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सीमाओं का देश के खिलाफ दुरुपयोग न हो-गृहमंत्री

'देश में शांति व्‍यवस्‍था में सशस्त्र सीमा बल का अतुलनीय योगदान'

गृहमंत्री ने सशस्त्र सीमा बल की स्थापना दिवस परेड की सलामी ली

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Thursday 19 December 2019 05:01:21 PM

home minister takes salute of 56th parade of sashastra seema bal

नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सशस्त्र सीमा बल की 56वीं वर्षगांठ पर आयोजित स्थापना दिवस परेड की सलामी ली। गृहमंत्री ने कहा है कि सशस्त्र सीमा बल ने सदैव निष्ठा के साथ कार्य किया है और देश के सामने अनेकों आंतरिक चुनौतियों के समय इसके जवानों ने अपने प्राणों की चिंता किए बगैर देश में शांति व्‍यवस्‍था स्‍थापित करने में अपना अतुलनीय योगदान दिया है। अमित शाह ने कहा कि जब भी भारत की एकता और अखंडता का इतिहास लिखा जाएगा एसएसबी का नाम स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। उन्होंने कहा कि सीमा सुरक्षा बल ने विशिष्ट भौगोलिक परिस्थितियों में रहते हुए नागरिकों को एक इकाई के रूपमें जोड़ने का काम किया है। उन्होंने कहा कि चाहे मित्र राष्ट्र की सीमाएं हों, नक्सल प्रभावित क्षेत्र हो या कश्मीर में तैनाती, हर समय इस बल के जवान राष्ट्र के लिए बलिदान को तैयार रहते हैं।
गृहमंत्री अमित शाह ने शहीद नीरज क्षेत्री को याद करते हुए कहा कि झारखंड में शहीद इस जवान की शहीदी आने वाले पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी। उन्‍होंने बताया कि नरेंद्र मोदी सरकार ने शहीद जवानों की याद में पुलिस स्मारक बनाया है, जो पुलिस की वीर गाथा कहने के लिए तैयार किया गया है। अमित शाह ने कहा कि विश्‍व में आवागमन सरल होने से जो देश भारत में शांति नहीं देखना चाहते, वह तरह-तरह के कुप्रयास करते रहते हैं, किंतु एसएसबी के जवान उनके मंसूबों को नाकाम करते रहते हैं। अमित शाह ने कहा कि नशीले पदार्थों की तस्‍करी हो या वामपंथी उग्रवाद सभी को रोकने में सशस्‍त्र सीमा बल ने महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्‍होंने भारत-नेपाल सीमा का जिक्र करते हुए कहा कि कई बार विदेशी नागरिकों को इस सीमा से घुसपैठ करते हुए एसएसबी के जवानों ने पकड़ा है।
अमित शाह ने कहा कि प्राकृतिक आपदा में एसएसबी जवानों का सकारात्‍मक योगदान होता है। उन्होंने कहा कि चुनाव लोकतंत्र का महोत्‍सव है, जिसमें शांतिपूर्ण मतदान कराने में इस बल के जवानों की महत्‍वपूर्ण भूमिका होती है और विभिन्‍न मौकों पर सशस्‍त्र सीमा बल के जवानों का मानवीय चेहरा लोगों को जोड़ने का काम करता है। अमित शाह ने कहा कि सशस्‍त्र सीमा बल पहला ऐसा सुरक्षा बल है, जिसमें वर्ष 2007 में महिलाओं को शामिल किया गया और वह कंधे से कंधा मिलाकर महिला शक्ति को प्रेरणा देने का काम कर रही हैं। गृहमंत्री ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार इस बात का प्रयास कर रही है कि प्रत्येक जवान जो सीमा पर तैनात है, अपने परिवार के साथ कम से कम सौ दिन अवश्य व्‍यतीत कर सके।

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