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'असम राइफल्स पूर्वोत्तर का प्रहरी और मित्र है'

असम राइफल्स की 1835 से बहादुरी की अद्वितीय विरासत-रेड्डी

शिलांग में असम राइफल्स का 188वां स्थापना समारोह आयोजित

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Friday 24 March 2023 03:16:52 PM

g kishan reddy attended 188th rising day ceremony of the assam rifles

शिलांग। केंद्रीय संस्कृति, पर्यटन और पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री जी किशन रेड्डी आज शिलांग में असम राइफल्स के 188वें स्थापना दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूपमें शामिल हुए। जी किशन रेड्डी ने इस अवसर पर कहाकि असम राइफल्स केपास 1835 से वीरता की एक अद्वितीय विरासत है और सबसे अधिक वीरता पुरस्कारों से सम्मानित होने का गौरव भी प्राप्त है। उन्होंने कहाकि कर्तव्य के पालन में असम राइफल्स के बहादुर जवानों के सर्वोच्च बलिदान के माध्यम से यह अद्वितीय अंतर संभव हो पाया है। किशन रेड्डी ने कहाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लालकिले की प्राचीर से अपने भाषण में अमृतकाल के युग का सूत्रपात किया था और राष्ट्र की प्रगति की रूपरेखा पर प्रकाश डाला था। उन्होंने यहभी कहाकि यह प्रधानमंत्री का विजन हैकि इस अमृतकाल में पूर्वोत्तर क्षेत्र भारत के विकास इंजन के रूपमें स्थापित होगा।
पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री ने कहाकि इस विजन के अनुरूप पूर्वोत्तर क्षेत्र में एक नए युग का सूत्रपात हुआ है और सभी क्षेत्रों चाहे वह अवसंरचना, कनेक्टिविटी, शांति और स्थिरता हो में तेजीसे विकास हुआ है। किशन रेड्डी ने कहाकि 8000 से अधिक सशस्त्र कैडर ने आत्मसमर्पण किया और मुख्यधारा में शामिल हुए तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कई शांति समझौतों पर हस्ताक्षर किएगए हैं। किशन रेड्डी ने क्षेत्र में सरकार की विभिन्न उपलब्धियों को रेखांकित किया। उन्होंने कहाकि पिछले 9 वर्ष में 5 लाख करोड़ रुपये से अधिक व्यय किएगए हैं, जिससेकि यह सुनिश्चित किया जा सकेकि क्षेत्रमें विकास और 17 नए हवाई अड्डे, 1.05 लाख रुपये की चल रही सड़क परियोजनाएं और 77,930 करोड़ रुपये की वर्तमान में चलरही रेल परियोजनाओं जैसी कई मेगा कनेक्टिविटी परियोजनाएं आदि जारी रहें। उन्होंने कहाकि आज लोगों केलिए विकास के अनगिनत अवसर खोलने केलिए पूर्वोत्तर में हर सेक्टर में तेजी लाई जा रही है।
किशन रेड्डी ने कहाकि असम राइफल्स का पूर्वोत्तर क्षेत्र केलिए इस नए प्रतिमान को हासिल करने में बड़ा योगदान है। उन्होंने कहाकि शांति के इस युग ने हमने पूर्वोत्तर क्षेत्र को वास्तविक क्षमता अर्जित करने में सक्षम बनाया है और कहाकि अब हम पूर्वोत्तर राज्यों में आयोजित होनेवाले विभिन्न जी20 शिखर सम्मेलनों के दौरान विश्व समुदाय के सामने विभिन्न सेक्टरों में अपनी शक्ति का आत्मविश्वासपूर्वक प्रदर्शन कर सकते हैं। उन्होंने कहाकि पूरे क्षेत्रमें आयोजित होनेवाले ये जी20 सम्मेलन अष्टलक्ष्मी राज्यों को भारत के विकास केंद्रों के रूपमें स्थापित करने में सहायता करेंगे। किशन रेड्डी ने आपदा प्रबंधन कार्यों के दौरान असम राइफल्स के प्रयासों की सराहना की और इस तथ्य की प्रशंसा कीकि असम राइफल्स को उनकी शक्ति और टीम वर्क के दुर्लभ प्रदर्शन के कारण ऐसे समय में एनडीआरएफ की एक इकाई के रूपमें प्रतिनियुक्त किया गया है।
जी किशन रेड्डी ने क्षेत्रमें नशीले पदार्थों और अन्य मादक पदार्थों की तस्करी का मुकाबला करने केलिए असम राइफल के प्रयासों की सराहना की। किशन रेड्डी ने असम राइफल्स की महिलाओं को प्रोत्साहित किया और न केवल भारत में, बल्कि विश्वभर में शांतिवाहिनी सेना में उनके योगदान तथा भारत की नारी शक्ति के प्रतीक बनने केलिए उनकी सराहना की। उन्होंने कहाकि असम राइफल्स ने कई अवसरों पर कर्तव्य पालन सेभी आगे बढ़कर चिकित्सा शिविर, महिला सशक्तिकरण योजनाओं, राष्ट्रीय समेकन पर्यटन आदि जैसे विभिन्न नागरिक कार्रवाई परियोजनाओं में उत्साहपूर्वक भाग लिया है। उन्होंने कहाकि इस प्रकार के सहयोगों ने स्थानीय लोगों की व्यापक रूपसे सहायता की है। किशन रेड्डी ने कहाकि क्षेत्र में सुरक्षा और स्थिरता केलिए किएगए समर्पण, उत्साह और बलिदान केलिए असम राइफल्स को सही अर्थों में 'पूर्वोत्तर का प्रहरी' और 'पर्वतीय लोगों का मित्र' कहा जाता है।

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