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भारत-जापान सेनाओं का धर्म गार्जियन संपन्‍न

पहाड़ी क्षेत्र में आतंकवादी गतिविधियों से निपटने की कार्रवाइयां

दोनों देश रक्षा सहयोग को और ज्यादा मजबूत करने हेतु प्रतिबद्ध

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Friday 1 November 2019 12:44:15 PM

dharma guardian of indo-japanese armies concluded

वैरेंगटे (मिजोरम)। भारत और जापान संयुक्‍त द्विपक्षीय सैन्य अभ्‍यासों की श्रृंखला में आपसी संबंधों को बल प्रदान करते हुए अगले स्‍तर तक ले जाने के लिए एकबार फिर एकसाथ आए। भारत और जापान की सेनाओं के बीच द्विपक्षीय सैन्‍य अभ्‍यास का दूसरा संस्‍करण धर्म गार्जियन-2019 मिजोरम के वैरेंगटे में काउंटर इंसर्जेंसी एंड जंगल वारफेयर स्कूल में संपन्‍न हुआ। समापन समारोह की अध्‍यक्षता जैपनीज ग्राउंड सेल्फ डिफेंस फोर्स के चीफ ऑफ स्‍टॉफ जनरल गोरो युसासा और 3 कोर के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल राजीव सिरोही ने की। अभ्‍यास में सै‍न्‍य टुकड़ियों को पहाड़ी क्षेत्र में विद्रोही व आतंकवादी गतिविधियों से निपटने की कार्रवाइयों के लिए प्रशिक्षित एवं चाकचौबंद करने पर मुख्‍य रूपसे ध्‍यान केंद्रित किया गया। प्रशिक्षण के पूरे पाठ्यक्रम की योजना क्रमिक रूपसे की गई, जिसमें शुरुआत में प्रतिभागियों को संयुक्‍त सामरिक अभ्‍यासों का प्रशिक्षण देने से पहले एक-दूसरे के संगठन, हथियारों और युद्ध कौशलों से परिचित कराया गया।
भारत-जापान सेनाओं के संयुक्‍त सैन्याभ्‍यास के तहत विद्रोही और आतंकवादी गतिविधियों से निपटने की कार्रवाइयों से संबंधित महत्‍वपूर्ण व्‍याख्‍यान, प्रदर्शन और अभ्‍यास संचालित किए गए। दोनों सेनाओं ने ऐसी स्थितियों से निपटने के बारे में अपने बहुमूल्‍य अनुभवों तथा संयुक्‍त अभियानों के लिए परिष्‍कृत अभ्‍यासों और प्रक्रियाओं को भी साझा किया। यह अभ्‍यास 72 घंटे वैलिडैशन फेज के साथ हुआ। यह अभ्‍यास भारत और जापान के बीच आपसी समझ और विश्वास को बढ़ावा देने के अलावा द्विपक्षीय सुरक्षा एवं रक्षा सहयोग को और ज्यादा मजबूत करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

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