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डिफेंस एक्सपो से यूपी में निवेश और रोज़गार

मुख्यमंत्री और रक्षामंत्री ने की आयोजन की समीक्षा बैठक

लखनऊ में फरवरी में होगा ऐतिहासिक डेफएक्सपो-2020

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Monday 6 January 2020 02:53:45 PM

chief minister and defense minister hold review meeting

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने 5 से 9 फरवरी 2020 को लखनऊ में होने वाले डिफेंस एक्सपो-2020 की अब तक की तैयारियों की संयुक्त रूपसे समीक्षा की। मुख्यमंत्री आवास पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने एक संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में तैयारियों की जानकारियां साझा कीं। दोनों राजनेताओं ने मीडिया से कहा कि यह डिफेंस एक्सपो ऐतिहासिक होगा, जिससे बड़े पैमाने पर राजस्व तो आएगा ही साथ ही विभिन्न सेवा क्षेत्रों को भी इसका लाभ होगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2018 में उत्तर प्रदेश में डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर की स्थापना की घोषणा की थी, जिसके अनुसार उन्होंने उत्तर प्रदेश को रक्षा निर्माण गतिविधियों का हब बनाते हुए यहां बड़े पैमाने पर निवेश आकर्षित करने का अवसर प्रदान किया है। मुख्यमंत्री ने भी कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार यह आयोजन प्रभावी ढंग से करने के लिए सभी प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश वैश्विक मंच पर निवेश के उत्कृष्ट गंतव्य के रूपमें उभरा है और यह देश का सबसे बड़ा डिफेंस एक्सपो होगा, जिसमें देश-विदेश से सबसे ज्यादा उद्यमी प्रदर्शक और लोग आएंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि डेफएक्सपो-2020 को राज्य सरकार निवेश आकर्षित करने तथा इसके माध्यम से उत्तर प्रदेश में बड़े पैमाने पर रोज़गार के अवसर सृजित करने के रूपमें ले रही है। उन्होंने कहा कि डेफएक्सपो-2020 को लखनऊ में आयोजित करने का निर्णय होते ही राज्य सरकार ने इसकी तैयारी शुरू कर दी थी और आयोजकों को उपलब्ध कराई जाने वाली धनराशि का हिस्सा भी रिलीज कर दिया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने पूर्व में भी बड़े राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय आयोजन सफलतापूर्वक किए हैं, जिनमें लखनऊ में 21-22 फरवरी 2018 को उत्तर प्रदेश इंवेस्टर्स समिट-2018, वाराणसी में 21-23 जनवरी 2019 तक 15वां प्रवासी भारतीय दिवस तथा प्रयागराज कुम्भ-2019 शामिल है। उन्होंने कहा कि कुम्भ में लगभग 25 करोड़ लोगों की उपस्थिति रही, जो सुव्यवस्था, स्वच्छता एवं सुरक्षा के लिए जाना जाता है, इसमें कानून-व्यवस्था, यातायात व्यवस्था सहित सभी व्यवस्थाएं उत्कृष्ट रहीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इंवेस्टर्स समिट-2018 के उपरांत राज्य को अब तक लगभग 5 लाख करोड़ के प्रस्ताव मिले हैं, जिनमें से लगभग 2 लाख करोड़ के प्रस्ताव क्रियांवित किए जा रहे हैं।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राज्य सरकार ने उत्तर प्रदेश डिफेंस एंड एयरोस्पेस मैनुफैक्चरिंग एंड इम्प्लॉयमेंट प्रमोशन पॉलिसी-2018 का निर्माण किया है, इसके तहत निवेशकों को निवेश के लिए आकर्षित किया जा रहा है। डीआईसी के तहत प्रदेश में अलीगढ़, झांसी, कानपुर, आगरा और चित्रकूट सहित लखनऊ में 6 मुख्य नोड्स चिन्हित किए गए हैं, इन जनपदों में इकाइयों की स्थापना के लिए लैंड बैंक तैयार किया जा रहा है, बुंदेलखंड क्षेत्र में इन इकाइयों की स्थापना को प्रोत्साहन देने के दृष्टिगत बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का भी निर्माण किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि डीआईसी की