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हैदराबाद में राष्ट्रपति निलयम जनता केलिए खुला

जानिए राष्ट्रपति भवन निलयम आजादी के गुमनाम नायकों का इतिहास

द्रौपदी मुर्मु ने की राष्ट्रपति निलयम में आगंतुकों के भ्रमण की शुरुआत

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Wednesday 22 March 2023 05:33:27 PM

rashtrapati nilayam in hyderabad opens for public

हैदराबाद/ नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने आज राष्ट्रपति निलयम में आगंतुकों के भ्रमण की शुरुआत करने पर आयोजित कार्यक्रम को वीडियो कॉंफ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करके उसकी गरिमा बढ़ाई। राष्ट्रपति ने इस अवसर पर कहाकि हर एक भारतीय से राष्ट्रपति भवन और राष्ट्रपति रिट्रीट जुड़े हुए हैं। उन्होंने कहाकि हम गर्व के साथ आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं, हमारा प्रयास हैकि सभी नागरिक, विशेषकर हमारी युवा पीढ़ी, स्वतंत्रता सेनानियों के बारेमें जानें और हमारे स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े मूल्यों का सम्मान करें। उन्होंने कहाकि इस विचार केसाथ राष्ट्रपति निलयम में एक नॉलेज गैलरी की स्थापना की गई है, यह राष्ट्रपति भवन एवं निलयम के इतिहास और हमारे स्वतंत्रता के गुमनाम नायकों के बारेमें जानकारी प्रदान करेगी। उन्होंने लोगों, विशेषकर बच्चों व युवाओं से निलयम आने और अपनी विरासत से खुद को जोड़ने का अनुरोध किया।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने जय हिंद रैंप के जीर्णोद्धार, संरक्षण और ऐतिहासिक फ्लैग पोस्ट की प्रतिकृति की भी नींव रखी, जय हिंद रैंप अतीत में परिसर की जल की जरूरतों को पूरा करनेवाले एक ऐतिहासिक बावड़ी से जुड़ा हुआ है, वहीं ऐतिहासिक फ्लैग पोस्ट के माध्यम से 1948 में हैदराबाद राज्य के भारतीय संघ में एकीकरण को चिन्हित किया गया है। गौरतलब हैकि पहलीबार राष्ट्रपति निलयम के विरासत भवन को आम जनता केलिए खोला जा रहा है, इससे पहले लोग सीमित अवधि केलिए साल में केवल एकबार निलयम के उद्यानों का भ्रमण कर सकते थे। निलयम के दौरे के दौरान आगंतुक राष्ट्रपति भवन, डाइनिंग क्षेत्र सहित इमारत को अंदर से देख सकते हैं। इसके साथही निलयम किचन को डाइनिंग हॉल से जोड़ने वाली भूमिगत सुरंग से टहलते हुए तेलंगाना के पारंपरिक चेरियल चित्रों का आनंद ले सकते हैं। आगंतुक राष्ट्रपति भवन और राष्ट्रपति निलयम के इतिहास के बारेमें जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
राष्ट्रपति निलयम में नॉलेज गैलरी में संविधान और भारत के राष्ट्रपति की भूमिका एवं जिम्मेदारियों के बारेमें जान सकते हैं, इसको पहले अस्तबल के रूपमें उपयोग किया जाता था। इसके प्रांगण में आगंतुक बग्घी और राष्ट्रपति की लिमोजिन के साथ सेल्फी ले सकते हैं। राष्ट्रपति निलयम के परिसर में आगंतुक जय हिंद रैंप और फ्लैग पोस्ट पॉइंट केसाथ नेचर ट्रेल भी देख सकते हैं। निलयम गार्डन के विभिन्न खंड जैसेकि रॉक गार्डन, हर्बल गार्डन, बटरफ्लाई और नक्षत्र गार्डन जनता केलिए खुले रहेंगे। आगंतुक क्यूआर कोड स्कैन करके फलों, पेड़ों और फूलों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। राष्ट्रपति निलयम राष्ट्रपति के दक्षिणी प्रवास को छोड़कर पूरे वर्ष आम जनता केलिए खुला रहेगा। आगंतुक लिंक http://visit.rashtrapatibhavan.gov.in के जरिए अपना स्लॉट ऑनलाइन बुककर सकते हैं। राष्ट्रपति निलयम के स्वागत कार्यालय में भी वॉक-इन बुकिंग सुविधा उपलब्ध होगी। आगंतुक सप्ताह में छह दिन सोमवार और सरकारी छुट्टियों को छोड़कर सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक निलयम का भ्रमण कर सकते हैं, इसके लिए अंतिम प्रवेश शाम 4 बजे होगा।
भारतीय नागरिकों केलिए प्रतिव्यक्ति 50 रुपये और विदेशी नागरिकों केलिए प्रतिव्यक्ति 250 रुपये का मामूली पंजीकरण शुल्क लागू होगा। टूर गाइड के अलावा आगंतुकों केलिए पार्किंग, क्लॉकरूम, व्हीलचेयर, कैफे, स्मारिका दुकान, टॉयलेट, पेयजल और प्राथमिक चिकित्सा जैसी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध होंगी। ज्ञातव्य हैकि राष्ट्रपति निलयम को रेजीडेंसी हाउस भी कहते हैं, यह भवन भारत के तेलंगाना राज्य के हैदराबाद शहर में है। इसमें भारत के राष्ट्रपति वर्ष में कम से कम एकबार अवश्य ठहरते हैं तथा यहां से अपने सरकारी कार्य भी करते हैं। ब्रिटिश शासन में यह भवन ब्रिटिश रेजिडेंट के रूपमें जाना जाता था। वर्ष 1948 में जब हैदराबाद रियासत भारत में विलीन हुई, तबसे यह भवन राष्ट्रपति निलयम के रूपमें जाना जाता है। यह भवन 90 एकड़ के क्षेत्रफल में फैला हुआ है, जिसमें 16 दृश्य हैं और एक मंजिल का भवन है। दर्शकों केलिए अलग से कमरे बने हुए हैं। इस भवन के खुले हॉल, दरबार हॉल, सिनेमा हॉल आदि कक्षों का निर्माण किया गया है। इस दौरान तेलंगाना की राज्यपाल डॉ तमिलिसाई सुंदरराजन, केंद्रीय संस्कृति, पर्यटन और उत्तर पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्री जी किशन रेड्डी, तेलंगाना के गृहमंत्री मोहम्मद महमूद अली और गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

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