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स्वदेशी रक्षा शक्ति से दुश्मन पराभूत-रक्षामंत्री

राष्ट्रीय सुरक्षा व आर्थिक विकास के लिए ब्रह्मा जैसी पहलें महत्वपूर्ण

रक्षामंत्री ने उमरिया में रखी रेल हब फॉर मैन्युफैक्चरिंग की आधारशिला

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Monday 11 August 2025 03:14:25 PM

defense minister rajnath singh

भोपाल। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा हैकि पाकिस्तान पर भारत का सफल सैन्य ‘ऑपरेशन सिंदूर’ इस बातका प्रमाण हैकि भारत स्वदेशी रक्षा शक्ति से अपने दुश्मनों को परास्त करने में सक्षम है। रक्षामंत्री मध्य प्रदेश के उमरिया में ग्रीनफील्ड रेल निर्माण सुविधा बीईएमएल रेल हब फॉर मैन्युफैक्चरिंग (ब्रह्मा) की आधारशिला रखते हुए भारतीय सेनाओं के ऐतिहासिक ऑपरेशन सिंदूर पर गर्व व्यक्त किया और कहाकि ऑपरेशन सिंदूर जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में निर्दोष नागरिकों पर हुआ जघन्य और कायरतापूर्ण आतंकवादी हमला पाकिस्तान के प्रायोजित आतंकवादी संगठनों और उनके आकाओं को करारा जवाब है। उन्होंने कहाकि भारत की निर्णायक प्रतिक्रिया ने एक कड़ा और स्पष्ट संदेश दिया हैकि देश अब अपनी अखंडता और संप्रभुता पर किसीभी हमले को बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने कहाकि हम किसीको उकसाते नहीं हैं, लेकिन जो हमें उकसाते हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। रक्षामंत्री ने कहाकि सशस्त्रबलों ने स्वदेशी हथियारों का प्रभावी ढंग से इस्तेमाल किया, जिसने इसकी सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने कहाकि भारत इस मुकाम तक केवल इसलिए पहुंच पाया, क्योंकि देश ने रक्षा क्षेत्रमें आत्मनिर्भर बनने का संकल्प लिया था।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने देश के रक्षा क्षेत्रमें ऐतिहासिक फैसलों और बदलाव केलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नेतृत्व की सराहना करते हुए कहाकि आज भारत न केवल अपनी धरती पर रक्षा उपकरण बना रहा है, बल्कि मित्र देशों की सुरक्षा जरूरतों कोभी पूरा कर रहा है। उन्होंने कहाकि हमारा रक्षा उत्पादन और निर्यात अभूतपूर्व गति से बढ़ रहा है और रिकॉर्ड आंकड़े प्राप्त कर रहा है, यह नए भारत का नया रक्षा क्षेत्र है। गौरतलब हैकि वित्तीय वर्ष 2024-25 में वार्षिक रक्षा उत्पादन बढ़कर 1.51 लाख करोड़ रुपये के सर्वकालिक उच्चस्तर और रक्षा निर्यात 23622 करोड़ रुपये के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है। रक्षामंत्री ने बीते दशक में देश की आर्थिक वृद्धि और आर्थिक आत्मनिर्भरता पर प्रकाश डाला और बतायाकि भारत की अर्थव्यवस्था लगभग 6.5 प्रतिशत की दर से बढ़ रही है और देश दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है। उन्होंने कहाकि डबल इंजन सरकार अर्थव्यवस्था को औरभी तेजगति से आगे बढ़ाने केलिए निरंतर प्रयास कर रही है। उन्होंने 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने का विश्वास व्यक्त किया। रक्षामंत्री ने कहाकि ब्रह्मा सुविधा को 148 एकड़ में फैले रोलिंग स्टॉक केलिए एक विश्वस्तरीय विनिर्माण इकाई के रूपमें विकसित किया जाएगा और लगभग दो वर्ष में इसके पूरा होने की उम्मीद है।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहाकि बीईएमएल ने एकीकृत विनिर्माण इकाई को पूरी तरह से स्थापित करने केलिए अगले कुछवर्ष में चरणबद्ध तरीके से 1800 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना बनाई है। उन्होंने बतायाकि शुरुआत में प्रतिवर्ष 125-200 कोच का निर्माण करते हुए इसकी क्षमता पांच वर्ष में प्रतिवर्ष 1100 कोच तक पहुंच जाएगी, यह इकाई घरेलू और निर्यात बाजारों केलिए वंदे भारत ट्रेन सेट, मेट्रो कार, इलेक्ट्रिकल मल्टीपल यूनिट, हाईस्पीड रेल कोच और अन्य आधुनिक रोलिंग स्टॉक का निर्माण करेगी। इससे 5000 से अधिक प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोज़गार सृजित होने, स्थानीय आपूर्ति श्रृंखलाओं को सक्रिय करने और मध्य प्रदेश के औद्योगिक क्षेत्र विशेष रूपसे सिंगरौली, सतना, रीवा और कटनी में एमएसएमई को प्रोत्साहित करने की उम्मीद है। रक्षामंत्री ने कहाकि भारत के हरित विनिर्माण लक्ष्यों के अनुरूप इसमें शून्य उत्सर्जन प्रणालियां, सौर और नवीकरणीय ऊर्जा एकीकरण, वर्षा जल संचयन और ग्रीन लैंडस्केपिंग शामिल होंगे। पुनर्नवीनीकृत और टिकाऊ निर्माण सामग्री के उपयोग से नियामक पर्यावरणीय अनुमोदनों और हरित कारखाना सिद्धांतों सहित उच्चतम पर्यावरणीय और सुरक्षा मानकों का अनुपालन सुनिश्चित होगा।
राजनाथ सिंह ने राष्ट्रीय सुरक्षा और आर्थिक विकास केलिए आवश्यक औद्योगिक और तकनीकी आधार के निर्माण में ब्रह्मा जैसी पहलों को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने रक्षा क्षेत्रको मज़बूत करने में बीईएमएल की भूमिका की सराहना की और कहाकि ब्रह्मा परियोजना मोबिलिटी सॉल्यूशंस के वैश्विक आपूर्तिकर्ता के रूपमें डीपीएसयू की स्थिति को और मजबूत करेगी। उन्होंने कहाकि बीईएमएल औद्योगिक और रक्षा क्षेत्रमें आत्मनिर्भरता की दिशा में भारत की यात्रा में एक स्तंभ के रूपमें खड़ा है। उन्होंने कहाकि ब्रह्मा जैसी परियोजनाएं आत्मनिर्भर, विश्वस्तर पर प्रतिस्पर्धी और भविष्य केलिए तैयार हमारे आर्थिक संकल्प की पुष्टि करती हैं। रक्षामंत्री ने अनुसंधान एवं विकास क्षेत्रको और मज़बूत करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया, क्योंकि यह किसीभी उद्योग की नींव है। कार्यक्रम में कृषि, किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान, रेल, सूचना एवं प्रसारण, इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव (वर्चुअल जुड़े), मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव, सचिव (रक्षा उत्पादन) संजीव कुमार, बीईएमएल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक शांतनु रॉय, राज्य और केंद्र के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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