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रानीखेत में भारत-उज्बेकिस्तान युद्धाभ्यास

युद्धाभ्यास में युद्धकौशल और आतंकवाद पर खास फोकस

भारत और मित्र देश के बीच गहरे संबंध भी स्थापित हुए हैं

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Saturday 20 March 2021 12:13:53 PM

indo-uzbekistan maneuvers in ranikhet

रानीखेत (उत्तराखंड)। भारत-उज्बेकिस्तान सेनाओं के बीच रानीखेत में 10 दिन चले प्रशिक्षण युद्धाभ्यास 'डस्टलिक' के दूसरे संस्करण का समापन हो गया है। संयुक्त अभ्यास में शहरी परिदृश्य पर उग्रवाद एवं आतंकवाद विरोधी अभियानों पर होने के साथ-साथ हथियारों के कौशल पर विशेषज्ञता साझा करने पर केंद्रित था। इस अभ्यास ने दोनों सेनाओं के सैनिकों को स्थायी पेशेवर और सामाजिक संबंधों को बढ़ावा देने का अवसर भी प्रदान किया। दोनों देशों की सेनाओं ने अभ्यास के दौरान आतंकवादी समूहों पर अपनी युद्ध शक्ति और प्रभुत्व का प्रदर्शन किया। गहन सैन्य प्रशिक्षण के बाद दोनों सेनाओं के संयुक्त अभ्यास का समापन हुआ।
भारत और उज्बेकिस्तान की सेनाओं के बीच प्रशिक्षण युद्धाभ्यास के समापन समारोह में दोनों देशों के अनूठे पारंपरिक संपर्क के साथ अपार प्रतिभा का प्रदर्शन भी किया गया। वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों ने अभ्यास के व्यावसायिक संचालन के प्रति संतोष और आभार व्यक्त किया। आशा की गई कि अभ्यास के दौरान मिलनसारिता, दल भावना एवं सद्भावना से भविष्य में दोनों देशों के सशस्त्र बलों के बीच संबंधों को और ज्यादा मजबूत करने को बढ़ावा मिलेगा। गौरतलब है कि युद्धाभ्यास मित्र सेनाओं में विश्वास बढ़ाने और सहयोग प्राप्त करने के लिए बहुत उपयुक्त अवसर होता है, इसमें न केवल युद्ध कौशल निखरता है, अपितु दो देशों के बीच गहरे संबंध स्थापित होते हैं।

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