शानदार करियर के दौरान विभिन्न चुनौतीपूर्ण पदों को संभाला
नौसेना में 1985 को इलेक्ट्रिकल शाखा में कमीशन किए गएस्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Tuesday 1 June 2021 02:54:19 PM
 नई दिल्ली। भारतीय नौसेना में वाइस एडमिरल संदीप नैथानी ने आज से चीफ ऑफ मैटेरियल का पदभार संभाल लिया है। वाइस एडमिरल संदीप नैथानी राष्ट्रीय रक्षा अकादमी खड़कवसला पुणे से स्नातक हैं, उन्हें 1 जनवरी 1985 को भारतीय नौसेना के इलेक्ट्रिकल शाखा में कमीशन प्राप्त हुआ था। उन्होंने आईआईटी दिल्ली से रडार और संचार इंजीनियरिंग में स्नातकोत्तर किया है। वे डिफेंस सर्विसेस स्टाफ कॉलेज और नेशनल डिफेंस कॉलेज के विशिष्ट पुराछात्र हैं। वाइस एडमिरल संदीप नैथानी ने नौसेना में अपने शानदार करियर के दौरान विभिन्न चुनौतीपूर्ण पदों को संभाला है। उनका कार्यकाल साढ़े तीन दशक का रहा है। उन्होंने विमान वाहक पोत विराट पर कई तरह की जिम्मेदारियां निभाईं। 
वाइस एडमिरल संदीप नैथानी ने मुम्बई और विशाखापत्तनम के नौसेना गोदी में तथा नौसेना मुख्यालय में स्टाफ, कार्मिक और साजो-सामान शाखा में कार्य किया है। उन्होंने आईएनएस वालसुरा के प्रतिष्ठित इलेक्ट्रिकल प्रशिक्षण स्थापना की भी कमान संभाली है। फ्लैग ऑफिसर के तौरपर उन्होंने नौसेना मुख्यालय में असिस्टेंट चीफ ऑफ मैटेरियल (आधुनिकीकरण), चीफ स्टाफ ऑफिसर (तकनीकी), एचक्यू डब्लूएनसी, मुम्बई व विशाखापत्तनम की नौसेना गोदी के वाइस एडमिरल सुपरिंटेंडेंट, मुम्बई में महानिदेशक नौसेना परियोजना, कार्यक्रम निदेशक, एचक्यू एटीवीपी तथा नौसेना मुख्यालय में युद्धपोत उत्पादन व अर्जन नियंत्रक के पदों पर काम किया है। शानदार सेवाओं को मद्देनज़र रखते हुए वाइस एडमिरल संदीप नैथानी को अति विशिष्ट सेवा पदक और विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया गया है।
भारतीय नौसेना में प्रमुख स्टाफ अधिकारी और वरिष्ठतम तकनीकी अधिकारी होने के नाते वाइस एडमिरल संदीप नैथानी को नौसेना के हवाले से सभी इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिक, इलेक्ट्रॉनिक, हथियार, सेंसर और सूचना प्रौद्योगिकी सम्बंधी उपकरण और प्रणालियों के रखरखाव, प्रबंधन और उपकरणों के काम करने की क्षमता व सीमा के बारे में जिम्मेदारी सौंपी गई है। उनके पास जहाजों और पनडुब्बियों से सम्बंधित सभी तकनीकी पक्षों और उपकरणों के स्वदेशीकरण की भी जिम्मेदारी है, ताकि प्रमुख नौसैनिक और तकनीकी बुनियादी ढांचा तैयार हो सके। वाइस एडमिरल संदीप नैथानी की नियुक्ति वाइस एडमिरल एसआर सरमा के स्थान पर हुई है, जो 31 मई 2021 को सेवानिवृत्त हो चुके हैं।