
यूरोप के उत्तर-पश्चिम में समुद्र तटीय नीदरलैंड्स जिसको हॉलैंड भी कहते हैं, मगर जिसका राष्ट्रीय नाम 'नीदरलैंड्स' है। इसका अधिकांश क्षेत्र समुद्रतल से भी नीचे है और इसके पूर्व में जर्मनी, दक्षिण में बेल्जियम, पश्चिम और उत्तर में उत्तरी सागर है। कितनी विशालता से समृद्धशाली है नीदरलैंड्स! इसके विश्व के पीस जस्टिस कोर्ट...

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने आवास पर विक्रम सम्पत की लिखी पुस्तक ‘सावरकर-एक भूले-बिसरे अतीत की गूंज’ का विमोचन किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी के 75वें वर्ष के उपलक्ष्य में आजादी के अमृत महोत्सव तथा पितृपक्ष में प्रखर राष्ट्रभक्त विनायक दामोदर सावरकर, जिन्हें वीर सावरकर के नाम से ज्यादा जाना जाता...

केंद्रीय संस्कृति मंत्री गंगापुरम किशन रेड्डी और राज्यमंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने आईजीएनसीए नई दिल्ली में डॉ उत्पल के बनर्जी की पुस्तक 'गीत गोविंद: जयदेव डिवाइन ओडिसी' का विमोचन किया। इसके साथ ही पुस्तक 'गीत गोविंद' पर प्रदर्शनी और 'बुजुर्गों की बात- देश के साथ' कार्यक्रम का भी शुभारंभ किया गया। 'बुजुर्गों की बात-देश के...

उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने उर्दू भाषा की समृद्धि का उल्लेख किया और कहा कि उर्दू पूरे विश्व में बोली जानेवाली सबसे खूबसूरत भाषाओं में से एक है। उन्होंने मातृभाषा के महत्व को रेखांकित करते हुए लोगों से हमेशा अपनी मातृभाषा में बोलने का आग्रह किया। उपराष्ट्रपति ने इस बात का उल्लेख किया कि विशेष रूपसे हैदराबाद और...

मनुष्य आज सिर्फ लड़ रहा है।दूसरों से ही नहीं,बल्कि अपने आपसे भी।झगड़ रहा है,सब कुछ पाने के लिए।उसका अंतस है अशांत और विफल,शांति को ढूंढते एक कस्तूरी मृग की तरह।लेकिन उसकी उन्नति से अहंकारऔर अहंकार से विकार,जैसे सबको कमज़ोर समझ लेना।मनुष्य को एक दीया होना चाहिए,...

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'उत्कल केसरी' डॉ हरेकृष्ण महताब की पुस्तक ओडिशा इतिहास का आज हिंदी संस्करण जारी किया है, यह पुस्तक अब तक केवल उड़िया और अंग्रेजी भाषा में उपलब्ध थी। शंकरलाल पुरोहित ने हिंदी में इसका अनुवाद किया है। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर भारतीय इतिहास में डॉ हरेकृष्ण के योगदान को याद करते हुए...

उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने प्रेरणा दी है कि माता-पिता, मातृभाषा, मातृभूमि और पैतृक स्थान को हमेशा सम्मान देना चाहिए। उपराष्ट्रपति ने कहा कि अपनी मूल जड़ों को सदा याद रखें। वेंकैया नायडू भुवनेश्वर में राजभवन में लोकसभा सदस्य डॉ अच्युत सामंत की माता नीलिमा रानी पर 'नीलिमा रानी-माई मदर-माई हीरो' पुस्तक का विमोचन कर...

पर्यटन मंत्रालय के पश्चिमी क्षेत्र में क्षेत्रीय कार्यालय भारतीय पर्यटन मुंबई ने आजादी के अमृत महोत्सव समारोह के एक भाग के रूपमें डॉ उषा ठक्कर और संध्या मेहता की पुस्तक 'गांधी इन बॉम्बे' का ऑनलाइन पुस्तक अध्ययन सत्र आयोजित किया। पुस्तक अध्ययन सत्र में पुस्तक लेखकों ने कहानी बताई और श्रोताओं को पुस्तक के चुनिंदा अध्यायों...

