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उत्तर प्रदेश देश का ग्रोथ इंजन-मुख्यमंत्री

'बैंकों और निवेशकों की विकास में महत्वपूर्ण भूमिका'

राज्यस्तरीय बैंकर्स समिति के साथ योगी की बैठक

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Friday 9 August 2019 02:30:42 PM

yogi's meeting with the state level bankers' committee

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्यस्तरीय बैंकर्स समिति की बैठक में कहा है कि उत्तर प्रदेश के सुदृढ़ आर्थिक विकास में बैंकों की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के लिए बैंक ऑफ बड़ौदा के 1500 करोड़ रुपये के ऋण मंजूरी के लिए बैंक को धन्यवाद दिया और कहा कि इस तरह की मदद से उत्तर प्रदेश के विकास को गति मिलेगी। मुख्यमंत्री ने बैठक के दौरान उत्तर प्रदेश के समस्त जनपदों में संस्थागत वित्त विभाग और बैंक ऑफ बड़ौदा के समंवित प्रयासों से 1 लाख किसान क्रेडिट कार्ड वितरित करने हेतु ई-लॉंचिंग की। उन्होंने इसमें और अधिक गति लाते हुए यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि प्रदेश के अधिकांश किसानों को इससे आच्छादित किया जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 25 लाख किसान क्रेडिट कार्ड बनाने के लक्ष्य को शीघ्र हासिल किया जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 5 हजार से अधिक आबादी वाले सभी गांवों में वर्तमान में बैंकिंग आउटलेट स्थापित किए जा चुके हैं, जिससे लोगों को बैंकिंग सुविधाएं मिलने में आसानी होगी। उन्होंने लोगों की सुविधा के लिए पूरे प्रदेश में और अधिक बैंक शाखाएं स्थापित किए जाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश को देश का ग्रोथ इंजन बनाने में निवेशकों की महत्वपूर्ण भूमिका है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री जनधन योजना के अंतर्गत खोले गए खाते, अटल पेंशन योजना और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना में प्रदेश प्रथम स्थान पर है। उन्होंने बैंकों से अपेक्षा की कि वे अधिकाधिक व्यक्तियों को इन योजनाओं से लाभांवित करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे, बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे, गंगा एक्सप्रेस-वे, जेवर एयरपोर्ट, डिफेंस कॉरिडोर, पावर सेक्टर, अंतर्देशीय जलमार्ग जैसी योजनाओं पर तीव्रगति से कार्य किया जा रहा है, इनमें बैंकर्स द्वारा निवेश की अपार संभावनाएं मौजूद हैं, जिससे भविष्य में प्रदेश के ऋण जमा अनुपात को बढ़ाने में सहायता मिलेगी। मुख्यमंत्री ने बैंकर्स से किसानों को कृषि मशीनरी एवं कृषि यंत्रों के लिए प्राथमिकता पर ऋण देने की अपेक्षा की। उन्होंने कहा कि देश के स्तर पर ऋण जमा अनुपात 78 प्रतिशत है, जबकि प्रदेश का ऋण जमा अनुपात मात्र 57 प्रतिशत है। उन्होंने इसे बढ़ाकर देश के ऋण जमा अनुपात के स्तर तक लाने की बैंकर्स से अपेक्षा की। उन्होंने इसके लिए बैंकर्स से क्रेडिट कैम्पों का आयोजन करने का भी अनुरोध किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एमएसएमई सेक्टर प्रदेश में औद्योगिक विकास और रोज़गार उपलब्ध कराने की दिशा में एक सशक्त माध्यम है। उन्होंने कहा कि सरकार की फ्लैगशिप स्कीम ‘एक जनपद-एक उत्पाद’ योजना को सफल बनाने के लिए बैंकों ने 1 हजार करोड़ रुपये से अधिक के ऋण वितरित किए हैं। उन्होंने बैंकों से इसमें और अधिक गतिशीलता लाने की अपेक्षा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकास के मूल मंत्र ‘सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास’ पर चलते हुए उसे मूर्त रूप देने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार उत्तर प्रदेश की प्रगति को एक नए शिखर पर ले जाने के लिए कार्य कर रही और उत्तर प्रदेश को राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तरपर प्रतिस्पर्धी निवेश गंतव्य के रूपमें स्थापित करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश में सुरक्षा का माहौल बनाया है, जिसके चलते अब निवेशक प्रदेश का रुख कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि फरवरी 2018 को ‘इंवेस्टर्स समिट’ में 4 लाख 28 हजार करोड़ रुपये के एमओयू हस्ताक्षरित हुए थे। उन्होंने कहा कि भारत की वर्ष 2024 तक 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने में उत्तर प्रदेश का योगदान महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि उद्यमियों और निवेशकों की सहभागिता से प्रदेश में विकास की सम्भावनाओं के नए द्वार खुलेंगे।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उद्योगों की स्थापना से लेकर संचालन तक तथा सूचनाओं के आदान-प्रदान में पारदर्शिता के मामले में भी उत्तर प्रदेश देश का अग्रणी राज्य है, प्रदेश सूक्ष्म, मध्यम और लघु उद्योगों की स्थापना में पहले स्थान पर है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश ईज़ ऑफ डुइंग बिजनेस के मामले में अचीवर स्टेट की सूची में शामिल हो गया है और लगातार उपलब्धियों के नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है और भविष्य में उत्तर प्रदेश देश की आर्थिक रीढ़ बनकर उभरेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषकों को ‘द मिलियन फार्मर्स स्कूल (किसान पाठशाला)’ के माध्यम से आधुनिक तकनीक से जोड़ने का कार्य किया जा रहा है, इस संकल्पना के तहत किसानों को तकनीक के माध्यम से कृषि विश्वविद्यालयों व अन्य संबंधित संस्थानों से जोड़ा जा रहा है, ताकि उन्हें उद्यान, मत्स्यपालन, पशुपालन, मृदा स्वास्थ्य परीक्षण व अन्य कृषि योजनाओं की नवीनतम जानकारी प्राप्त हो सके। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने केंद्र व राज्य की ‘सफलता की कहानी’ पुस्तिका का विमोचन किया। बैठक में कृषिमंत्री सूर्यप्रताप शाही, मुख्य सचिव डॉ अनूपचंद्र पांडेय, बैंक ऑफ बड़ौदा के प्रबंध निदेशक तथा सीईओ पीएस जय कुमार, अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना अवनीश कुमार अवस्थी, प्रमुख सचिव खादी एवं एमएसएमई नवनीत सहगल, प्रमुख सचिव कृषि अमितमोहन प्रसाद, प्रमुख सचिव समाज कल्याण मनोज सिंह, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल, वरिष्ठ अधिकारी तथा बड़ी संख्या में बैंकों के प्रतिनिधि मौजूद थे। 

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