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मेधावी आदिवासी छात्रों की रक्षामंत्री से भेंट

लालकिले में मुख्य स्वतंत्रता दिवस समारोह के बनेंगे साक्षी

राष्ट्रीय एकता यात्रा कार्यक्रम 'आरोहण: द्वीप से दिल्ली'

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Thursday 14 August 2025 04:29:44 PM

meritorious tribal students meet defence minister

नई दिल्ली। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के आदिवासी समुदायों के 30 मेधावी उच्चतर माध्यमिक के छात्रों ने आज साउथ ब्लॉक नई दिल्ली में मुलाकात की। रक्षामंत्री से छात्रों की यह मुलाकात अंडमान और निकोबार कमांड की सात दिवसीय राष्ट्रीय एकता यात्रा कार्यक्रम ‘आरोहण: द्वीप से दिल्ली’ का हिस्सा है। ये छात्र 15 अगस्त 2025 को लालकिले में स्वतंत्रता दिवस समारोह के भी साक्षी बनेंगे। रक्षामंत्री ने छात्रों से बातचीत में मानवीय मूल्यों के महत्व पर ज़ोर दिया और उन्हें व्यक्ति के चरित्र निर्माण में सबसे महत्वपूर्ण पहलू बताया। उन्होंने छात्रों से मानवीय मूल्यों पर अडिग रहने और शैक्षणिक गतिविधियों केसाथ अपने चरित्र निर्माण पर भी समान रूपसे ध्यान देने का आह्वान किया।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने छात्रों का उत्साहवर्धन करते हुए उनसे हर चुनौती का आत्मविश्वास और निडरता से सामना करने को कहा। उन्होंने छात्रों को आनेवाले समय में भारत को सबसे शक्तिशाली राष्ट्रों में से एक बनाने में योगदान देने केलिए प्रोत्साहित किया और उन्हें उनके भविष्य के प्रयासों केलिए शुभकामनाएं दीं। रक्षामंत्री ने छात्रों को अपना स्नेह व्यक्त करते हुए मिठाइयां बांटी। छात्रों ने रक्षामंत्री को द्वीपसमूह के स्थानीय आदिवासी कारीगरों के हस्तनिर्मित स्मृति चिन्ह भी भेंट किए। राजनाथ सिंह ने एकीकृत रक्षा स्टाफ मुख्यालय, दिल्ली क्षेत्र मुख्यालय और अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह के नागरिक प्रशासन के समर्थित एएनसी की इस अनूठी पहल की प्रशंसा की। इस दौरान सीडीएस जनरल अनिल चौहान और एकीकृत रक्षा अध्यक्ष एयर मार्शल आशुतोष दीक्षित भी उपस्थित थे।
आरोहण: द्वीप से दिल्ली कार्यक्रम का उद्देश्य दूरस्थ द्वीपीय समुदायों के युवाओं को भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, आधुनिक बुनियादी ढांचे और शैक्षणिक अवसरों से परिचित कराना है। इस यात्रा कार्यक्रम में लालकिला, इंडिया गेट, राष्ट्रीय युद्ध स्मारक और ताजमहल जैसे प्रतिष्ठित स्थलों केसाथ-साथ दिल्ली प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय और राष्ट्रीय विज्ञान केंद्र जैसे प्रमुख संस्थानों का भ्रमण भी शामिल है। यह कार्यक्रम राष्ट्रीय एकीकरण को बढ़ावा देने और द्वीपीय देशों के भावी नेताओं को सशक्त बनाने केप्रति भारत सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

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