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उल्फा के कट्टर कमांडरों का आत्मसमर्पण

भारतीय सेना के तीव्र और सुनियोजित ऑपरेशन का नतीजा

यह आत्मसमर्पण उल्फा विद्रोहियों के लिए एक बड़ा झटका

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Thursday 12 November 2020 02:21:22 PM

ulfa's hardcore commanders surrender

गुवाहाटी। भारतीय सेना की खुफिया एजेंसियों द्वारा मेघालय-असम-बांग्लादेश सीमा पर चलाए जा रहे एक तीव्र और सुनियोजित ऑपरेशन के दौरान ख़तरनाक कट्टर उल्फा (आई) कमांडर एसएस कर्नल दृष्टि राजखोवा ने अपने चार साथियों के साथ सेना के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है। उसके चारों साथी एसएस कॉर्पोरल वेदांता, यासीन असोम, रूपज्योति असोम और मिथुन असोम हैं। इन सभी के पास से भारी मात्रा में हथियार भी बरामद किए गए हैं। यह ऑपरेशन एजेंसियों को प्राप्त पुष्ट जानकारियों पर आधारित था, जो पिछले नौ महीने की अथक खोज और प्रयासों का परिणाम है।
दृष्टि राजखोवा लंबे समय तक उल्फा विद्रोहियों की वांछित सूची में रहा है और वह असम के निचले हिस्सों में उल्फा की हिंसक गतिविधियों में संलिप्त था। उसका आत्मसमर्पण करना अब इस भूमिगत संगठन के लिए एक बड़ा झटका है और इससे क्षेत्र में शांति स्थापित करने की दिशा में एक नई शुरुआत हो सकेगी। इस सफल ऑपरेशन की भारतीय सेना ने फिर से पुष्टि की है कि वह हर समय इन इलाकों में शांति और सामान्य स्थिति बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है।

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