कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को यह अंदाजा नहीं रहा होगा कि वह मुलायम सिंह यादव से अपना हिसाब किताब चुकता करने के लिए ताज कॉरीडोर मामले में मायावती को जिस बड़े ‘संकट’ से बाहर निकाल रही हैं, उसका राहुल गांधी के राजनीतिक मिशन पर विपरीत असर पड़ेगा।...
गांधी और राम के बाद लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक मायावती के तीसरे नए शिकार हैं। एक ही आदेश में मायावती ने तिलक का नाम-ओ-निशान मटियामेट कर दिया और ब्रिटिश काल में भारत के स्वतंत्रता सेनानियों पर पुलिस बर्बरता करने के एवज में यूपी पुलिस के पहले डीजी की कुर्सी का ईनाम पाए बीएन लहरी का नाम आबाद कर दिया।...
मानवता, न्याय और यकीन की बुनियाद पर खड़े इस्लाम पर उंगलियां उठ रही हैं। गैर मुसलमानों की नई पीढ़ी में एक शक घर कर रहा है कि क्या आतंकवाद फैलाने का काम मुसलमान करते हैं? द़निया में जो आंखें खोल रहे हैं उनके सामने से इस्लाम की सही तस्वीर ओझल हो रही है। इस पीढ़ी की यह बदकिस्मती कहेंगे कि वह उपदेशों, शिक्षा और नसीहतों से भरे इस्लाम...
उत्तर प्रदेश में वन माफियाओं और वन्य प्राणियों के तस्करों और हत्यारों के सामने सारे कानून तौबा कर रहे हैं। दुधवा में वनराज के साम्राज्य पर तस्करों के लगातार हमलों को कोई रोक नहीं पा रहा है। यकीन नहीं हो रहा हो तो दुधवा नेशनल पार्क आइए और खुद देखिए! शक्ति और शौर्य के प्रतीक बाघ और उन्हें प्राकृतिक संरक्षण देने वाले घने...
जमीनी हकीकत यह है कि मीडिया गंभीर संक्रमण और अग्निपरीक्षा के दौर से गुजर रहा है मीडिया संगठनों में विश्वसनीयता और संचित गुडविल की कीमत पर मुनाफा कमाने की होड़ लगी है। पैसा कमाने के लिए कई तरीके अख्तियार किए जा रहे हैं।...
केंद्र सरकार के वामदलों से रिश्तों में कड़वाहट के बाद सपा का एकाएक केंद्रीय राजनीति में महत्व बढ़ा है। उत्तर प्रदेश में सपा में राजनैतिक सेंधमारी की कोशिशों के बावजूद आज भी मुलायम सिंह यादव मुसलमानों की पहली पसंद बने हुए हैं।...
कल तक जिन्हें मनुवादी कहकर हांसिये पर धकेला जा रहा था, आज उनमें ‘कस्तूरी’ नजर आने लगी है, जिससे इनका ‘राजयोग’ फिर से चमक उठा है। बसपा अध्यक्ष मायावती के लिए, आखिर यही ब्राह्मण सत्ता के कारक बने हैं।...
राजनीतिक खून खराबे की सरजमीं बनते जा रहे पाकिस्तान में अब ऐसी हत्याएं आम होती जा रही हैं। इस समय जो सबसे बड़ी खबर है वह यह चिंता है कि दुनिया का सबसे बड़ा दहशतगर्द ओसामा बिन लादेन अपने खुफिया नेटवर्क के जरिए पाकिस्तान के परमाणु बम के बटन को कब्जाने की योजना बना रहा है।...
देश में जब गैर कांग्रेसी सरकारों का आना हुआ तो वे सरकारें भी आपसी कलह और अन्तर्द्वंद के कारण न तो चल सकीं न दोबारा सत्ता में वापस आ सकीं हैं। इस समय भी यही हाल है। केंद्र की यूपीए सरकार ने वामपंथियों के शामिल होने का देश भारी नुकसान उठा रहा है।...
भारत के लिए परमाणु डील में देर ज्यादा ही परेशानी वाली और नुकसानदेह होती जा रही है क्योंकि भारत को फिलहाल जितनी देश के वामपंथियों की जरूरत है उससे कहीं ज्यादा जरूरत उसे विश्व समुदाय के उन देशों की है जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के आर्थिक सुरक्षा और कूटनीतिक मामलों में अपना पूरा दखल रखते हैं जिन्हें नजरअंदाज करना भारत...
लोकसभा का चुनाव अभी दूर है और भाजपाइयों ने प्रधानमंत्री तय कर लिया है। भाजपा की इसी लॉबी ने ऑपरेशन नरेंद्र मोदी चलाया हुआ है। कारण यह है कि पूरा देश नरेंद्र मोदी को देश के भावी प्रधानमंत्री के रूप में देख रहा है, जिससे भाजपा के बड़े नेता लालकृष्ण आडवाणी, राजनाथ सिंह और दूसरे नेताओं के सीने पर सांप लौट रहा है।...
उमा भारती भाजपा में भी कितनों के राजनीतिक राजयोग की सबसे बड़ी बाधा मानी जाती हैं। मगर भाजपा के ड्राइंगरूमी नेताओं ने अकेलेउमा को ही नहीं बल्कि अपनी पार्टीके कितने ऐसे नेताओं कोठिकाने लगा दिया है,इसका कोई हिसाब नहींहै। आजभाजपा को उमा की बहुत जरूरत है।...
जो लोग भारतीय हाकी फेडरेशन के अध्यक्ष केपीएस गिल को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं वह कितने दूध के धुले हुए हैं वह जरा इस पर भी सोचे। भारतीय हाकी पर किसी एक तरफ से हमला नहीं हुआ है इसके हत्यारे इसी के भीतर छिपे हैं। हाकी में घुसे गिरोहोबाजो ने इसे नौकरी पाने और सैर पर जाने का ऐसा जरिया बनाया कि इसमें सभी ने हाथ धोने शुरू कर दिए।...
पश्चिम उत्तर प्रदेश के दलित, मुस्लिम, पिछड़ा वर्ग और जाट बाहुल्य पट्टी में कई विधानसभा सीटों पर जाट अपनी निर्णायक भूमिका में हैं, जो राजनीतिक मामलों में ज्यादातर चौधरी अजित सिंह के ही साथ चलते हैं। कोई भी स्थिति रही हो अजित सिंह का राजनीतिक महत्व हमेशा से कायम है।...
दुनिया भर के जो सैलानी नेपाल आते हैं, उन्हें अभी नहीं मालूम है कि अब नेपाल बदल गया है। यहां की भोली-भाली जनता लोकतंत्र का मतलब समझने से पहले ही विघटनकारियों की आग उगलती कार्बाइनों और मशीनगनों के सामने धकेल दी गई। उदारवादी नेता हाशिए पर चले गए हैं और माओवादी बंदूक की नोक पर लोकतंत्र की परिभाषा तय करने लग गए हैं।...