
ह्वाइट हाउस, इस युग में अमरीका की शक्ति और उसके स्थायित्व का चरम प्रतीक है। यहां राष्ट्रपति आते हैं और जाते हैं, ये उस स्थान में रहते हैं जिसे हर अमरीकी को अपना समझने का पूरा अधिकार है। जॉन ऐडम्ज़ ने इस भवन में अपने निवास की दूसरी रात को लिखा था- 'प्रभु से मेरी प्रार्थना है कि यहां आने वाले सभी महानुभावों पर आपका वरदहस्त बना...

प्रिंस चार्ल्स से उद्घाटन को लेकर देश में काफी विवाद हुआ था और मांग की गई थी कि राष्ट्रमंडल खेल चूंकि भारत में हो रहे हैं इसलिए राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल को उद्घाटन करना चाहिए लेकिन इस सबके बावजूद ब्रिटिश परंपरा के अनुसार प्रिंस चार्ल्स ने ही उद्घाटन किया। इनके बाद भारत की राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल...

अयोध्या में जहां रामलला की मूर्ति स्थापित है, वह स्थान ही रामजन्मभूमि है। करोड़ों लोगों की धार्मिक और आध्यात्मिक आस्था के चरम किंतु 'विवादित' शब्द से घिरे इस विश्व विख्यात स्थान पर कभी हिंदू धार्मिक स्थल हुआ करता था जिसे तोड़कर बाबरी मस्जिद बनाई गई थी जोकि इस्लाम के सिद्धांतों के खिलाफ थी, जिसे मस्जिद नहीं माना जा सकता।...

कोर्ट को धन्यवाद कि जिसने ऐसे चेहरों को बेनकाब किया जो न्याय की राह में रोड़ा बनते हैं। मीडिया के कुछ चेहरों को आप टीवी चैनलों में और समाचार पत्रों में उनके खतरनाक विश्लेषणों के रूप में पहचान सकते हैं। धर्मनिरपेक्षता और निष्पक्ष पत्रकारिता का रूप धरे, घोर साम्प्रदायिक सोच वाले ऐसे मीडिया वालों को आप जरूर पहचानिए जो...

केन्द्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में रामजन्म भूमि-बाबरी मस्जिद विवाद के मामले में 24 सितम्बर को आने वाले उच्च न्यायालय के संभावित फैसले को देखते हुए एक प्रस्ताव पारित कर देशवासियों से अपील की गई है कि किसी वर्ग के उकसाने मे आकर कोई ऐसा प्रयास नहीं किया जाना चाहिए या ऐसी कोई बात नहीं की जानी चाहिए जो दूसरों की भावनाएं आहत करे।...

यद्यपि वैश्विक तपन और जलवायु परिवर्तन के प्रत्याशित प्रभावों का अभी भली-भांति अंदाजा नहीं लगाया जा सका है, तथापि यह निश्चित मानिए कि भविष्य में पानी की समस्या का एक विकराल रूप सामने आने वाला है। भारत में पिछले कुछ दशकों में तेजी से बढ़ती जनसंख्या की निरंतर बढ़ती मांग के कारण वैसे भी जल संसाधनों पर काफी दबाव बढ़ गया है।...

क्या उत्तराखंड के मुख्यमंत्री डॉ निशंक यह बात स्वीकार करते हैं कि उनके राज्य में अवस्थापना सुविधाओं का अभाव है? और यदि यह सही है तो वे राज्य में आने वाले बाकी उद्यमियों की मूलभूत आवश्यकताओं को कैसे पूरा करेंगे? आज से नहीं बल्कि इस राज्य के अस्तित्व में आने के बहुत पहले से ही उत्तराखंड की स्वर्ग सी समृद्धशाली और सम्मोहन...

इटावा में जिलाधिकारी कार्यालय की प्राचीर पर चिथड़ों में लटका राष्ट्रीय ध्वज आप भी देखिए। यह जिलाधिकारी के अपनी कलक्ट्रेट के घटिया प्रबंधन का एक प्रमाण है। जिलाधिकारी से पूछिए कि उनके भारतीय प्रशासनिक सेवा में चयन का क्या औचित्य है? क्योंकि वे भारतीय संविधान की दृष्टि में एक श्रेष्ठ प्रशासनिक अधिकारी माने जाते हैं...

