स्वतंत्र आवाज़
word map

नए भारत में डिजिटल जनगणना की तैयारी!

गृहमंत्री अमित शाह ने किया जनगणना भवन का शिलान्यास

'जनगणना देश से ग़रीबी भगाने और शिक्षित बनाने का आधार'

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Monday 23 September 2019 06:30:13 PM

home minister amit shah laid the foundation stone of the census building

नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने जनगणना भवन के शिलान्यास समारोह के मौके पर कहा है कि परंपरागत रूपसे जनगणना होती आई है, परंतु 1865 से 1872 के दौरान जनगणना का वर्तमान स्वरूप आया और नए भारत में डिजिटल जनगणना की तैयारी है। अमित शाह ने बताया कि कुल सोलहवीं जनगणना तथा आजादी के बाद आठवीं जनगणना होने जा रही, जिसमें सूचना एकत्र करने के लिए मोबाइल एप का भी प्रयोग किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पहलीबार पेपर सेंसस से डिजिटल सेंसस का परिवर्तन होगा, इसके अंदर 16 भाषाओं में जानकारी दी जा सकती है, जिसका सत्यापन किया जाएगा। अमित शाह ने कहा कि 2011 की जनगणना में पता चला था कि भारत बहुभाषी देश है तथा देश में 270 बोलियां हैं। उन्होंने कहा कि 2011 कि जनगणना के आधार पर नरेंद्र मोदी की सरकार बनने के बाद 2014 में सोचने की शक्ति में बदलाव हुआ है और चुनौतियों को समाप्त करने का विचार शुरु हुआ है।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि 2011 की जनगणना के आंकड़ों के आधार पर आमजन तक बिजली पहुंचाने से लेकर शौचालय तक 22 विभिन्न योजनाओं पर कार्य किया गया है। उन्होंने कहा कि उज्जवला योजना के तहत 8 करोड़ परिवारों को गैस सिलेंडर दिया गया। उन्होंने कहा कि आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर 2022 में एक भी व्यक्ति ऐसा नहीं होगा, जिसके घर में गैस चूल्हा ना हो। गृहमंत्री ने कहा कि 2011 की जनगणना के आधार पर हरियाणा में लिंगानुपात की दिशा में सुधारात्मक काम किए गए हैं। अमित शाह ने कहा कि भारत में दुनिया के 2.4 भू-भाग में 17.4 प्रतिशत आबादी है, जिसे देखकर पता चलता है कि हमें कितना परिश्रम करना है। उन्होंने कहा कि जिस देश के पास जनसंख्या के अनुपात में कुदरती संपदा कम होती है, उस देश को ज्यादा मेहनत और प्रयास करने पड़ते हैं। अमित शाह ने कहा कि 2011 में पता चला कि हमारा देश सबसे युवा है। उन्होंने कहा कि जगह की कमी तथा कार्य के दायित्वों के बढ़ने के कारण जनगणना भवन के रूपमें एक जगह पर बैठने की व्यवस्था की जा रही है।
अमित शाह ने कहा कि जनगणना 2021 में मोबाइल एप का प्रयोग कर डिजिटल डाटा एकत्र किया जाएगा और सही तथा विस्तृत डेटा उपलब्ध होने से विश्लेषण कर देश के विकास का खाका तैयार करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि डेटा विश्लेषण के वैज्ञानिक तरीके से विधानसभा तथा लोकसभा के क्षेत्र तथा आरक्षित क्षेत्रों को तय किया जाता है, इससे देश के अर्थ तंत्र को मजबूत करने, विकास की नींव डालने तथा लोकतंत्र को मजबूत करने का काम किया जाएगा। अमित शाह ने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों से गंभीरता और बारीकी से जनभागीदारी को सुनिश्चित करते हुए जनगणना के कार्य को करने की सलाह दी और कहा कि यह राष्ट्रीय यज्ञ है, जिसमें उनको निष्ठा के साथ आहुति देनी है। अमित शाह ने कहा कि पहलीबार राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर बनाने जा रहे हैं, जिससे देश की कानून व्यवस्था में सुधार होगा तथा देश के विकास को नई राह मिलेगी। उनका कहना था कि जनगणना, देश से ग़रीबी भगाने तथा देश को शिक्षित बनाने का आधार है। अमित शाह ने कहा कि जनगणना के बहुआयामी उपयोगों को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि डिजिटल जनगणना से डेटा एकत्र किया जा सकेगा, जिससे जन्म-मृत्यु पंजीकरण के आधार पर मतदाता सूची अपडेट होगी। इस मौके पर गृह सचिव अजय कुमार भल्ला ने कहा कि भारत में महा-रजिस्ट्रार ने मोबाइल एप जारी किया है, जिससे जनगणना 2011 की समस्त प्रक्रिया जांचने हेतु विभिन्न स्तरों पर कार्रवाई की जाएगी।

हिन्दी या अंग्रेजी [भाषा बदलने के लिए प्रेस F12]