सफलता के लिए डेफएक्सपो-2020 अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि डेफएक्सपो-2020 के माध्यम से डीआईसी में लगभग 25 हजार करोड़ रुपये का निवेश सम्भावित है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि केंद्र सरकार अपनी नई प्रोक्योरमेंट पॉलिसी शीघ्र ही घोषित करेगी, जिससे डीआईसी में निवेश को बल मिलेगा। उन्होंने डेफएक्सपो-2020 के सफल आयोजन के लिए राज्य सरकार के सभी वरिष्ठ अधिकारियों को केंद्रीय रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए कारगर प्रयास के निर्देश दिए।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि यह एक अंतर्राष्ट्रीय स्तर का कार्यक्रम है, जिसमें विदेशी कम्पनियों सहित 925 से अधिक प्रदर्शकों ने डिफेंस एक्स्पो-2020 के लिए पंजीकृत किया है, जो इससे पहले आयोजित रक्षा प्रदर्शनियों में से सबसे अधिक हैं, इससे पहले चेन्नई में डिफेंस एक्सपो-2018 में 702 प्रदर्शकों ने भाग लिया था। उन्होंने कहा कि डिफेंस एक्सपो-2020 में 70 से अधिक देशों के भाग लेने की उम्मीद है, इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 फरवरी 2020 को करेंगे। राजनाथ सिंह ने कहा कि डिफेंस एक्सपो प्रदर्शनी 8 और 9 फरवरी को आम लोगों के लिए भी खुलेगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में डिफेंस कोरिडोर के लिए छह नोड चिन्हित किए गए हैं और इसके लिए डिफेंस प्लानिंग कमेटी का भी गठन किया जा चुका है। इस परिप्रेक्ष्य में उत्तर प्रदेश सरकार की रक्षा उत्पादों के लिए एक गलियारे के साथ-साथ बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे निर्माण की योजना है, जो भारत को रक्षा उत्पादन क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने में मदद करेगा। उन्होंने कहा कि डिफेंस एक्सपो न केवल निवेशकों के लिए, बल्कि अत्याधुनिक तकनीकों को आकर्षित करने में एक उत्प्रेरक भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में यह रोज़गार उपलब्ध कराने में कारगर होगा और निवेशकों को बड़े पैमाने पर निवेश करने का अवसर मिलेगा।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने बताया कि डिफेंस एक्सपो में प्रदर्शकों के बुक किए गए प्रदर्शनी स्थान पिछले संस्करण में बुक किए गए स्‍थान की तुलना में से 58: बढ़कर 42ए000 वर्ग मीटर से अधिक हो गया है, इसमें 25 देशों के सरकारी प्रतिनिधिमंडल, रक्षामंत्री और सेना प्रमुख स्तर के आने की संभावना है। एक्सपो के दौरान पर्याप्त संख्या में समझौते होने की उम्मीद है, जिसके परिणामस्वरूप नए व्यापारिक सहयोग स्थापित होंगे। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने समीक्षा बैठक के दौरान एक टीजर फिल्म भी जारी की। डिफेंस एक्सपो कार्यक्रम की जानकारी के लिए इस टीजर फिल्म को विभिन्न माध्यमों से प्रसारित किया जाएगा। डिफेंस एक्सपो का मुख्य विषय भारत : उभरता हुआ विनिर्माण हब है। प्रदर्शनी का उप मुख्य विषय 'डिजिटल ट्रांसफोर्मेशन ऑफ डिफेंस' है, जो भविष्य की युद्धक अवधारणाओं पर आधारित है, इस दौरान नई प्रौद्योगिकियों के अनुप्रयोग के माध्यम से एयरोस्पेस और रक्षा क्षेत्र के लिए विनिर्माण पर भी ध्यान केंद्रित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि रक्षा प्रदर्शनी में उत्पादों एवं प्रौद्योगिकी के अतिरिक्त सेवाओं, रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों और उद्योग का सजीव प्रदर्शन किया जाएगा, जो जल थल नभ एवं होमलैंड की आंतरिक सुरक्षा प्रणालियों पर आधारित होगा, सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्र के माध्यम से 'इंडियापवेलियन' एक विशेष आयोजन होगा, जिसमें लघु, मध्यम और सूक्ष्म उद्यम और इनेवेशन इको-सिस्टम शामिल होंगे। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने आशा व्यक्त की कि भविष्य में भारत रक्षा उत्पादों के निर्माण और निर्यात के लिए हब का काम करेगा, जिसमें उत्तर प्रदेश मुख्य भूमिका निभाएगा।
