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रक्षा पेंशनरों के लिए बैंकों से हुआ समझौता

रक्षा लेखा विभाग बैंक ऑफ बड़ौदा एवं एचडीएफसी में करार

पेंशनभोगी पोर्टल से संबंधित सेवाएं सभी शाखाओं में उपलब्ध

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Thursday 22 September 2022 02:05:05 PM

agreement between defense accounts department bank of baroda and hdfc

नई दिल्ली। रक्षा लेखा विभाग ने भारतभर में 14,000 से अधिक शाखाओं में पेंशन प्रशासन प्रणाली (रक्षा) (स्पर्श) पहल केतहत सेवा केंद्रों के रूपमें उन्हें जोड़ने केलिए बैंक ऑफ बड़ौदा और एचडीएफसी बैंक के साथ समझौता किया है। रक्षा सचिव डॉ अजय कुमार, वित्तीय सलाहकार (रक्षा सेवाएं) रसिका चौबे और रक्षा लेखा महानियंत्रक अविनाश दीक्षित की उपस्थिति में रक्षा लेखा नियंत्रक पेंशन, पीसीडीए (पेंशन) प्रयागराज और बैंक ऑफ बड़ौदा तथा एचडीएफसी बैंक के वरिष्ठ अधिकारियों ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। रक्षा सचिव डॉ अजय कुमार ने इस अवसर पर भूतपूर्व सैनिकों की सेवा केलिए आगे आने केलिए दोनों बैंकों को धन्यवाद दिया और कहाकि स्पर्श रक्षा पेंशनभोगी पोर्टल से संबंधित सेवाएं अब सभी शाखाओं में भी उपलब्ध हैं। उन्होंने कहाकि सितंबर 2022 के अंततक कुल 32 लाख रक्षा पेंशनरों में से 17 लाख पेंशनभोगियों को स्पर्श पर लाने का लक्ष्य है और शेष पेंशनभोगियों को जल्द से जल्द स्पर्श में लाया जाएगा। उन्होंने कहाकि पेंशन निपटान में औसत समय काफी कम होकर करीब 16 दिन रह गया है।
बैंक ऑफ बड़ौदा की 7900 से अधिक और एचडीएफसी बैंक की 6300 शाखाएं सेवा केंद्रों के रूपमें जुड़ेंगी, ताकि पेंशनभोगियों को लास्टमाइल कनेक्टिविटी प्रदान की जा सके, विशेष रूपसे जो देशके दूरदराज क्षेत्रों में रहते हैं और जिनके पास स्पर्श में लॉगऑन करने केलिए तकनीकी साधन नहीं हैं। इन पेंशनभोगियों केलिए सेवा केंद्र स्पर्श हेतु एक इंटरफेस बन जाएंगे और पेंशनभोगियों को प्रोफाइल अपडेट अनुरोध करने, शिकायत दर्ज करने और निवारण, डिजिटल वार्षिक पहचान, पेंशनभोगी डेटा सत्यापन या उनकी मासिक पेंशन के बारेमें विस्तृत जानकारी प्राप्त करने केलिए एक प्रभावी माध्यम प्रदान करेंगे। ये केंद्र 161 से अधिक डीएडी कार्यालयों और भारतीय स्टेट बैंक तथा पंजाब नेशनल बैंक की शाखाओं और कोटक महिंद्रा बैंक की 14 शाखाओं में प्रदान किए गए लगभग 800 सेवा केंद्रों के मौजूदा नेटवर्क को और बढ़ाएंगे। कॉमन सर्विस सेंटर्स नेटवर्क के अंतर्गत 4.5 लाख से अधिक ग्रामस्तरीय उद्यमी भी रक्षा पेंशनरों की सहायता करेंगे। पेंशनभोगियों को इन सेवा केंद्रों तक पहुंच नि:शुल्क प्रदान की जाएगी, जिसमें नाममात्र का सेवा शुल्क विभाग वहन करेगा।
डिजिटल इंडिया पहल को गति प्रदान करते हुए स्पर्श ने वित्तीय वर्ष 2021-22 में 11,600 करोड़ रुपये से अधिक का वितरण किया है, जो वित्तीय वर्ष 2020-21 में केवल 57 करोड़ रुपये था। स्पर्श पर पेंशनभोगियों की कुल संख्या 11 लाख लाभार्थियों केसाथ एक मिलियन का आंकड़ा पार कर गई है, जो भारत में कुल रक्षा पेंशनभोगियों का लगभग 33 प्रतिशत है। स्पर्श पेंशन दावों को संसाधित करने और बिना किसी बाहरी मध्यस्थ के सीधे रक्षा पेंशनभोगियों के बैंक खातों में पेंशन जमा करने केलिए एक वेबआधारित प्रणाली है। इसे ऑनलाइन पोर्टल https://sparsh.defencepension.gov.in/ के माध्यम से रक्षा पेंशनरों को उनके पेंशन खाते का एक पारदर्शी मंच देने केलिए डिज़ाइन किया गया है, जो पेंशनभोगी से जुड़ी घटनाओं और अधिकारों के पूरे इतिहास को इकट्ठाकर बनाए रखता है-पेंशन शुरू होने से लेकर पेंशन की समाप्ति होने तक अंतिम लाभार्थी को मिलने वाली पेंशन की समाप्ति तक। यह प्रणाली रक्षा लेखा विभाग के प्रधान रक्षा लेखा नियंत्रक (पेंशन) प्रयागराज के माध्यम से प्रशासित की जाती है और तीनों सेवाओं तथा संबद्ध संगठनों को पूरा करती है। रोलआउट की प्रणाली शुरू में नए सेवानिवृत्त लोगों केलिए है और बादमें मौजूदा रक्षा पेंशनभोगियों को कवर करने केलिए विस्तारित की जा रही है।

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