साम्प्रदायिक सद्भाव तदज़ीब और भाषा एवं साहित्य के प्रोत्साहन में कवियों शायरों और साहित्यकारों का अनुकरणीय योगदान होता है। देखा जाता है कि कवि सम्मेलनों या मुशायरों में बड़ी संख्या में सुनने वाले लोग आते हैं और पता नहीं चलता कि कब रात शुरु हुई और कब सवेरा हो गया। सबकी आवाज़ अदबी तंज़ीम के बैनर तले जूम ऐप पर ऐसा ही बालापुर...

रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन ने भूमि आधारित प्रोटोटाइप को सफलतापूर्वक साबित करके एयर इंडिपेंडेंट प्रोपल्शन (एआईपी) प्रणाली के विकास में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। उपयोगकर्ता की आवश्यकताओं के अनुसार संयंत्र को एंड्योरेंस मोड और अधिकतम पावर मोड में संचालित किया गया था। इस प्रणाली को रक्षा अनुसंधान एवं विकास...

पंख प्रकाशन ने मेरठ के वरिष्ठ कवि डॉ ज्ञानेश दत्त हरित की पुस्तक मुक्तक एवं दोहा संग्रह 'चाकरी शब्दों की' प्रकाशित की है। यह संग्रह पाठकों के बीच आ चुका है। डॉ ज्ञानेश दत्त हरित का यह संग्रह उनकी पांचवी कृति है। इससे पूर्व की भी उनकी कृतियां पाठकों में काफ़ी चर्चित रही हैं। दोहा एक ऐसी विधा है, जिसमें कम शब्दों में रचनाकार...

'बनास जन' पत्रिका के संपादक और हिंदू कॉलेज दिल्ली के हिंदी विभाग में प्राध्यापक पल्लव का कहना है कि साहित्य के लोकतंत्र में लघु पत्रिकाएं वही काम करती हैं, जो राजनीति के लोकतंत्र में जागरुक मीडिया करता है, साहित्यिक लोकतंत्र को बचाए रखने में लघु पत्रिकाओं की बड़ी भूमिका है। वे कहते हैं कि सही बात को कहते जाना ही साहित्य...

डीम्ड टू बी विश्वविद्यालय उदयपुर जर्नादन रायनागर राजस्थान विद्यापीठ के सेमिनार हाल में कौटिल्य बुक्स से प्रकाशित ललित श्रीमाली की पुस्तक इक्कीसवीं सदी में हिंदी उपन्यास के लोकार्पण एवं परिचर्चा कार्यक्रम का आयोजन हुआ, जिसमें विभिन्न वक्ताओं ने हिंदी साहित्य की स्थिति और साहित्य पर संचार साधनों के प्रभाव पर अपने...

केंद्रीय शिक्षामंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने डॉ योगेश दुबे के उपन्यास 'परिंदा-गिरमिटिया मजदूरों की अदम्य साहस गाथा' का लोकार्पण किया। डॉ योगेश दुबे का यह उपन्यास 18वीं शताब्दी में मध्य भारत से मॉरीशस भेजे गए साढ़े चार लाख से अधिक गिरमिटिया मजदूरों की मार्मिक दास्तां है, जिनकी कड़ी मेहनत और अदम्य साहस से मॉरीशस की पथरीली...

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने वीडियो कॉंफ्रेंसिंग से संस्कृति पर्व पत्रिका के विशेषांक 'भारत 1946-2020 नोआखाली से दिल्ली तक' के ई-संस्करण का लोकार्पण किया। पत्रिका संस्कृति पर्व के विशेषांक 'नोआखाली से दिल्ली तक' में भारतरत्न महामना मदनमोहन मालवीय का अंतिम वक्तव्य जो 1946 के कल्याण विशेषांक में छपा था, उसे पुनः प्रकाशित किया...