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रक्षा निर्यात के लिए ओजीईएल नीति मंजूर

भारत ने उठाए रक्षा निर्यात में सुधार के महत्वपूर्ण कदम

रक्षा निर्यात बढ़ेगा और कारोबार करने में आसान होगी

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Friday 25 October 2019 02:04:37 PM

defence ministry

नई दिल्ली। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने चुनिंदा देशों को कुछ पुर्जों, घटकों के निर्यात और प्रौद्योगिकी के अंतर कंपनी हस्‍तांतरण के लिए दो ओपन जनरल निर्यात लाइसेंस जारी करने की मंजूरी दे दी है। इससे रक्षा निर्यात को बढ़ावा मिलेगा और कारोबार को आसान बनाने में और बढ़ोत्तरी होगी। ओजीईएल की मांग के आवेदन पर रक्षा उत्पादन विभाग मामला-दर-मामला आधार पर विचार करेगा। निर्यातकों की मांग पर विभिन्न हितधारकों के साथ व्यापक विचार-विमर्श के बाद डीपीपी ने इस ओजीईएल नीति को तैयार करके रक्षामंत्री के अनुमोदन के लिए प्रस्तुत किया था। ओजीईएल के तहत अनुमति प्राप्‍त देशों के नाम हैं-बेल्जियम, फ्रांस, जर्मनी, जापान, दक्षिण अफ्रीका, स्पेन, स्वीडन, ब्रिटेन, अमेरिका, कनाडा, इटली, पोलैंड और मैक्सिको। 'विशेष आर्थिक क्षेत्र' की वस्तुओं के निर्यात की अनुमति नहीं है।
ओपन जनरल निर्यात लाइसेंस प्राप्त करने के लिए आवेदक के पास आयात-निर्यात प्रमाणपत्र होना जरूरी है। ओजीईएल के तहत सभी लेन-देन की प्रत्‍येक तिमाही और वर्ष के अंत की रिपोर्टों को जांच और निर्यात बाद सत्यापन के लिए डीपीपी को प्रस्तुत किया जाएगा। ओजीईएल के तहत अनुमति प्राप्‍त मदों में गोला-बारूद के घटक और एनर्जीटिक तथा विस्फोटक सामग्री के बिना फ्यूज सेटिंग उपकरण, अग्नि नियंत्रण और संबंधित खतरे की सूचना और चेतावनी से संबंधित उपकरण तथा संबंधित प्रणाली और शरीर सुरक्षा मदें, पूर्ण वायुयान या पूरी तरह से मानवरहित वायुयान और यूएवी के लिए विशेष रूपसे संशोधित या डिजाइन किए गए किसी भी घटक को इस लाइसेंस से बाहर रखा गया है।
अन्‍य देशों को प्रौद्योगिकी का हस्तांतरण इस शर्त के अधीन है कि किसी भारतीय सहायक कंपनी यानी आवेदक निर्यातक से अपनी विदेशी मूल कंपनी और/ या विदेशी मूल कंपनी की सहायक कंपनी को निर्यात अंतर कंपनी हस्तांतरण हो। ओजीईएल किसी कंपनी को शुरू में दो वर्ष की विशिष्‍ट अवधि के लिए एक बार दिया जाने वाला निर्यात लाइसेंस है। निर्यात लाइसेंस के बारे में विवरण हाइपरलिंक्स से प्राप्त किया जा सकता है-https://www.defenceexim.gov.in/showfile.php?fname=OGEL-Parts
https://www.defenceexim.gov.in/showfile.php?fname=OGEL-ToT। भारत ने अपने रक्षा निर्यातों में सुधार के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। दो वर्ष में निर्यात में सात गुना बढ़ोत्तरी हुई है और 2018-19 में यह बढ़कर 10,500 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। ऐसा मानक संचालन प्रक्रिया में सुधार और आवेदनों की ऑनलाइन मंजूरी के लिए एक पोर्टल के शुरुआत करने के कारण संभव हुआ है। आवेदन जांच प्रक्रिया में लगने वाले समय में भी काफी कमी आई है।

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