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'प्रकृति की रक्षा और संस्कृति का संरक्षण करें'

वृक्षारोपण व जल संरक्षण को जनांदोलन बनाएं-उपराष्ट्रपति

भारत छोड़ो आंदोलन दिवस पर संसद भवन में वृक्षारोपण

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Friday 9 August 2019 03:22:30 PM

vice president m. venkaiah naidu plantation in parliament house

नई‌ दिल्ली। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कहा है कि नए भारत के निर्माण के लिए भ्रष्टाचार और जातिगत भेदभाव जैसी विभिन्न सामाजिक बुराइयों से छुटकारा पाना तथा सामाजिक दायित्वों को पूरा करना लोगों का दोहरा उद्देश्य होना चाहिए। भारत छोड़ो आंदोलन दिवस पर आज संसद भवन परिसर में उन्होंने वृक्षारोपण किया और स्वतंत्रता संग्राम के नायकों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि समय की जरूरत है कि ग़रीबी और असमानता समेत सामाजिक बुराइयों से छुटकारा पाया जाए। उपराष्ट्रपति ने लोगों का वर्षा के जल के संचय को बढ़ावा देने और बड़े पैमाने पर जल संरक्षण करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि इसे स्वच्छ भारत की ही तरह जनांदोलन बनाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि रिड्यूज यानी कम से से कम, रीयूज यानी फिर से इस्तेमाल और रीसाइकिल जल संरक्षण का मंत्र होना चाहिए।
उपराष्ट्रति ने कहा कि इस ग्रह को हराभरा और स्वच्छ बनाने के लिए प्रत्येक शख्स को वृक्षारोपण को अपनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि पेड़ पारिस्थितिकी तंत्र का संतुलन बनाने और जैव विविधता को बचाने में मदद करते हैं। उन्होंने बच्चों और युवाओं से कहा कि वे इस तरह के रचनात्मक कार्यक्रमों में सक्रिय रूपसे भाग लें। उपराष्ट्रपति ने कहा कि हर किसी को प्रकृति से प्रेम करना चाहिए और उसके साथ रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि एक बेहतर भविष्य के लिए प्रकृति की रक्षा और संस्कृति का संरक्षण करें। इस अवसर पर राज्यसभा के महासचिव देशदीपक वर्मा और वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।

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