डिफेंस एक्सपो में यूपी पेवेलियन भी शामिल होगा, जिसमें उद्योगों को बढ़ाने के लिए निवेश की अपार संभावनाएं होंगी। इस दौरान उत्तरी राज्यों के सांस्कृतिक धरोहरों को संजाये हुए विविध सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस दौरान आगंतुकों को टेंट सिटी का एक विशेष अनुभव प्राप्त होगा, जो रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के अनुदेशों से निर्मित किया गया है। डिफेंस एक्सपो में कई आकर्षण होंगे, जिसमें थलसेना, वायुसेना और नौसेना के सजीव प्रदर्शन के अतिरिक्त डिफेंस पब्लिक सेक्टर एवं उद्योगों एवं होम लेंड आतंरिक सुरक्षा सिस्टम का प्रदर्शन शामिल है। इसके अलावा दो स्थानों पर सजीव प्रदर्शन होगा, जिसमें एक प्रदर्शनी स्थल पर और दूसरा गोमती रिवर फ्रंट पर आयोजित किया जाना है। गोमती नदी के किनारे प्रदर्शन के दौरान पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं होगा। अंतर्राष्ट्रीय और भारतीय उद्योग मंडल बिजनेस सेमिनार करेंगे, जिनमें भारतीय उद्योग परिसंघ, फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एडं इंडस्ट्री, पीएचडी चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एडं इंडस्ट्री, नेशनल स्किल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन, सिनरजिया, डायरेक्टोरेट ऑफ स्टैंडर्डाइजेशन, डिपार्टमेंट ऑफ डिफेंस प्रोडक्शन, यूएस-इंडिया बिजनेस काउंसिल, यूएस-इंडिया स्ट्रे‌टिजिक पार्टनरशिप फोरम आदि शामिल हैं। सेमिनार के दौरान भविष्य की चुनौतियों, कृतिम आसूचना, रोबोटिक्स, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, ड्रोन, वायर्ड वॉरियर मुख्य विषय शामिल होंगे। रक्षा प्रदर्शनी के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग करते हुए पहलीबार डिफेंस एक्स्पो ऐप रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने जारी किया था। यह एप्पल ऐप स्टोर और प्ले स्टोर पर उपलब्ध है।
डिफेंस एक्सपो ऐप के माध्यम से रक्षा प्रदर्शन के दैनिक कार्यक्रमों की जानकारी के साथ-साथ रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों, अतिथियों, संगोष्ठी के वक्ताओं, प्रकाशकों जैसे इलेक्ट्रॉनिक्स ब्रॉसर एवं ई-बुक्स, मैप, शहर का दिशा-निर्देशन और शहर के मौसम की जानकारी आदि सूचनाएं उपलब्ध होंगी। समीक्षा बैठक के दौरान केंद्रीय अधिकारियों की टीम ने डेफएक्सपो-2020 की तैयारियों के सम्बंध में विस्तार से प्रस्तुतिकरण दिया। राज्य सरकार की ओर से अपर मुख्य सचिव गृह, सूचना एवं यूपीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अवनीश कुमार अवस्थी ने आयोजन की तैयारियों पर विस्तार से प्रकाश डाला। मुख्यमंत्री और रक्षामंत्री ने डेफएक्सपो-2020 पर एक लघु फिल्म भी रिलीज की। राज्य सरकार की ओर से औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना, अपर मुख्य सचिव वित्त संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव नियोजन कुमार कमलेश, अपर मुख्य सचिव सचिवालय प्रशासन महेश कुमार गुप्ता, अपर मुख्य सचिव वाणिज्य कर एवं सूचना प्रौद्योगिकीआलोक सिन्हा, पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह, प्रमुख सचिव अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आलोक कुमार और वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। केंद्रीय अधिकारियों में रक्षा सचिव डॉ अजय कुमार, विशेष सचिव (रक्षा उत्पादन) बरुण मित्रा, संयुक्त सचिव चंद्राकर भारती मौजूद थे। डेफएक्सपो-2020 की विस्तृत जानकारी www.defenceexpo.gov.in पर उपलब्ध है।

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