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अहमदाबाद में वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट

नरेंद्र मोदी के साथ उज्बेक राष्ट्रपति की द्विपक्षीय बैठक

'उज्बेकिस्तान में भारतीय निवेश को उच्च प्राथमिकता'

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Friday 18 January 2019 05:12:08 PM

narendra modi meeting the president of uzbekistan shavkat mirziyoyev

अहमदाबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शावकत मिर्जियोयेव ने अहमदाबाद में वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट-2019 के दौरान द्विपक्षीय बैठक की। राष्ट्रपति शावकत मिर्जियोयेव कल एक उच्चस्तरीय शिष्टमंडल के साथ गांधीनगर पहुंचे, जहां उनकी अगवानी गुजरात के राज्यपाल ओपी कोहली ने की थी। बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात में राष्ट्रपति शावकत मिर्जियोयेव और उनके शिष्टमंडल का हार्दिक स्वागत किया। नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2018 में राष्ट्रपति शावकत मिर्जियोयेव की भारत यात्रा के दौरान उनके साथ हुई बैठक में लिए गए विविध फैसलों के कार्यांवयन की दिशा में हुई प्रगति पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने गुजरात-उज्बेकिस्तान के आंदीझान क्षेत्र के बीच एमओयू पर हुए हस्ताक्षर का उल्लेख किया। प्रधानमंत्री ने उज्बेक शिष्टमंडल में आंदीझान क्षेत्र के गवर्नर की मौजूदगी का संज्ञान लेते हुए आशा व्यक्त की कि राष्ट्रपति शावकत मिर्जियोयेव की इस यात्रा से भारत और उज्बेकिस्तान के बीच विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग व संपर्क और भी मजबूत होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले भारत-मध्य एशिया संवाद को समर्थन देने के लिए राष्ट्रपति शावकत मिर्जियोयेव के प्रति आभार जताया। विदेश मंत्री स्तर का यह संवाद उज्बेकिस्तान के समरकंद में 12-13 जनवरी 2019 को हुआ था, जिसमें अफगानिस्तान में शांति और विकास को समर्थन देने के बारे में महत्वपूर्ण चर्चाएं हुई थीं। राष्ट्रपति शावकत मिर्जियोयेव ने वाइब्रेंट गुजरात समिट में आमंत्रित करने के लिए प्रधानमंत्री का धन्यवाद किया। उन्होंने नरेंद्र मोदी को बताया कि उज्बेकिस्तान, भारत से होनेवाले निवेश को उच्च प्राथमिकता देता है और उन्होंने भारत के साथ उज्बेकिस्तान के भावी सहयोग से संबंधित प्राथमिकता वाले आईटी, शिक्षा, फॉर्मास्युटिकल्स, स्वास्थ्य सेवा, कृषि, व्यापार और पर्यटन जैसे कुछ क्षेत्रों का भी उल्लेख किया। राष्ट्रपति शावकत मिर्जियोयेव ने प्रधानमंत्री को प्रथम भारत-मध्य एशिया संवाद की सफलता पर मुबारकबाद दी, जिसने मध्य एशिया क्षेत्र और अफगानिस्तान में शांति के लिए भागीदार देशों के साझा प्रयास पर भारत का सकारात्मक प्रभाव परिलक्षित हुआ है।
उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में भारत के आणविक ऊर्जा विभाग और उज्बेकिस्तान की नोवोई मिनरल्स एंड मेटलार्जिकल कम्पनी के बीच भारत की ऊर्जा संबंधी जरूरतें पूरी करने के लिए यूरेनियम और कांसंट्रैट की दीर्घकालिक आपूर्ति के संबंध में समझौता हुआ। दोनों नेताओं ने भारतीय आयात-निर्यात बैंक (एक्जिम बैंक) और उज्बेकिस्तान गणराज्य के बीच 200 मिलियन डॉलर की ऋण सहायता के बारे में हुए समझौते का भी स्वागत किया। भारत सरकार का समर्थित यह समझौता उज्बेकिस्तान में आवास और सामाजिक अवसंरचना से संबंधित परियोजनाओं का वित्तपोषण करने से सम्बद्ध है। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उज्बेकिस्तान के लिए 200 मिलियन डॉलर की ऋण सहायता देने की घोषणा भी की।

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