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बहराइच में भीड़ भी क्‍या गुजरात से आई थी?

विजय शंखनाद रैली रोकने की सरकारी कोशिशें हुईं नाकाम

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Saturday 9 November 2013 08:49:48 AM

narendra modi

बहराइच। बहराइच मेंभीड़ भी क्‍या गुजरात से आई थी? इस सवाल का जवाब आज तथाकथित 'तीसरे मोर्चे' के स्‍वयंभू 'अवतार' मुलायम सिंह यादव से मांगा जा रहा है, क्‍योंकि वे हर जगह कह रहे हैं कि 'नरेंद्र मोदी केवल गुजरात में और टीवी के अलावा और कहीं नहीं हैं और उत्‍तर प्रदेश को गुजरात नहीं बनने दिया जाएगा।' बहरहाल विजय शंखनाद रैली में जाने वालों की ज़बरदस्त तलाशी ली गई, उन्‍हें रैली स्‍थल पर जाने के लिए कड़ी सुरक्षा से गुजरना पड़ा। सुरक्षा के नाम पर निजी गाड़ियों के जगह-जगह ड्राइविंग लाइसेंस, परमिट कागज़ भी चेक हुए। पीने के पानी की बोतल ले जाने की भी मनाही थी। ऐसा लगा कि सपा सरकार के अ‌धिकारी कड़े प्रतिबंधों की आड़ में इस रैली को विफल करने का जिम्‍मा भी लिए हुए थे। एक बार तो ऐन वक्‍त पर रैली की मंजूरी भी रोकी गई, किंतु फिर अनुमति दे दी गई और तब ज़बरदस्त शंखनाद रैली हुई। लोग अपनी गाड़ियां कई किलोमीटर दूर छोड़कर पैदल ही और कहीं-कहीं खेतों के रास्‍ते भी मोदी की जय बोलते हुए रैली में पहुंचे। सपा बसपा को तगड़ी चुनौती मिली। मीडिया ने देखा कि वाकई में भीड़ को किसी भी बहाने से रैली में जाने से रोकने की कोशिश की गई, जिससे हज़ारों लोग पहुंच भी नहीं पाए थे। रैली में लोग एक दूसरे से पूछ रहे थे कि अब मुलायम सिंह यादव का क्‍या कहना है? ये भीड़ भी क्‍या गुजरात से आई थी?
भाजपा की ओर से देश के प्रधानमंत्री पद के उम्‍मीदवार नरेंद्र मोदी ने विजय शंखनाद रैली में अपने चिर-परिचित अंदाज में सबसे पहले भारत माता के जयकारे लगाए, इसके बाद बहराइच को ब्रह्माजी की भूमि कहकर उसे नमन किया और फिर सपा, बसपा, कांग्रेस और शहजादे से जमकर हिसाब चूकता करते हुए केंद्र सरकार पर बरसे। मोदी ने कहा कि तीन-तीन बार जब केंद्र सरकार को मुंह की खानी पड़ी तो वह अब सीबीआई और इंडियन ‌मुजाहिदीन का इस्तेमाल करने लगी है। नरेंद्र मोदी ने दोनों मुट्ठी भींचकर कहा कि मै बता देना चाहता हूं कि मैं भी दूसरी मिट्टी की पैदावार हूं, आतंकवाद, बंदूक, बम और पिस्तौल से मुझे रोका नहीं जा सकता, ना हम आतंकवादियों से झुके हैं, ना झुकने वाले हैं, हम आतंकवादियों को झुकाकर रहेंगे, उन्‍हें जड़ से साफ करके रहेंगे। उन्‍होंने कहा कि केंद्र में भाजपा की सरकार आने पर आतंकवाद का समूल नष्‍ट किया जाएगा और उनको भी पता है कि अगर इस बार दिल्ली में भाजपा की सरकार बन गई तो इस देश को तबाह बर्बाद करने वालों का ठिकाना कहां होगा। नरेंद्र मोदी ने कहा कि लोकसभा चुनाव में सपा, बसपा और कांग्रेस की तिकड़ी सीबीआई और इंडियन मुजाहिदीन उनकी तरफ से चुनाव का मोर्चा संभालेंगे, ताकि कांग्रेस का किला बच सके। बहराइच जैसी जगह पर मोदी की रैली में लाखों लोगों का आना मायने रखता है।
नरेंद्र मोदी ने कहा कि एक के बाद एक जिस तरह की घटनाएं हो रही हैं, ऐसा लगता है कि जो लोग मोदी को गुजरात में परास्त नहीं कर पाए और जिन्हें लगता है कि लोकतांत्रिक तरीके से तो भाजपा और मोदी को अब रोका नहीं जा सकता, उन्होंने दूसरे तौर-तरीके अपनाए हैं, कभी सीबीआई पीछे लगा दो, कभी इंडियन मुजाहिदीन को खुली छूट दे दो।
