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शिंदे-देवेंद्र की जोड़ी में मुंबई का कायाकल्प!

प्रधानमंत्री ने 40 हजार करोड़ की विकास परियोजनाओं की दी सौगात

'देश के हर शहर में हो रहा मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी केसाथ विकास कार्य'

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Friday 20 January 2023 12:53:22 PM

pm inaugurates development projects in mumbai

मुंबई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुंबई में समारोहपूर्वक 40 हज़ार करोड़ रुपए की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन शिलान्यास एवं लोकार्पण किया और कहाकि ये परियोजनाएं मुंबई को एक बेहतर महानगर बनाने में प्रमुख भूमिका निभाएंगी। उन्होंने कहाकि इन परियोजनाओं में मुंबई मेट्रो रेललाइन 2ए और 7 का लोकार्पण करना, छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस के पुनर्विकास कार्य का शिलान्यास करना और सात सीवेज उपचार संयंत्र, 20 हिंदूहृदयसम्राट बालासाहेब ठाकरे आपला दवाखाना का उद्घाटन करना और मुंबई में सड़कों की लगभग 400 किलोमीटर लंबाई केलिए सड़क निर्माण परियोजना शुरू करना शामिल है। प्रधानमंत्री ने पीएम स्वनिधि योजना केतहत एक लाख से अधिक लाभार्थियों के स्वीकृत ऋण के हस्तांतरण कीभी पहल की। प्रधानमंत्री ने लाभार्थियों और मुंबईवासियों को बधाई देते हुए कहाकि भारत में पिछली अवधि केदौरान ग़रीबी पर केवल चर्चा की गई थी और दुनिया से सहायता प्राप्त करना ही एकमात्र विकल्प होता था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि आजादी केबाद पहलीबार भारत बड़े सपने देखने और उन्हें पूरा करने का साहस कर रहा है। उन्होंने कहाकि यह पहला उदाहरण है, जब दुनिया भारत के संकल्प में विश्वास दिखा रही है, आजादी के अमृतकाल में विकसित भारत के निर्माण की जितनी उत्सुकता भारतीयों को है, उतनाही आशावाद दुनिया मेंभी दिख रहा है। प्रधानमंत्री ने कहाकि भारत को लेकर दुनिया में इतनी पॉजिटिविटी है, क्योंकि सबको लगता हैकि भारत अपने सामर्थ्य का सदुपयोग कररहा है और भारत अभूतपूर्व आत्मविश्वास से भरा है, छत्रपति शिवाजी महाराज से प्रेरणा लेते हुए डबल इंजन सरकार में सुराज और स्वराज की भावना स्पष्ट रूपसे दिखाई देती है। प्रधानमंत्री ने घोटालों के दौर को याद किया जिसने देश और करोड़ों नागरिकों को नुकसान पहुंचाया। उन्होंने कहाकि हमने इस सोच को बदल दिया है और आज हर किसीको लग रहा हैकि भारत वह कर रहा है, जो तेज विकास, समृद्धि केलिए आवश्यक है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि भारत फ्यूचरिस्टिक सोच और मॉडर्न अप्रोच केसाथ अपने फिजिकल और सोशल इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च कर रहा है, जहां एक ओर आवास, शौचालय, बिजली, पानी, रसोई गैस, मुफ्त चिकित्सा उपचार, मेडिकल कॉलेज, एम्स, आईआईटी और आईआईएम का तेजीसे विस्तार हो रहा है, वहीं दूसरी ओर आधुनिक कनेक्टिविटी को भी उतनाही बल मिल रहा है। उन्होंने कहाकि जिस प्रकार के आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर की कभी कल्पना होती थी, आज वैसा इंफ्रास्ट्रक्चर देशमें बन रहा है यानी देशमें आज की जरूरत और