स्वतंत्र आवाज़
word map

ऑस्‍ट्रेलिया में बहुपक्षीय क्षेत्रीय समुद्री अभ्‍यास

भारतीय नौसेना का जहाज सह्याद्री ककाडू भी हुआ शामिल

हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति स्थिरता में भारत की खास भूमिका

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Friday 31 August 2018 02:03:19 PM

ins sahyadri kakadu

मुंबई। भारतीय नौसेना का जहाज सह्याद्री ककाडू दक्षिण चीन सागर और प्रशांत महासागर में चार महीने की तैनाती के बाद समुद्री अभ्‍यास में हिस्सा लेने के लिए ऑस्‍ट्रेलिया में डार्विन बंदरगाह पर पहुंच चुका है। सह्याद्री ककाडू ने दक्षिण चीन सागर और प्रशांत महासागर में तैनाती के दौरान गुआम में मालाबार 18 और हवाई में रिमपैक 18 बहुराष्‍ट्रीय अभ्‍यास में भारतीय नौसेना का प्रतिनिधित्‍व किया था। वर्ष 1993 से शुरू ककाडू अभ्‍यास रॉयल ऑस्‍ट्रेलियाई नौसेना और रॉयल ऑस्‍ट्रेलियाई वायुसेना का एक महत्‍वपूर्ण बहुपक्षीय क्षेत्रीय समुद्री अभ्‍यास है। यह अभ्‍यास हर दो साल पर डार्विन और उत्तरी ऑस्‍ट्रेलियाई अभ्‍यास क्षेत्रों में आयोजित होता है।
समुद्री अभ्‍यास का चौदहवां संस्‍करण ककाडू-2018, 15 सितम्‍बर तक चलेगा, जिसमें 23 युद्धपोत, एक पनडुब्‍बी, 45 हवाई जहाज, 250 नौसैनिक और लगभग 52 विदेशी कर्मचारी शामिल होंगे। ककाडू अभ्‍यास का नाम डार्विन से दक्षिण पूर्व 171 किलोमीटर दूर ऑस्‍ट्रेलिया के उत्तरी क्षेत्र में ककाडू राष्‍ट्रीय पार्क से लिया गया है। ककाडू 2018 में भारतीय नौसेना की भागीदारी से सह्याद्री ककाडू को क्षेत्रीय साझेदारों के साथ काम करने, अभ्‍यास के दौरान बंदरगाहों पर पेशेवराना आदान-प्रदान और समुद्र में विविध गतिविधियों से रू-ब-रू होने का मौका मिलेगा, जिससे भारतीय नौसेना को अपनी संचालन क्षमता विकसित करने में भी मदद मिलेगी।
भारतीय नौसेना के सह्याद्री ककाडू जहाज के कप्‍तान शांतनु झा हैं, जिनके सहयोग के लिए भारतीय नौसेना के पेशेवर और उच्‍च प्रेरित लोगों की एक टीम मौजूद है। ककाडू 2018 में भारतीय नौसेना की भागीदारी क्षेत्रीय नौसेनाओं के बीच पारस्‍परिक आत्‍मविश्‍वास को मजबूत करने की दिशा में एक अहम पड़ाव है और इससे उम्‍मीद की जा रही है कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति और स्थिरता सुनिश्चित करने में भारत का योगदान और भी ज्यादा महत्वपूर्ण हो जाएगा।

हिन्दी या अंग्रेजी [भाषा बदलने के लिए प्रेस F12]