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'कोई आकाशवाणी केंद्र बंद नहीं हो रहा'

प्रसार भारती ने कहा कि इस तरह की रिपोर्टें बेबुनियाद हैं

आकाशवाणी के सभी केंद्रों पर स्‍थानीय कार्यक्रम जारी

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Wednesday 13 January 2021 03:26:29 PM

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नई दिल्ली। प्रसार भारती ने देश के विभिन्‍न मीडिया केंद्रों की आकाशवाणी के कई केंद्र बंद होने की खबरों का खंडन किया है और उनपर गंभीर रुख़ अख्ति‍यार करते हुए स्‍पष्‍ट किया है कि इस तरह की रिपोर्टें बेबुनियाद और तथ्‍यात्‍मक दृष्टि से गलत हैं। प्रसार भारती ने बताया कि किसी भी राज्‍य अथवा केंद्रशासित प्रदेश में कहीं भी आकाशवाणी के किसी भी केंद्र का स्‍तर न तो कम किया जा रहा है और न ही बदला जा रहा है, साथ ही बताया कि आकाशवाणी के सभी केंद्र स्‍थानीय प्रतिभाओं को सामने लाने के आकाशवाणी के अभियान को आगे बढ़ाते हुए भाषाई, सामाजिक-सांस्‍कृतिक और आबादी की विविधता का ध्‍यान रखते हुए स्‍थानीय कार्यक्रमों का निर्माण जारी रखेंगे।
प्रसार भारती ने घोषणा की कि वह आकाशवाणी, ऑल इंडिया रेडियो और एआईआर नेटवर्क को अधिक मजबूत बनाने की अपनी योजना पर काम करते हुए 2021-22 में कई महत्‍वपूर्ण परियोजनाओं को आगे बढ़ाएगी और देशभर में 100 से ज्‍यादा नए एफएम रेडियो ट्रांसमीटर स्‍थापित कर अपने नेटवर्क का विस्‍तार करेगी। एआईआर नेटवर्क विश्‍व का सबसे बड़ा लोक सेवा प्रसारक नेटवर्क है, जिसके देशभर में कई सौ केंद्र और सैकड़ों रेडियो ट्रांसमीटर्स हैं। यह कई मोड में जैसे स्‍थलीय एनालॉग रेडियो (एफएम, मीडियम वेव, शॉर्ट वेव), सैटेलाइट डीटीएच रेडियो (डीडी फ्री डिश डीटीएच) और इंटरनेट रेडियो आईओएस या एंड्रॉइड पर न्‍यूज़ ऑन एयर एप पर काम करता है। डीडी फ्री डिश डीटीएच सेवा में 48 सैटेलाइट रेडियो चैनल उपलब्‍ध हैं और देशभर से स्‍थानीय और क्षेत्रीय कलाकार इस देशव्‍यापी मंच पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर सकते हैं।
न्‍यूज़ ऑन एयर एप पर करीब 200 लाइव रेडियो स्‍ट्रीम्स हैं। प्रसार भारती ने विश्‍व के विभिन्‍न देशों के 2.5 मिलियन से ज्‍यादा श्रोताओं को इन 200+ लाइव रेडियो स्‍ट्रीम्‍स तक पहुंच उपलब्‍ध कराकर ‘वोकल फॉर लोकल’ को नया वैश्विक अर्थ दिया है। वर्ष 2020 के दौरान इसे 300 मिलियन से ज्‍यादा व्‍यूज़ मिले। प्रसार भारती देश में डिजिटल टेरेस्ट्रियल रेडियो पेश करने की अपनी योजना पर भी आगे बढ़ रहा है। एआईआर के कुछ चुनिंदा चैनल पहले से ही डिजिटल डीआरएम प्रौद्योगिकी के जरिए कई शहरों एवं क्षेत्रों में श्रोताओं को प्रयोग के तौर पर उपलब्‍ध कराए जा चुके हैं। इन शहरों एवं क्षेत्रों के श्रोता अब डिजिटल मोड पर उपलब्‍ध एकल रेडियो फ्रीक्‍वेंसी के जरिए कई रेडियो चैनल्स में से अपने पसंद के चैनल सुनकर डिजिटल रेडियो की ताकत का अनुभव कर सकते हैं।
डीआरएम ट्रांसमीटर्स पर उपलब्‍ध आकाशवाणी की विशेष डिजिटल रेडियो सेवाओं में एआईआर न्‍यूज 24x7 पर खबरें और सामयिक विषयों से जुड़े कार्यक्रम, एआईआर रागम 24x7 पर शास्‍त्रीय संगीत तथा स्‍थानीय एवं क्षेत्रीय रेडियो सेवाओं के कार्यक्रम और लाइव स्‍पोर्ट्स से जुड़े कार्यक्रम सुने जा सकते हैं। प्रसार भारती एफएम रेडियो के लिए डिजिटल प्रौद्योगिकी विकल्‍पों के परीक्षण के काम में भी काफी आगे बढ़ चुका है और देश में डिजिटल एफएम रेडियो का शुभारंभ करने के लिए मानक प्रक्रिया को अंतिम रूप देने की ओर अग्रसर है।

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