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'राष्ट्र के खिलाफ घात करना ही सबसे बड़ा पाप'

लखनऊ में श्रीराम कथा महोत्सव में बोले मुख्यमंत्री योगी

जननी और जन्मभूमि का कोई विकल्प नहीं है-योगी

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Friday 23 June 2017 01:33:46 AM

chief minister yogi in lucknow's shriram katha mahotsav

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि जननी और जन्मभूमि का कोई विकल्प नहीं होता है, इसीलिए सोने की लंका पर विजय प्राप्त करने के बाद भी भगवान श्रीराम विभीषण को लंका का राजा नियुक्त करके अयोध्या वापस लौट आए। गोमतीनगर में श्रीराम कथा महोत्सव को संबोधित करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भगवान श्रीराम ने मातृशक्ति की रक्षा के लिए लंका पर विजय प्राप्त की और रावण का संहार किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रधर्म ही हमारा प्रधान धर्म होना चाहिए, राष्ट्र के खिलाफ घात इस युग का सबसे बड़ा पाप है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भगवान श्रीराम के आदर्श हम सबके लिए प्रेरणादायी हैं। उन्होंने कहा कि रामकथा सनातन हिंदूधर्म की कथा है, श्रीराम के चरित्र में हम यह सबकुछ देख सकते हैं। उन्होंने कहा कि रामकथा का आयोजन देश के किसी न किसी हिस्से में प्रतिदिन अनवरत होता है। उन्होंने कहा कि श्रीराम का संबंध हमारी हर सांस से है, जब तक इस प्रकार रामकथा का श्रृवण होता रहेगा, भारतवर्ष उन्नति और आध्यात्मिक प्रगति के रास्ते पर ऐसे ही बढ़ता रहेगा। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम की कृपा से कोई भी भारत का बाल बांका नहीं कर सकता, भगवान श्रीराम की कृपा से भारत अजेय है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भगवान श्रीराम ने हमारे सामने मर्यादा का जो उदाहरण प्रस्तुत किया है, उसके पालन से सभी समस्याओं का निदान किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि आज जरूरत इस बात की है कि हम भगवान श्रीराम के आदर्शों पर चलते हुए जीवन जिएं।
योगी आदित्यनाथ ने जगद्गुरु रामानंदाचार्य स्वामी रामभद्राचार्य महाराज की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनके इस आयोजन से लखनऊ के लोगों को रामकथा सुनने का सुअवसर मिला है। उन्होंने कहा कि स्वामी रामभद्राचार्य महाराज ने चित्रकूट में दिव्यांगों के लिए देश का सबसे बड़ा विश्वविद्यालय स्थापित किया है, जिसमें दिव्यांग विद्यार्थियों को उत्कृष्ट शिक्षा मिल रही है। उन्होंने कहा कि उनसे प्रेरणा लेते हुए हम सबको ऐसे ही लोक कल्याणकारी कार्यक्रमों से जुड़ना चाहिए और ऐसे कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों को धर्म के वास्तविक स्वरूप का भी ऐहसास हो रहा होगा। कार्यक्रम को उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर भूतत्व एवं खनिकर्म राज्यमंत्री अर्चना पांडे और बड़ी संख्या में रामकथा श्रृवणकर्ता मौजूद थे।

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