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गोवा मुक्ति दिवस पर प्रधानमंत्री का नमन

गोवा मुक्ति एकता व अखंडता का जीवंत दस्तावेज़-मोदी

प्रधानमंत्री ने की गोवा में शानदार प्रगति की सराहना

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Monday 20 December 2021 01:08:55 PM

narendra modi laying wreath at the martyr's memorial at azad maidan in goa

पणजी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोवा मुक्ति दिवस समारोह में स्वतंत्रता सेनानियों और ऑपरेशन विजय से जुड़े सेवानिवृत्त सैन्यकर्मियों को सम्मानित किया। उन्होंने कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया, जिनमें प्रमुख हैं-पुनर्निर्मित फोर्ट अगुआड़ा जेल संग्रहालय, गोवा मेडिकल कॉलेज में सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक, न्यू साउथ गोवा जिला अस्पताल, मोपा हवाई अड्डे पर विमानन कौशल विकास केंद्र और डाबोलिम-नावेलिम, मडगांव में गैस इंसुलेटेड सबस्टेशन आदि। उन्होंने गोवा में बार काउंसिल ऑफ इंडिया ट्रस्ट के इंडिया इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ लीगल एजुकेशन एंड रिसर्च की आधारशिला भी रखी। प्रधानमंत्री ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहाकि गोवा की धरती, गोवा की हवा, गोवा के समंदर को प्रकृति का अद्भुत वरदान मिला हुआ है और गोवा के लोगों का जोश गोवा की हवाओं में मुक्ति के गौरव को और बढ़ा रहा है। उन्होंने आज़ाद मैदान में शहीद मेमोरियल पर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की और मीरामर में सेल परेड एवं फ़्लाइ पास्ट के साक्षी भी बने।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां ऑपरेशन विजय के वीरों और सेवानिवृत्त सैन्यकर्मियों को देश की ओर से सम्मानित करने पर प्रसन्नता व्यक्त की। प्रधानमंत्री ने गोवा मे एकसाथ इतने अवसर, अभिभूत करने वाले इतने अनुभव प्रदान करने केलिए वाइब्रेंट गोवा की भावना को धन्यवाद दिया। प्रधानमंत्री ने कहाकि गोवा एक ऐसे समय पुर्तगालियों के अधीन हुआ था, जब देश के दूसरे बड़े भूभाग भाग में मुगलों की सल्तनत थी, उसके बाद कितने ही सियासी तूफान इस देश ने देखे। नरेंद्र मोदी ने कहाकि समय और सत्ताओं की उठापटक केबीच सदियों की दूरी केबाद भी न तो गोवा अपनी भारतीयता को भूला और न ही भारत अपने गोवा को भूला, ये एक ऐसा रिश्ता है, जो समय केसाथ और सशक्त ही हुआ है। उन्होंने कहाकि गोवा के लोगों ने मुक्ति और स्वराज के आंदोलनों को थमने नहीं दिया, उन्होंने भारतीय इतिहास में सबसे लंबे समय तक आजादी की लौ को जलाए रखा, ऐसा इसलिए, क्योंकि भारत सिर्फ एक राजनीतिक सत्ताभर नहीं है, भारत मानवता के हितों की रक्षा करने वाला एक विचार है, एक परिवार है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि भारत एक ऐसा भाव है, जहां राष्ट्र 'स्व' से ऊपर सर्वोपरि होता है, जहां एक ही मंत्र होता है-राष्ट्र प्रथम, जहां एक ही संकल्प होता है-एक भारत, श्रेष्ठ भारत। प्रधानमंत्री ने कहाकि देशभर के लोगों के दिल में एक