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नॉर्थ ईस्ट भारत का विकास स्रोत-प्रधानमंत्री

'मणिपुर और नॉर्थ ईस्ट भर रहा है भारत के भविष्य में नए रंग'

मणिपुर में विकास परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Tuesday 4 January 2022 04:20:22 PM

pm narendra modi receives traditional welcome during his visit to manipur

इंफाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मणिपुर में अनेक विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करते हुए यहां की गौरवशाली संस्कृति को नमन किया और कहाकि वर्ष 2022 की शुरुआत में मणिपुर आना और यहां के लोगों से मिलना, उनका प्यार, आर्शीवाद पाना जीवन में इससे बड़ा आनंद क्‍या हो सकता है। उन्होंने कहाकि अबसे कुछ दिन बाद 21 जनवरी को मणिपुर को राज्य का दर्जा मिले 50 साल पूरे हो जाएंगे, देश इस समय अपनी आजादी के 75 वर्ष पर अमृत महोत्सव भी मना रहा है और यह समय अपने आपमें बहुत बड़ी प्रेरणा है। प्रधानमंत्री ने कहाकि मणिपुर वो है, जहां राजा भाग्यचंद्र और पु खेतिन्थांग सिथलो जैसे वीरों ने जन्म लिया, देश के लोगों में आजादी का जो विश्वास, यहां मोइरांग की धरती ने पैदा किया, वो अपने आपमें एक मिसाल है, यहां नेताजी सुभाष चंद्र बोस की सेना ने पहलीबार झंडा फहराया था, नॉर्थ ईस्ट को नेताजी ने भारत की स्वतंत्रता का प्रवेश द्वार कहा था और वो आज नए भारत के सपने पूरे करने का प्रवेश द्वार बन रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि उन्होंने पहले भी कहा हैकि देश का पूर्वी हिस्सा नॉर्थ ईस्ट भारत के विकास का प्रमुख स्रोत बनेगा और आज हम देख रहे हैंकि मणिपुर और नॉर्थ ईस्ट भारत के भविष्य में नए रंग भर रहा है। उन्होंने कहाकि ये परियोजनाएं विकास की अलग-अलग मणियां हैं, जिनकी माला मणिपुर के लोगों का जीवन आसान बनाएंगी, सना लईबाक मणिपुर की शान और बढ़ाएंगी, इंफाल के एकीकृत कमान एवं नियंत्रण केंद्र से शहर की सुरक्षा बढ़ेगी और सुविधाओं का भी विस्तार होगा। बराक रिवर ब्रिज के जरिए मणिपुर की लाइफलाइन को मौसम कनेक्टिविटी मिल रही है, थोउबाल बहुउद्देश्यीय परियोजना के साथ-साथ तामेन्गलॉन्ग में जलापूर्ति योजना से इस दूरस्थ जिले के लोगों केलिए साफ और शुद्ध पानी का इंतजाम हो रहा है। नरेंद्र मोदी ने मणिपुरवासियों से कहाकि उन्होंने मणिपुर में ऐसी स्थिर सरकार बनाई है, जो पूरे दमखम से चल रही है, ये उनके एक वोट के कारण हुआ, उनके एक वोट की शक्ति ने मणिपुर में वो काम करके दिखाया है, जिसकी पहले कोई कल्पना नहीं कर सकता था। उन्होंने बिरेन सरकार की प्रशंसा करते हुए बधाई दीकि वह मणिपुर के विकास केलिए इतना परिश्रम कर रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज केंद्रीय मंत्रिमंडल में नॉर्थ ईस्ट के पांच प्रमुख चेहरे देश के अहम मंत्रालय संभाल रहे हैं, हमारी सरकार की सात वर्षों की मेहनत पूरे नॉर्थ ईस्ट में दिख रही