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नए विजन से उत्तर प्रदेश पुलिस बल का प्रशिक्षण

यूपी डीजीपी राजीव कृष्णा ने किया स्मार्ट पीटी टेबल-25 का विमोचन

नया पुलिस प्रशिक्षण कार्यक्रम मुख्यमंत्री का दृष्टिकोण है-महानिदेशक

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Thursday 11 September 2025 01:12:12 PM

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लखनऊ। पुलिस प्रशिक्षण निदेशालय लखनऊ में पुलिस प्रशिक्षण का एक नवीन परिदृश्य कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिरीक्षक एवं महानिदेशक राजीव कृष्णा ने लखनऊ में नियुक्त अपने सहयोगी पुलिस अधिकारियों केसाथ स्मार्ट पीटी टेबल-2025 का विमोचन किया। स्मार्ट पीटी टेबल यूपी पुलिस के ऑनलाइन प्रशिक्षण मैनेजमेंट सिस्टम कर्मयोगी आईगॉट पोर्टल पर साइबर अपराध, विधि विज्ञान, प्राथमिक उपचार, सदव्यवहार पर पुलिस प्रशिक्षण निदेशालय की कर्मयोगी टीम के सहयोग से प्रशिक्षण कार्यक्रम एवं फिजिकल ट्रेनिंग पर आधारित है। डीजी पुलिस राजीव कृष्णा ने पुलिस प्रशिक्षण निदेशालय के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के पुलिस बल को प्रशिक्षण प्रदान करने में उनके प्रयासों की प्रशंसा करते हुए कहा हैकि हम इतिहास बनते हुए देख रहे हैंकि कैसे चार लाख के फोर्स में जब इतना क्वांटम एडिशन एक बार में होता है, उस क्वांटम एडिशन को लाने केबाद हम उनको किस तरीके से फोर्स में समायोजित करने का कार्य करते हैं, यह सब उस भर्ती से भी ज्यादा महत्वपूर्ण है, जिसके माध्यम से वह यहां पर आए हैं।
डीजी पुलिस राजीव कृष्णा ने कहाकि यह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पुलिस बल के प्रशिक्षण में अत्याधुनिक तकनीकी ज्ञान से युक्त उच्चतम प्रशिक्षण की व्यवस्था सुनिश्चित होने का दृष्टिकोण है, मुख्यमंत्री के नेतृत्व, मार्गदर्शन और उनकी दूरदृष्टि से उन्होंने कई ऐसे निर्णय लिए हैं, जिनके आधार पर प्रशिक्षण निदेशालय ने डीजी प्रशिक्षण के नेतृत्व में ऐसा इन्फ्रास्टेक्चर तैयार किया गया है, जो अपने आपमें ऐतिहासिक है, जो न केवल पूरे फोर्स की दशा बदलने वाला है, बल्कि पूरे भारत में सर्वश्रेष्ठ है। पुलिस महानिदेशक ने कहाकि मुख्यमंत्री की 10 प्राथमिकताओं में पुलिस प्रशिक्षण का भी विशेष स्थान है। राजीव कृष्णा ने कहाकि अत्याधुनिक तकनीक होने केबाद भी यदि पुलिस प्रशिक्षण उच्चकोटि का नहीं है तो उसका कोई महत्व नहीं है। उन्होंने कहाकि पुलिस कर्मियों केलिए केवल शारीरिक दक्षता ही नहीं, बल्कि तकनीकी ज्ञान, कानूनी समझ और संवेदनशीलता भी उतनी ही आवश्यक है, नियमित और आधुनिक प्रशिक्षण प्रत्येक स्तर के पुलिस अधिकारी को अद्यतन, अनुशासित और जनता की आवश्यकताओं केप्रति संवेदनशील बनाता है।
डीजी पुलिस राजीव कृष्णा ने कहाकि वर्तमान में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे 60 हजार आरक्षियों को लोकप्रिय पुलिस सर्विस केलिए प्रशिक्षित और प्रोत्साहित करना तो है ही, साथही पुलिस प्रशिक्षण को इस स्तरपर ले जाना भी हैकि ताकि वे अगले 35-40 वर्ष महान पुलिस बल का अभिन्न अंग बनकर तत्परता और लगन से नागरिकों की सेवा कर सकें। प्रशिक्षण के दौरान हमें अनुशासन और ईमानदारी दोनों का ख्याल रखना होगा। उन्होंने हर्ष व्यक्त कियाकि यह पहल केवल एक तकनीकी बदलाव नहीं है, यह हमारी सोच हमारी कार्यशैली और हमारी प्रशिक्षण प्रणाली को नई दिशा देने वाली क्रांति है, इन नई व्यवस्थाओं से पुलिस बल और अधिक सक्षम कुशल और प्रभावशाली बनेगा। पुलिस प्रशिक्षण निदेशालय की महानिदेशक तिलोत्तमा वर्मा ने प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रत्येक बिंदू पर प्रकाश डाला। उन्होंने बतायाकि ऑनलाइन प्रशिक्षण पोर्टल एक ऐसा प्लेटफार्म है, जहां अब प्रत्येक प्रशिक्षु केलिए इनडोर एवं आउटडोर विषयों की समस्त सामग्री पीपीटी, वीडियो, पीडीएफ जैसे माध्यम से हर समय उपलब्ध होगी।
तिलोत्तमा वर्मा ने कहाकि पुलिस बल के प्रशिक्षण में अत्याधुनिक तकनीकी ज्ञान से युक्त उच्चतम प्रशिक्षण सुनिश्चित किया गया है, जिसके वृहद विस्तार का यह प्रशिक्षण कार्यक्रम है, जिसमें स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अनुमोदित फिजिकल ट्रेनिंग मैनुअल के रूपमें स्मार्ट पीटी टेबल-2025 के माध्यम से प्रशिक्षुओं को वाह्य कक्षीय प्रशिक्षण शारीरिक दक्षता अब परंपरागत तरीके के स्थान पर नवीनतम आधुनिक वैज्ञानिक प्रणाली से फिजिकल ट्रेनिंग दी जाएगी। उन्होंने बतायाकि पुलिस बल को आधुनिक तकनीक से युक्त प्रशिक्षण प्रदान करने, तीन नए कानूनों के संबंध में पुलिस बल के प्रत्येक कार्यकारी सदस्य को प्रशिक्षित करने, उत्तर प्रदेश के इतिहास में प्रथम बार लगभग 60 हजार की संख्या में भर्ती आरक्षियों को प्रशिक्षण प्रदान करने केलिए यथा समय आवश्यक संसाधन जुटाए गए तथा उनके गुणवत्तापरक प्रशिक्षण केलिए अध्यापक प्रशिक्षक, आईटीआई, पीटीआई प्रशिक्षकों को पर्याप्त संख्या में तैयार किया, प्रदेश में पहली बार चुने गए कार्मिकों को न्यूट्रीशन एवं शरीर विज्ञान की सम्पूर्ण जानकारी प्रदान करने केसाथ दक्ष फिजिकल ट्रेनर और हेल्थ कोच बनाया गया, आईटीआई, पीटीआई प्रशिक्षकों को प्रदेश के बाहर सीआरपीएफ के उत्कृष्ट प्रशिक्षण केंद्रों में मास्टर ट्रेनर प्रशिक्षित किया गया और प्रदेश पुलिस बल के लगभग समस्त पदों से संबंधित प्रशिक्षण हेतु पाठ्यक्रम को संशोधित एवं अपग्रेड किया गया है।

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