छटपटाहट थी, क्योंकि उस समय देश का एक हिस्सा तब भी पराधीन था और कुछ देशवासियों को तब भी आजादी नहीं मिली थी। उन्होंने कहाकि अगर सरदार वल्लभभाई पटेल कुछ वर्ष और जीवित रहते तो गोवा को अपनी मुक्ति केलिए इतना लंबा इंतजार नहीं करना पड़ता। प्रधानमंत्री ने संघर्ष के नायकों को नमन किया, गोवा मुक्ति विमोचन समिति के सत्याग्रह में 31 सत्याग्रहियों को अपने प्राण गंवाने पड़े थे। उन्होंने सभी से इन बलिदानों और पंजाब के वीर करनैल सिंह बेनीपाल जैसे वीरों केबारे में जानने का आग्रह किया। प्रधानमंत्री ने कहाकि गोवा के स्वतंत्रता संग्राम का इतिहास न केवल भारत के संकल्प का प्रतीक है, बल्कि भारत की एकता और अखंडता का एक जीवंत दस्तावेज है। उन्होंने कुछ समय पहले इटली एवं वैटिकन सिटी की अपनी यात्रा और पोप फ्रांसिस से हुई मुलाकात को याद किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पोप फ्रांसिस को भारत आने केलिए अपने निमंत्रण का भी जिक्र किया। उन्होंने अपने निमंत्रण पर पोप फ्रांसिस की प्रतिक्रिया को याद किया और कहाकि पोप फ्रांसिस ने कहा थाकि यह सबसे बड़ा उपहार है, जो आपने मुझे दिया है। प्रधानमंत्री ने इसे भारत की विविधता, हमारे जीवंत लोकतंत्र के प्रति पोप फ्रांसिस के स्नेह के रूपमें रेखांकित किया। प्रधानमंत्री ने सेंट क्वीन केतेवन के पवित्र अवशेषों को जॉर्जिया सरकार को सौंपे जाने केबारे में भी चर्चा की। प्रधानमंत्री ने सुशासन में गोवा की शानदार प्रगति को रेखांकित करते हुए कहाकि गोवा की प्राकृतिक सुंदरता हमेशा से ही उसकी पहचान रही है, लेकिन अब यहां जो सरकार है, वह गोवा की एक और पहचान को सशक्त कर रही है, इस राज्‍य की यह नई पहचान है-हर काम में अव्वल रहनेवाले, टॉप करनेवाले राज्य की, बाकी जगह जब काम की शुरुआत होती है या काम आगे बढ़ता है, गोवा उसे तबतक पूरा कर लेता है।
प्रधानमंत्री ने इस राज्य को खुले में शौच मुक्त बनाने, टीकाकरण, हर घर जल, जन्म एवं मृत्यु के पंजीकरण, लोगों की जिंदगी को और भी अधिक आसान बनाने केलिए शुरू की गई योजनाओं की शानदार प्रगति में गोवा का उदाहरण दिया। उन्होंने स्वयंपूर्ण गोवा अभियान के प्रदर्शन की प्रशंसा की। उन्होंने राज्य के शासन में उल्लेखनीय उपलब्धि केलिए मुख्यमंत्री और उनकी टीम को बधाई दी। प्रधानमंत्री ने राज्‍य में पर्यटन को बढ़ावा देने केलिए विभिन्‍न कदमों केबारे में भी बताया। उन्होंने हाल ही में संपन्न भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के सफल आयोजन केलिए राज्य की सराहना की। प्रधानमंत्री ने मनोहर पर्रिकर को श्रद्धांजलि अर्पित की और कहाकि गोवा की उपलब्धियों, नई पहचान को जब मजबूत होते देखता हूं तो मुझे मेरे अभिन्न साथी मनोहर पर्रिकर की याद आती है। उन्होंने न केवल गोवा को विकास की नई ऊंचाई तक पहुंचाया, बल्कि गोवा की क्षमता का भी विस्तार किया। प्रधानमंत्री ने कहाकि गोवा के लोग कितने ईमानदार, कितने प्रतिभावान और मेहनती होते हैं, देश गोवा के चरित्र को मनोहर पर्रिकर के भीतर देखता था।

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