है, आज मणिपुर बदलाव, नई कार्य संस्कृति का प्रतीक बन रहा है, ये बदलाव हैं-मणिपुर के संस्कृति केलिए, देखभाल केलिए इसमें कनेक्टिविटी को भी प्राथमिकता है और रचनात्मकता का भी उतना ही महत्व है, रोड और इनफ्रास्ट्रक्चर से जुड़े प्रोजेक्ट्स, बेहतर मोबाइल नेटवर्क, मणिपुर की कनेक्टिविटी को बेहतर करेंगे, सी-ट्रिपल आईटी यहां के युवाओं में रचनात्मकता और इनोवेशन की स्पिरिट को और मजबूत करेगा, आधुनिक कैंसर अस्पताल, गंभीर बीमारियों से बचाव और इलाज केलिए मणिपुर के लोगों की देखभाल में मदद करेगा, मणिपुर इंस्टिट्यूट ऑफ़ परफॉर्मिंग आर्ट्स की स्थापना और गोविंदजी मंदिर का जीर्णोंद्धार मणिपुर के कल्चर को संरक्षण देंगे। प्रधानमंत्री ने कहाकि नॉर्थ ईस्ट की इसी धरती पर रानी गाइदिन्ल्यू ने विदेशियों को भारत की नारीशक्ति के दर्शन करवाए थे, अंग्रेजों के खिलाफ जंग लड़ी थी, रानी गाइदिन्ल्यू म्यूज़ियम हमारे युवाओं को अतीत से जोड़ेगा और उन्हें प्रेरणा भी देगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि अंडमान निकोबार के माउंट हैरियट में एक टापू है, जो माउंट हैरियट नाम से जाना जाता था, आजादी के 75 साल होने केबाद भी लोग उसे मांउंट हैरियट ही कहते थे, लेकिन हमने उसका नाम बदल करके माउंट मणिपुर रखने का निर्णय लिया है, अब कोई भी टूरिस्‍ट अंडमान निकोबार जाएगा तो वो माउंट मणिपुर क्‍या है, उसका इतिहास क्‍या है, वो जानने की कोशिश करेगा। प्रधानमंत्री ने कहाकि नॉर्थ ईस्ट को लेकर पहले की सरकारों की तय पॉलिसी थी और वो पॉलिसी यही थी-पूर्व की ओर न देखें, पूर्वोत्तर की तरफ दिल्ली में तभी देखा जाता था, जब यहां चुनाव होते थे, लेकिन हमने पूर्वोत्तर केलिए ‘एक्ट ईस्ट’ का संकल्प लिया है, ईश्वर ने इस क्षेत्र को इतने प्राकृतिक संसाधन दिये हैं, इतना सामर्थ्य दिया है, यहां विकास, टूरिज्म की इतनी संभावनाए हैं, नॉर्थ ईस्ट की इन संभावनाओं पर अब तेजीसे काम हो रहा है, पूर्वोत्तर अब भारत के विकास का गेटवे बन रहा है। उन्होंने कहाकि अब पूर्वोत्तर में एयरपोर्ट्स भी बन रहे हैं, और रेल भी पहुंच रही है, ज़िरीबाम-तुपुल-इंफाल रेललाइन के जरिए मणिपुर भी अब देश के रेल नेटवर्क से जुड़ने जा रहा है, इम्फ़ाल-मौरे हाइवे यानि एशियन हाईवे वन का काम भी तेजी से चल रहा है, ये हाइवे साउथ ईस्ट एशिया से भारत की कनेक्टिविटी को मजबूत करेगा। उन्होंने कहाकि पहले जब एक्सपोर्ट की बात होती थी तो देश के गिने-चुने शहरों का ही नाम सामने आता था, लेकिन अब एकीकृत कार्गो टर्मिनल के जरिए मणिपुर भी व्यापार और एक्सपोर्ट का एक बड़ा केंद्र बनेगा, आत्मनिर्भर भारत को गति देगा।
