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Friday 1 November 2019 05:31:53 PM
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत और जर्मनी के बीच द्विपक्षीय संबंध, लोकतंत्र और कानून के शासन के मूलभूत विश्वास पर आधारित हैं। अंतर-सरकारी परामर्श की भूमिका की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इस अनूठी व्यवस्था ने भारत और जर्मनी के बीच नई और आधुनिक प्रौद्योगिकी, ई-मोबिलटी, फ्यूल सेल प्रौद्योगिकी, स्मार्ट सिटी, अंतरदेशीय जलमार्ग, समुद्रतट प्रबंधन, नदियों की साफ-सफाई, पर्यावरण संरक्षण आदि क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हैदराबाद हाउस नई दिल्ली में जर्मनी की चांसलर डॉ एंजेला मर्केल के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन के दौरान ये बातें कहीं। चांसलर डॉ एंजेला मर्केल और उनके प्रतिनिधिमंडल का भारत में स्वागत करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि डॉ एंजेला मर्केल ने भारत-जर्मनी संबंधों को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि डॉ एंजेला मर्केल को जर्मनी और यूरोप ही नहीं, बल्कि विश्व की लंबे समयतक सेवा करने वाले प्रमुख नेताओं में गिना जाता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश, एक्सपोर्ट कंट्रोल रिजिम एवं और भी कई अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर भारत की सदस्यता का समर्थन देने के लिए जर्मनी का कृतज्ञ है। उन्होंने कहा कि भारत और जर्मनी के बीच हर क्षेत्र में विशेष रूपसे नई और उन्नत प्रौद्योगिकी में दूरगामी और रणनीतिक सहयोग आगे बढ़ रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत-जर्मनी के विश्वास और मित्रतापूर्ण संबंध लोकतंत्र, कानून के नियम जैसे साझा मूल्यों पर आधारित हैं, इसलिए विश्व की गंभीर चुनौतियों के बारे में हमारे दृष्टिकोण में समानता है। नरेंद्र मोदी ने कहा कि आतंकवाद और उग्रवाद जैसे मुद्दों से निपटने के लिए हम द्विपक्षीय और बहुपक्षीय सहयोग को और घनिष्ठ बनाएंगे। उन्होंने कहा कि निर्यात नियंत्रण व्यवस्था और विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय मंचों में भारत सरकार को जर्मनी के सशक्त समर्थन के लिए हम आभारी हैं, दोनों देश सुरक्षा परिषद, संयुक्तराष्ट्र और अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था में आवश्यक सुधार करने के लिए सहयोग और प्रयास जारी रखेंगे।