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गोरखा सैनिकों के कुशल योगदान की सराहना

सेनाध्यक्ष का उच्च परंपराओं को बनाए रखने का आह्वान

ग्यारहवीं गोरखा राइफल्स रेजिमेंट का पुनर्मिलन समारोह

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Tuesday 12 November 2019 05:33:13 PM

eleventh gorkha rifles reunion ceremony

लखनऊ। भारतीय सेना की लखनऊ छावनी में 11वीं गोरखा राइफल्स रेजिमेंट सेंटर ने अपना 12वां पुनर्मिलन समारोह आयोजित किया। इस अवसर पर सेंटर में रस्मी कार्यक्रम, फुटबॉल, मुक्केबाजी, खेलकूद एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए। तीन दिवसीय समारोह में देश के विभिन्न स्थानों एवं नेपाल से 150 सैन्याधिकारी, 1500 जूनियर कमीशंड अधिकारी और जवान शामिल हुए। समारोह के आयोजन का उद्देश्य रेजिमेंट के गौरव को बढ़ाना, सेवारत भूतपूर्व सैनिकों और युवा सैनिकों के बीच संबंधों को प्रगाढ़ करना एवं कर्तव्य भावना को बढ़ाना था।
गोरखा रेजिमेंट पुनर्मिलन समारोह में सन् 1971 के युद्ध में भाग ले चुके लेफ्टिनेंट जनरल जेबीएस यादव ने प्रेरणादायी अभिभाषण दिया। उन्होंने नेपाल और भारत के गोरखा सैनिकों की रेजिमेंट की परंपराओं को बनाए रखने में उनके कुशल योगदान की सराहना की। थल सेनाध्यक्ष और 11वीं गोरखा राइफल्स एवं सिक्किम स्काउट्स के कर्नल ऑफ दि रेजिमेंट जनरल बिपिन रावत इस अवसर पर मौजूद थे। उन्होंने अपने संबोधन में सभी सैन्य अधिकारियों एवं जवानों का कठिन परिश्रम और वीरता के साथ रेजिमेंट की उच्च परंपराओं को बनाए रखने का आह्वान किया। समारोह को पूर्वी कमान के जनरल ऑफीसर कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान ने भी संबोधित किया।
पुनर्मिलन समारोह में 11वीं गोरखा राइफल्स के जानेमाने खिलाड़ियों को सम्मानित किया गया। विश्व कॉमनवेल्थ गेम्स तथा एशियन गेम्स के दौरान पिस्टल शूटिंग में बेहतर प्रदर्शन के लिए खेलरत्न से सम्मानित सूबेदार जीतू राई भी समारोह में मौजूद थे। युद्ध विरांगनाओं एवं युद्ध में घायल सैनिकों को उनके अप्रतिम बलिदान के लिए एक विशेष कार्यक्रम में सम्मानित किया गया। समारोह में परमवीर चक्र से सम्मानित शहीद कैप्टन मनोज पांडेय और अशोक चक्र से सम्मानित लेफ्टिनेंट पुनीत दत्त के माता-पिता भी उपस्थित थे।

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