नरेंद्र मोदी ने कहाकि मणिपुर देश केलिए एक से एक नायाब रत्न देने वाला राज्य रहा है, यहां के युवाओं और विशेषकर मणिपुर की बेटियों ने पूरी दुनिया में भारत का झंडा उठाया है, गर्व से देश का सर ऊंचा किया है, कॉमनवैल्थ खेलों से ओलंपिक्स तक, रेस्लिंग, आर्चरी और बॉक्सिंग से वेटलिफ्टिंग तक, मणिपुर ने एमसी मेरी कॉम, मीराबाई चनू, बोम्बेला देवी, लायश्रम सरिता देवी, ऐसे बड़े-बड़े चैम्पियंस दिए हैं। उन्होंने कहाकि इसीलिए हमने मणिपुर में आधुनिक स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी की स्थापना की है, ये यूनिवर्सिटी इन युवाओं को न केवल उनके सपनों से जोड़ने का काम करेगी, बल्कि खेल जगत में भारत को भी एक नई पहचान देगी, ये देश की नई स्पिरिट है, नया जोश है, जिसका नेतृत्व अब हमारे युवा, हमारी बेटियां करेंगी। उन्होंने कहाकि मणिपुर को पिछली सरकारों ने नाकाबंदी राज्य बनाकर रख दिया था, हिल और वैली के बीच राजनीतिक फायदे केलिए खाई खोदने का काम किया था, लोगों के बीच दूरियां बढ़ाने के षड्यंत्र किए जाते थे। उन्होंने कहाकि आज डबल इंजन की सरकार के निरंतर प्रयास की वजह से इस क्षेत्र में उग्रवाद और असुरक्षा की आग नहीं है, बल्कि शांति और विकास की रोशनी है, पूरे नॉर्थ ईस्ट में सैकड़ों नौजवान, हथियार छोड़कर विकास की मुख्यधारा में शामिल हुए हैं, जिन समझौतों का दशकों से इंतजार था, हमारी सरकार ने वो ऐतिहासिक समझौते भी करके दिखाए हैं।
प्रधानमंत्री ने कहाकि मणिपुर नाकाबंदी राज्य से इंटरनेशनल ट्रेड केलिए रास्ते देने वाला स्टेट बन गया है, हमारी सरकार ने हिल और वैली के बीच खोदी गई खाइयों को पाटने के लिए पहाड़ियों पर जा और गांव को जा ऐसे अभियान चलाए हैं। उन्होंने कहाकि इन प्रयासों के बीच मणिपुरवासियों को ये याद रखना होगाकि कुछ लोग सत्ता हासिल करने केलिए मणिपुर को फिर अस्थिर करना चाहते हैं, ये लोग उम्मीद लगाए बैठे हैंकि कब उन्हें मौका मिले और कब वो अशांति का खेल खेलें, किंतु मणिपुर के लोग इन्हें पहचान चुके हैं, अब यहां का विकास रुकने नहीं देंगे, मणिपुर को फिर से अंधेरे में नहीं जाने देना है। प्रधानमंत्री ने कहाकि आज देश ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ के मंत्र पर चल रहा है, देश सबका प्रयास की भावना से एक साथ काम कर रहा है, सबके लिए काम कर रहा है, सबदूर काम कर रहा है। उन्होंने कहाकि 21वीं सदी का ये दशक मणिपुर केलिए बहुत महत्वपूर्ण है, पहले की सरकारों ने बहुत समय गंवा दिया, अब हमें एक पल भी नहीं गंवाना है, हमें मणिपुर में स्थिरता भी रखनी है और मणिपुर को विकास की नई ऊंचाई पर भी पहुंचाना है और ये काम डबल इंजन की सरकार ही कर सकती है। कार्यक्रम में मणिपुर के गवर्नर ला गणेशन, मुख्यमंत्री एन बिरेन सिंह, उप मुख्यमंत्री वाय जोयकुमार सिंह, केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव, राजकुमार रंजन सिंह, मणिपुर सरकार में मंत्री बिस्वजीत सिंह, लोसी दिखो, लेत्पाओ हाओकिप, अवांगबाओ न्यूमाई, एस राजेन सिंह, वुंगज़ागिन वाल्ते, सत्यव्रत्य सिंह, ओ लुखोई सिंह, सांसद, विधायक, जन-प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में मणिपुरवासी उपस्थित थे।

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