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भाजपा के दिग्गज नेता अरुण जेटली नहीं रहे!

भाजपा व मोदी सरकार में विभिन्न जिम्मेदारियों को संभाला

राष्ट्रपति उपराष्ट्रपति प्रधानमंत्री एवं करीबियों में गहरा शोक

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Saturday 24 August 2019 04:37:59 PM

arun jaitley

नई दिल्ली। भारत के प्रसिद्ध अधिवक्ता, राजनेता, भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार के प्रथम कार्यकाल में वित्तमंत्री और रक्षामंत्री रहे अरुण जेटली नहीं रहे। उनका आज दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान यानी एम्स में निधन हो गया है, वे नौ अगस्त से यहां पर उपचार हेतु भर्ती थे, वे लंबे समय से बीमार थे। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्‍ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और भाजपा कार्यकर्ताओं एवं नेताओं व मंत्रियों ने अरुण जेटली के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। अरुण जेटली के अंतिम दर्शन के लिए उनका पार्थिव शरीर कैलाश कालोनी में उनके घर पर रखा गया है और कल सुबह उनका पार्थिव शरीर भाजपा मुख्यालय ले जाया जाएगा एवं कल ही अंतिम संस्कार भी होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन दिनों विदेश यात्रा पर हैं। अरुण जेटली के निधन की ख़बर सुनकर उन्हें गहरा दुख हुआ है। प्रधानमंत्री ने शोक संदेश में कहा है कि अरुण जेटली असाधारण राजनीतिज्ञ, बुद्धिजीवी और कानून के जानकार थे, वह स्पष्टवादी नेता थे, जिन्होंने भारत को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, उनका जाना बेहद दुखद है। प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने उनकी पत्नी संगीता और पुत्र रोहन से बात की है और अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं। ओम शांति। प्रधानमंत्री ने कहा कि जीवन से भरपूर, हाजिरजवाब, विनोदी स्वभाव के और प्रतिभावान अरुण जेटली को समाज के हर वर्ग के लोग चाहते थे, वह बहुमुखी प्रतिभा के धनी भारत के संविधान, इतिहास, शासकीय नीति, शासन और प्रशासन के बारे में गहरी जानकारी रखते थे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अपने लंबे राजनीतिक जीवन के दौरान अरुण जेटली ने अनेक मंत्रालयों में जिम्मेदारियां संभाली, जिससे वह भारत के आर्थिक विकास, हमारी रक्षा क्षमताओं को मजबूत बनाने, लोगों के अनुकूल कानून बनाने और विश्व के देशों के साथ व्यापार बढ़ाने की दिशा में योगदान देने में सक्षम हुए। उन्होंने कहा कि भाजपा और अरुण जेटली का अटूट बंधन था, जोशीले छात्रनेता के रूपमें आपातकाल के दौरान वह लोकतंत्र की रक्षा में अग्रणी रहे। उन्होंने कहा कि वह भाजपा के चहेते थे, जो भाजपा के कार्यक्रमों और विचारधारा की समाज में विस्तृत पहुंच बना सकते थे। प्रधानमंत्री ने कहा कि अरुण जेटली के निधन से मैंने एक बहुमूल्य मित्र खो दिया है, मुझे उन्हें कई दशकों से जानने का गौरव प्राप्त था, मुद्दों पर उनकी अंतरदृष्टि और उनकी बारीक समझ की तुलना नहीं की जा सकती। उन्होंने सम्मानित जीवन जिया, वह हमारे साथ अनेक अच्छी स्मृतियां छोड़ गए हैं, हमें उनकी कमी हमेशा खलेगी।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी अरुण जेटली के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि मैं अरुण जेटली के असमय निधन से अत्यंत दुखी हूं, उनका निधन मेरे लिए एक व्यक्तिगत क्षति है। उन्होंने कहा कि मैंने न केवल संगठन का एक वरिष्ठ नेता, बल्कि परिवार का एक अभिन्न सदस्य भी खो दिया है, जिनका समर्थन और दिशा-निर्देश मैं वर्षों से प्राप्त करता आ रहा था, आज उनके निधन ने देश की राजनीति और भारतीय जनता पार्टी में एक शून्य पैदा कर दिया है, जिसे भरना संभव नहीं होगा। गृहमंत्री ने कहा कि अपने अनूठे अनुभव और विलक्षण क्षमता के साथ अरुण जेटली ने पार्टी और सरकार में विभिन्न जिम्मेदारियों का निर्वहन किया, एक शानदार वक्ता और समर्पित कार्यकर्ता के रूपमें उन्होंने देश के वित्तमंत्री, रक्षामंत्री और राज्यसभा में विपक्ष के नेता जैसे महत्वपूर्ण पदों को सुशोभित किया है। अमित शाह ने कहा कि अरुण जेटली ने एनडीए सरकार के 2014-19 के कार्यकाल के दौरान प्रधानमंत्री के गरीबों के कल्याण के विज़न को धरातल पर उतारने और भारत को विश्व की सबसे तेज़गति से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बनाने के लिए देश के वित्तमंत्री के रूपमें एक अमिट छाप छोड़ी है।
अमित शाह ने कहा कि अरुण जेटली लोकोन्मुखी व्यक्ति थे और वे हमेशा आम लोगों के कल्याण की बात सोचते थे, उनका प्रत्येक निर्णय चाहे कालेधन पर कार्रवाई या जीएसटी-एक राष्ट्र, एक कर के स्वप्न को साकार करना या नोटबंदी हो इस गुण को प्रदर्शित करता है। अमित शाह ने कहा कि अरुण जेटली को देश हमेशा अत्यंत सरल और संवेदनशील व्यक्ति के रूपमें याद रखेगा। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद और विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों, मंत्रियों, कार्यकर्ताओं और अरुण जेटली के करीबियों ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।

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