खुले आसमान में हर साल लाखों टन अनाज सड़ता और नालियों में बहता रहता है, हर साल करोड़ों लोग दो वक्त की रोटी की जद्दोजहद में घुटते-मरते रहते हैं। ये दो तस्वीरें हैं भारत में भ्रष्टाचार और अव्यवस्था की। भारत का दुर्भाग्य ही कहा जाएगा कि स्थितियां सुधरने के बजाय और ज्यादा बिगड़ ही रही हैं। सरकार की छत्रछाया में अन्न की बरबादी...

संजीव मेहता आज भारत को 63वें स्वतंत्रता दिवस पर तोहफ़े के रूप में भारत की जनता को ईस्ट इंडिया कंपनी पेश करते हैं। ईस्ट इंडिया के क़रीब तीस से चालीस मालिक थे। संजीव मेहता ने एक-एक को ढूंढ कर कंपनी के मालिक़ाना हक़ अपने नाम करवाए। अगले साल संजीव ईस्ट इंडिया कंपनी को भारत लाने की योजना बना रहे हैं। यानि कि चक्र पूरा होगा और...

भारत में जनता अधनंगी, भूखी, प्यासी तरसे और खेलों के नाम पर कांग्रेस से नेताओं और उनसे जुड़े कारिंदे करोड़ों कमाकर मौज उड़ाएं? भारत का कानून इन कालनेमियों को अपनी जद में लेने में असहाय महसूस करे? देश की पुलिस इनमें से कई भ्रष्टाचारियों और दुराचारियों को सलाम ठोके और गरीब गुरबों को थाने की हवालात और जेल की हवा खिलाए? देश में...

क्रांति की शक्ति सिर्फ पुरुषों को ही आकृष्ट नहीं करती है, बल्कि महिलाओं को भी वैसे ही आकृष्ट करती आ रही है, इसीलिए हर युग के इतिहास में महिलाओं की शौर्य गाथाओं का प्रमुखता से वर्णन मिलता है। भारत में सदैव नारी को आदर और श्रद्धा की देवी माना गया है। अवसर आया तो इसी नारी ने चंडी का भी रूप धरा और अपनी अदम्य शक्ति का लोहा मनवाया।...

चंदौली में स्वतंत्रता संग्राम के आखिरी दौर में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के ‘करो या मरो’ के आह्नान पर 16 अगस्त 1942 को महाईच परगना के आन्दोलनकारियों ने जो कुछ किया वह कामयाबी और बलिदान के नजरिये से संयुक्त प्रान्त (उत्तर प्रदेश) और भारत के ऐसे कई बड़े मामलों में से एक था, लेकिन इस कांड की उतनी चर्चा नहीं हो पाई जितनी होनी चाहिए...

टाटा उद्योग समूह के अध्यक्ष रतन टाटा के छठवें उत्तराधिकारी की खोज अभी से आरंभ हो गई है। रतन टाटा ने 1991 में इसके अध्यक्ष का कार्यभार संभाला था। अगले 29 माह में वे यह पद छोड देंगे। लगभग बीस साल के कारोबार में रतन टाटा के नेतृत्व में टाटा समूह के राजस्व में पच्चीस फीसदी बढोत्तरी दर्ज की गई है। टाटा समूह की नींव जमशेदजी नौशेरवांजी...

यदि फेसबुक पर युवाओं में राजनीति को लेकर घोर निराशावादी धारणाएं घर कर रही हैं तो इसके गंभीर कारण हैं जोकि भारतीय राजनीति के लिए अच्छे संकेत नहीं कहे जा सकते। इस गहरी निराशा को उखाड़ फेंकने के लिए राजनीतिक दलों को कुछ तो उपाय करने ही होंगे ताकि धरती पर मनुष्य के लिए अनंतकाल से सर्वश्रेष्ठ उत्तरदान मानी जाने वाली 'राजनीति'...