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भारत को अपने वैज्ञानिकों पर गर्व है-प्रधानमंत्री

चंद्रयान मिशन के संपर्क टूटने से विचलित नहीं हुए मोदी

'हम निराश नहीं, हमारी अंतरिक्ष यात्रा जारी रहेगी'

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Saturday 7 September 2019 03:58:19 PM

prime minister did not let the morale of isro chairman weaken

बेंगलूरू। यद्यपि इसरो मुख्यालय के नियंत्रण केंद्र से चंद्रयान-2 मिशन का संपर्क टूट गया है और इससे हिंदुस्तान को थोड़ी निराशा हुई है तथापि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि हमारी अंतरिक्ष पर यात्रा जारी रहेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चंद्रयान-2 मिशन की संभावित सफलता को देखने के लिए इसरो के मुख्यालय पर मौजूद थे। वे चंद्रयान-2 के चंद्रमा पर उतरने में विफलता को देखकर हतोत्साहित नहीं हुए और ना ही उन्होंने विज्ञानियों और इसरो के अध्यक्ष के सिवन का मनोबल कमजोर होने दिया। प्रधानमंत्री ने उनको भावुक होता देखकर उनकी पीठ थपथपाते हुए कहा कि वे पूरी तरह से अपने वैज्ञानिकों के साथ हैं और उनको इससे निराश होने की कोई आवश्यकता नहीं है। उन्होंने चंद्रयान-2 के चांद पर उतरने में विफल होते देखते हुए कहा कि भारत को अपने वैज्ञानिकों पर गर्व है, हमारे वैज्ञानिकों ने इसमें अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान दिया है और भारत को हमेशा गौरव प्रदान किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चंद्रयान-2 के विज्ञानियों का जिस प्रकार साहस बढ़ाया है, उसकी दुनियाभर में सराहना हो रही है। प्रधानमंत्री ने विज्ञानियों के बीच में कहा कि ये साहस के क्षण हैं और हम लोग साहसी बनेंगे! वैज्ञानिकों का हौसला बढ़ाते हुए प्रधानमंत्री दृढ़ निश्चियी थे, बहुत आशावादी थे और उनमें इस मिशन के प्रति गहरा विश्वास था। उनके चेहरे पर कोई तनाव नहीं था, उन्होंने देश और चंद्रयान-2 के विज्ञानियों का मनोबल ऊंचा बनाए रखा। प्रधानमंत्री ने विज्ञानियों से बार-बार कहा कि देश आपके साथ है मैं आपके साथ हूं, प्रयास और यात्रा दोनों ही महत्वपूर्ण हैं, आप भारत मां की विजय के लिए कार्य करते हैं और संघर्ष करते हैं, भारत मां को गौरव प्रदान करने के लिए आपके पास संकल्प और दृढ़ इच्छाशक्ति है, निराश न हों। प्रधानमंत्री नें कहा कि पिछली रात मैंने आपकी निराशा और आपकी भावनाओं को अनुभव किया, मैं आपके बीच था, जब व्हीकल का संपर्क टूट गया, कई अनुत्तरित प्रश्न हैं, परंतु मुझे विश्वास है कि आप इनका जवाब ढूंढ लेंगे और मैं भलीभांति जानता हूं कि इस मिशन के पीछे कड़ी मेहनत की गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमें अपनी चंद्रमा पर यात्रा में एक झटका लगा है, परंतु इससे अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए हमारे उत्साह और जोश में कोई कमी नहीं आएगी, इससे हमारी इच्छाशक्ति और भी ज्यादा मजबूत हुई है। उन्होंने कहा कि हमारी वैज्ञानिक बहनों एवं भाइयों के साथ एक जुटता दिखाने के लिए पिछली रात पूरा राष्ट्र जगा हुआ था, हम चांद की सतह के बहुत करीब पहुंचे और यह प्रयास अत्यंत सराहनीय है। उन्होंने कहा कि हमें हिंदुस्तान के वैज्ञानिकों और अंतरिक्ष कार्यक्रम पर गर्व है, उनकी कठिन मेहनत और संकल्प ने न सिर्फ हमारे देश के नागरिकों, बल्कि दूसरे राष्ट्रों का भी एक बेहतर जीवन सुनिश्चित किया है। नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह विज्ञानियों के नवोन्मेशी उत्साह का परिणाम है कि लोगों को बेहतर स्वास्थ्य देखभाल और शिक्षा समेत बेहतर जीवनस्तर प्राप्त हुआ है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत जानता है कि खुशी मनाने के आगे अनेक अवसर आएंगे। उन्होंने कहा कि जब अंतरिक्ष कार्यक्रम की बात आती है तो इसका सर्वोत्कृष्ट आना शेष है, हमें नए क्षेत्रों की खोज करनी है और नए स्थानों पर जाना है, हम इसके अनुरूप प्रयास करेंगे और सफलता की नई ऊंचाइयां छुएंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि अपने वैज्ञानिकों के लिए मैं कहना चाहता हूं कि भारत आपके साथ है, आपने ऐसी जगह पहुंचने का प्रयास किया है, जहां आजतक कोई भी नहीं पहुंचा है, आप जितना निकट जा सकते थे, वहां तक पहुंचे, मैं गर्व के साथ कह सकता हूं कि प्रयास और यात्रा दोनों ही महत्वपूर्ण हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी टीम ने कठिन मेहनत की है और बहुत दूर तक यात्रा की, ये अनुभव हमारे साथ हमेशा रहेंगे, आज का यह अनुभव हमें एक मजबूत और बेहतर कल की ओर ले जाएगा, मैं अंतरिक्ष वैज्ञानिकों के परिजनों को धन्यवाद देता हूं, उनका मौन परंतु बहुमूल्य समर्थन हमारे प्रयास की एक महत्वपूर्ण शक्ति है। उन्होंने देशवासियों से कहा कि दृढ़ता और लचीलापन भारतीय प्रकृति के केंद्र में रहे हैं, हमारे गौरवशाली इतिहास में ऐसे क्षण आए हैं, जो हमें परास्त कर सकते थे, लेकिन हमने अपना प्रयास जारी रखा, यही कारण है कि हमारी सभ्यता अद्वितीय है। उन्होंने कहा कि हम लोगों ने ऐतिहासिक उपलब्धियां प्राप्त की हैं और मैं जानता हूं कि इसरो इस असफलता से कमजोर नहीं पड़ेगा, एक नई सुबह आएगी और एक बेहतर कल होगा, परिणाम की चिंता किए बगैर हम आगे बढ़ेंगे, यही हमारा इतिहास रहा है। प्रधानमंत्री ने पुनः वैज्ञानिकों से कहा कि मुझे आप लोगों पर विश्वास है, आपके सपने मेरे सपनों से अधिक ऊंचे हैं, मुझे आपकी आशाओं पर पूरा भरोसा है, मैं प्रेरणा पाने के लिए आपसे मुलाकात कर रहा हूं, आप प्रेरणा के समुद्र हैं और प्रेरणा के जीते जागते उदाहरण हैं। प्रधानमंत्री ने वैज्ञानिकों से कहा कि मैं आप सभी को बधाई देता हूं और आपके प्रयासों के लिए शुभकामनाएं देता हूं।

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