भविष्य में समृद्धि की संभावनाओं दोनों पर एकसाथ काम चल रहा है। उन्होंने कहाकि इस कठिन समय में भी भारत 80 करोड़ नागरिकों को मुफ्त राशन प्रदान कर रहा है और बुनियादी ढांचे के विकास में अभूतपूर्व निवेश भी कर रहा है, यह आजके भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाता है और एक विकसित भारत की अवधारणा वह भी प्रतिबिंबित करता है। प्रधानमंत्री ने कहाकि विकसित भारत के निर्माण में हमारे शहरों की भूमिका सबसे अहम है, महाराष्ट्र के कई शहर भारत के विकास को गति देंगे, इसीलिए मुंबई को भविष्य केलिए तैयार करना डबल इंजन सरकार की प्रमुख प्राथमिकताओं में से एक है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुंबई में मेट्रो का उदाहरण देते हुए कहाकि 2014 में मुंबई में 10-11 किलोमीटर लंबा मेट्रो रूट था, डबल इंजन केसाथ सरकारी मेट्रो को एक नई गति और विस्तार मिला, क्योंकि मुंबई तेजीसे 300 किलोमीटर मेट्रो नेटवर्क की ओर बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री ने बतायाकि देशभर में रेलवे को आधुनिक बनाने केलिए मिशन मोड पर काम चल रहा है और मुंबई लोकल एवं महाराष्ट्र की रेल कनेक्टिविटी कोभी इससे फायदा हो रहा है। उन्होंने कहाकि डबल इंजन सरकार आम जनता को उन्हीं उन्नत सेवाओं, स्वच्छता और यात्रा की गति का अनुभव कराने का प्रयास करती है, जो केवल उन लोगों की पहुंच के भीतर थी, जिनके पास संसाधन थे, इसके परिणामस्वरूप रेलवे स्टेशनों कोभी एयरपोर्ट की तरह ही विकसित किया जा रहा है और अब देशके सबसे पुराने रेलवे स्टेशनों में से एक छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस काभी कायाकल्प होने जा रहा है और इसे 21वीं सदी के भारत के एक शानदार उदाहरण के रूपमें विकसित किया जा रहा है। उन्होंने कहाकि हमारा मुख्य उद्देश्य आम जनता केलिए बेहतर सेवाएं उपलब्ध कराना और यात्रा के अनुभव को आसान बनाना है।
प्रधानमंत्री ने कहाकि रेलवे स्टेशन केवल रेलवे से संबंधित सेवाओं तकही सीमित नहीं रहेगा, बल्कि मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी केलिए एक हब के रूपमें भी काम करेगा। उन्होंने कहाकि परिवहन के सभी साधन, चाहे वह बस, मेट्रो, टैक्सी या ऑटो हों, परिवहन के सभी साधन एक ही स्थान से जुड़े होंगे और यह सभी यात्रियों को निर्बाध कनेक्टिविटी प्रदान करेगा। प्रधानमंत्री ने कहाकि इस तरह के मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी हब हर शहर में विकसित होंगे, आने वाले वर्ष में मुंबई शहर को मुंबई लोकल की तकनीकी प्रगति, मेट्रो नेटवर्क के विस्तार, वंदे भारत ट्रेनों और बुलेट ट्रेन की तुलना में तेजीसे उन्नत कनेक्टिविटी केसाथ नया रूप मिलेगा। प्रधानमंत्री ने कहाकि मुंबई में रहनेवाले ग़रीब मजदूरों और कर्मचारियों से लेकर दुकानदारों और बड़े कारोबारियों तक सभी केलिए सुविधाजनक होगा। उन्होंने बतायाकि अब पड़ोसी जिलों से मुंबई आना-जाना आसान हो जाएगा, कोस्टल रोड, इंदु मिल्स स्मारक, नवी मुंबई एयरपोर्ट, फ्रांस हार्बर लिंक जैसी परियोजनाएं और ऐसी परियोजनाएं मुंबई को नई ताकत दे रही हैं। उन्होंने कहाकि धारावी के पुनर्विकास और पुराने चौल विकास जैसी परियोजनाएं वापस पटरी पर आ रही हैं। उन्होंने एकनाथ शिंदे और उनकी टीम को इस महत्वपूर्ण उपलब्धि केलिए बधाई दी। प्रधानमंत्री ने मुंबई में सड़कों के सुधार केलिए किएगए कार्यों के बारेमें चर्चा करते हुए कहाकि यह डबल इंजन सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
