जनता में भय और अफवाह दूर करके विश्वास कायम करें
गृहमंत्री की राजनीतिक दलों एवं अधिकारियों संग बैठकस्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Wednesday 26 February 2020 02:09:00 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने देश की राजधानी दिल्ली में हो रही हिंसा को अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण बताया है और इस स्थिति से निपटने के लिए मुख्य राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की, जिसमें उन्होंने सभी राजनीतिक नेताओं से संयम बरतने की अपील की है। गृहमंत्री ने कहा कि इस स्थिति से दलगत राजनीति से ऊपर उठकर ही निपटा जा सकता है। उन्होंने ज़मीन पर पुलिस की कमी को गलत बताते हुए कहा कि दिल्ली पुलिस ने पेशेवर मूल्यांकन के आधार पर पर्याप्त दल और बल प्रभावित इलाकों में तैनात किए हैं एवं अधिकतम संयम बरतते हुए स्थिति पर नियंत्रण प्राप्त किया है। उन्होंने कहा कि भविष्य में आवश्यकता अनुसार केंद्र सरकार अतिरिक्त पुलिस बल भी दे सकती है।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि दिल्ली की उत्तर प्रदेश और हरियाणा सीमाओं पर विशेष निगरानी बरती जा रही है और दिल्ली पुलिस सतर्क है कि कोई भी असामाजिक तत्व दिल्ली में प्रवेश ना पा सके, खासकर उच्चतम न्यायालय में लंबित नागरिकता कानून के मुद्दे पर सुनवाई के मद्दे नज़र। गृहमंत्री ने सभी राजनीतिक दलों से अपील की है कि उच्चतम न्यायालय में इस मामले की सुनवाई को ध्यान में रखते हुए भड़काऊ वक्तव्य देने से बचें और अपने सांसद, विधायक, काउंसलर एवं पार्टी कैडरों को जनता के बीच भेजें औरप्रभावित इलाकों में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ मिलकर आम जनता के बीच भय और अफवाहों के माहौल को दूर करें। अमित शाह ने दिल्ली पुलिस आयुक्त को निर्देश दिए कि स्थानीय शांति समितियों के साथ मिलकर जनता से एक संवाद प्रक्रिया शुरू करें और उनमें विश्वास का माहौल कायम करें।
गृहमंत्री अमित शाह ने पुलिस हेड कांस्टेबल रतनलाल की मृत्यु पर शोक जताते हुए कहा कि दिल्ली पुलिस एक पेशेवर पुलिस बल है और समाज में सुरक्षा और शांति का माहौल बनाए रखने में सदैव तत्पर है। उन्होंने अपील की कि पुलिस का मनोबल बनाए रखने के लिए यह ज़रूरी है कि ऐसी स्थिति में पुलिस का सहयोग करें और हिंसा की कोई भी घटना होने से रोकें। गौरतलब है कि नागरिकता संशोधन कानून, एनआरसी और एनआरपी की आड़ में देश में अराजक तत्व झूंठी अफवाह फैला रहे हैं, जिनके कारण ऐसी हिंसात्मक घटनाएं सामने आ रही हैं, जो देश और देशवासियों के लिए बहुत ही घातक हैं। बैठक में दिल्ली के राज्यपाल अनिल बैजल और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी उपस्थित थे।