मोदी ने कहा कि चाहे सपा हो, बसपा हो या कांग्रेस इनका नाम भले अलग हो, लेकिन गोत्र, चरित्र, डीएनए और मकसद एक है, इनको कभी अलग मत मानना। उत्तर प्रदेश की राजनीति में खास प्रभाव रखने वाली सपा और बसपा पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान में दो दल ऐसे हैं, जिनके बीच इस बात को लेकर स्पर्धा चलती है कि सबसे ज्यादा अपराधी किसके खेमे में हैं, इनके बीच भ्रष्टाचार की स्पर्धा चल रही है कि कौन कितना कमाए। मोदी ने कहा कि सपा और बसपा दिल्ली की सरकार को झुका सकते हैं, लेकिन उन्‍हें सीबीआई से जो बचना है, इसलिए वे बहराइच के लिए एयरपोर्ट या रेल नहीं मांग रहे। उन्होंने कहा कि देश में मौसम बदल रहा है, सिर्फ बहराइच में ही नहीं, कश्मीर से कन्याकुमारी, पूरे हिंदुस्तान का मौसम बदल रहा है, जो लोग सत्ता के नशे में डूबे हुए हैं उन सब लोगों को भारी संकट का एहसास हो भी गया है।
नरेंद्र मोदी ने मुजफ्फरनगर में हुए सांप्रदायिक दंगों के मामले में गिरफ्तार भाजपा विधायकों संगीत सोम तथा सुरेश राणा पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून की तामील किए जाने पर सवाल उठाया कि क्या कारण था कि उत्‍तर प्रदेश सरकार ने भाजपा को बदनाम करने के लिए हमारे दो विधायकों को जेल में बंद कर दिया और जब न्यायपालिका ने उनको छोड़ दिया तो दूसरे कानून लगाकर दोबारा जेल भेज दिया? मोदी ने देश के लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ किए जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि हैरानी की बात है कि केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्रालय ने टीवी मीडिया को एक एडवाइजरी जारी की है कि चैनलों ने गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को भी प्रधानमंत्री की तरह लालकिले पर भाषण करते हुए क्यों दिखाया, उस पर रोक लगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पिछले 15 अगस्त की घटना पर यह एडवाइजरी हफ्ते भर पहले ही दी गई है। इसका कारण भी उन्‍होंने बताया। कांग्रेस बौखला गई है। नरेंद्र मोदी ने कहा कि सवाल मोदी या भाजपा की रैली का नहीं है, बल्कि लोकतंत्र की रक्षा का है, यह हमारा गला घोटने का काम है, हम टीवी की स्क्रीन पर भले ना दिखाई दें, लेकिन अवाम के दिलों में जगह बना चुके हैं।
मोदी ने पटना रैली में बम धमाकों को भी लोकतंत्र पर हमला बताया। उन्‍होंने कहा कि पिछले 60 साल में जिस उत्तर प्रदेश ने आठ प्रधानमंत्री दिए, चार-चार पीढ़ियों के नेताओं को जन्म दिया, इन लोगों ने देश के लिए कुछ ना किया होता, अकेले उत्तर प्रदेश के लिए ही काम किया होता तो उत्तर प्रदेश आगे बढ़ा होता और पूरा देश अपने-आप आगे बढ़ गया होता। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का नाम लिए बिना मोदी ने कहा कि अभी नवजवान मुख्यमंत्री के क्षेत्र इटावा में तो बिजली मिलती है, मगर उन्हें बाकी प्रदेश को बिजली देने की जरूरत नहीं लगती। खां साहब के रामपुर में बिजली मिलती है, बाकी जगह नहीं। मोदी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने उन्हें पत्र लिखकर प्रदेश में लायन सफारी के लिए शेर मांगे, वह लायन सफारी बना रहे हैं, काश अच्छा होता, अगर मुख्यमंत्री सिर्फ शेर ही नहीं, बल्कि किसानों के लिए गीर की गाय भी मांगते, बिजली मांगते, अमूल जैसे डेरी नेटवर्क की समझ मांगते, लेकिन नहीं मांगा, इसके लिए भी तो समझ चाहिए। प्रदेश के गन्ना किसानों पर मोदी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में किसानों के छह हजार करोड़ रुपए बकाया हैं, गुजरात में विजयदशमी से पेराई कार्य शुरू हो जाता है लेकिन यूपी में दीपावली भी गुजर गई, चीनी मिलें चलना शुरू नहीं हुईं। रैली को भाजपा के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष राजनाथ सिंह और भाजपा के अन्‍य नेताओं ने भी संबोधित किया।

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