प्रधानमंत्री ने कहाकि हम देश के शहरों के कंप्लीट ट्रांसफॉरमेशन पर काम कर रहे हैं, प्रदूषण से लेकर स्वच्छता तक, शहरों की हर समस्या का समाधान ढूंढा जा रहा है, इलेक्ट्रिक मोबिलिटी इंफ्रास्ट्रक्चर, बायोफ्यूल आधारित ट्रांसपोर्ट सिस्टम, हाइड्रोजन फ्यूल पर मिशन मोड फोकस, वेस्ट-टू-वेल्थ मूवमेंट और नदियों की स्वच्छता को सुनिश्चित करने केलिए जल उपचार संयंत्र इस दिशामें कुछ महत्वपूर्ण कदम हैं। प्रधानमंत्री ने कहाकि शहरों के विकास केलिए क्षमता और राजनीतिक इच्छाशक्ति की कोई कमी नहीं है, फिरभी मुंबई जैसे शहर में विकास तबतक नहीं हो सकता, जबतक कि शहरी स्थानीय निकाय भी तेजीसे विकास केलिए समान प्राथमिकता नहीं रखते, इसीलिए मुंबई के विकास में स्थानीय शहरी निकाय की भूमिका महत्वपूर्ण है। प्रधानमंत्री ने कहाकि उन्होंने महानगर को आवंटित धन के उचित उपयोग की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने विकास के राजनीतिकरण के खिलाफ भी चेतावनी दी। उन्होंने खेद व्यक्त कियाकि स्वनिधि जैसी पिछली योजनाएं, जिन्होंने 35 लाख रेहड़ी-पटरी वालों को किफायती और कॉलेटरल फ्री ऋण केसाथ लाभांवित किया है, यहां तककि महाराष्ट्र में 5 लाख लाभार्थी हैं, अतीत में राजनीतिक कारणों से बाधित हुई थी। इसके लिए उन्होंने सही तालमेल और केंद्र से लेकर महाराष्ट्र और मुंबई तक एक साथ काम करने वाली व्यवस्था की जरूरत पर जोर दिया।
प्रधानमंत्री ने कहाकि हमारे शहरों में रेहड़ी, ठेले, पटरी पर काम करने वाले साथी, जो शहर की अर्थव्यवस्था का अहम हिस्सा हैं, उनके लिए हमने पहलीबार योजना चलाई, हमने इन छोटे व्यापारियों केलिए बैंकों से सस्ता और बिना गारंटी का ऋण सुनिश्चित किया। उन्होंने कहाकि स्वनिधि योजना सिर्फ लोन देने की योजनाभर नहीं है, बल्कि यह रेहड़ी-पटरी और ठेले वाले हमारे साथियों का आर्थिक सामर्थ्य बढ़ाने का अभियान है। लाभार्थियों की प्रशंसा करते हुए प्रधानमंत्री ने इस बात कीभी सराहना कीकि उन्होंने बहुत कम समय में 50 हजार करोड़ रुपये का डिजिटल लेनदेन किया है, डिजिटल इंडिया इस बात का जीवंत उदाहरण हैकि जब सबका प्रयास है तो कुछभी असंभव नहीं है। प्रधानमंत्री ने रेहड़ी पटरी वालों से कहाकि मैं आपके साथ खड़ा हूं, यदि आप दस कदम चलते हैं, तो मैं ग्यारह कदम चलने को तैयार हूं। उन्होंने विश्वास व्यक्त कियाकि देशमें छोटे किसानों के काम और समर्पण से देश नई ऊंचाइयों को छुएगा, जो एक बड़ा बदलाव लाएंगे। उन्होंने मुंबई और महाराष्ट्र के लोगों को विकास कार्यों केलिए बधाई दी और भरोसा दिलायाकि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस की जोड़ी महाराष्ट्र के सपनों को साकार करेगी। इस अवसर पर महाराष्ट्र के राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, नारायण राणे, केंद्रीय राज्यमंत्री, सांसद, महाराष्ट्र सरकार के मंत्री और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

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