगा। अगले पांच वर्ष में 20,000 करोड़ रूपए के आवंटन के साथ नमामि गंगे परियोजना को सरकार ने इस वर्ष मई में अनुमति प्रदान की है। इस अवसर पर माता अमृतानंदमयी ने कहा कि गरीबों की दयालुतापूर्वक सेवा करना ही असली पूजा है। इस परियोजना से लोगों को आवश्‍यक सुविधाएं प्रदान की जा सकेंगी, इसके साथ ही केरल में शौचालयों के निर्माण के लिए 100 करोड़ रूपये की लागत से एक अन्‍य परियोजना की जल्‍दी ही शुरूआत की जाएगी। कार्यक्रम में पूर्व केंद्रीय मंत्री ओ राजागोपाल, सांसद केसी वेणुगोपाल और अन्‍य विशिष्‍ट अतिथि उपस्थित थे। ज्ञातव्य है कि 28 मार्च 2015 को दिल्‍ली यात्रा के दौरान माता अमृतानंदमयी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नमामि गंगा परियोजना में अपनी भागीदारी के संबंध में चर्चा की थी। प्रधानमंत्री ने उनके मठ की स्‍वच्‍छ भारत अभियान के अनुरूप पर्यावरण संबंधी कार्यक्रम में भागीदारी के लिए उनका धन्‍यवाद दिया था।

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