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देशसेवा को तैयार मेधावी फ्लाइंग ऑफिसर

भारतीय वायुसेना अकादमी डुंडीगल में भव्य नियुक्ति समारोह

युद्ध क्षेत्र में एयरोस्पेस शक्ति की प्रासंगिकता बढ़ी-एयर चीफ

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Saturday 14 June 2025 06:11:56 PM

brilliant flying officer ready to serve the country

हैदराबाद। भारतीय वायुसेना अकादमी डुंडीगल में संयुक्त स्नातक परेड और भव्य नियुक्ति समारोह हुआ, जो भारतीय वायुसेना की फ्लाइंग और ग्राउंड ड्यूटी शाखाओं के फ्लाइट कैडेटों की नियुक्ति से पूर्व प्रशिक्षण के सफल समापन का प्रतीक है। एयर चीफ मार्शल एपी सिंह चीफ ऑफ द एयर स्टाफ ने परेड का निरीक्षण किया और स्नातक फ्लाइट कैडेटों को राष्ट्रपति की ओरसे नियुक्तिपत्र प्रदान किए। वायुसेना अकादमी में 254 फ्लाइट कैडेट्स ने स्नातक की उपाधि प्राप्त की। एयर मार्शल तेजिंदर सिंह एयर ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ ट्रेनिंग कमांड और एयर मार्शल पीके वोहरा कमांडेंट एएफए ने एयर चीफ का स्वागत किया एवं उन्हें जनरल सलामी दी। शानदार मार्च पास्ट केबाद भारतीय नौसेना के 9 अधिकारियों, भारतीय तटरक्षक बल के 7 अधिकारियों तथा मित्र देश के एक प्रशिक्षु को उड़ान प्रशिक्षण सफलतापूर्वक पूरा करने पर 'विंग्स' प्रदान किए गए।
भारतीय वायुसेना अकादमी डुंडीगल में मुख्य आकर्षण 'नियुक्ति समारोह' था, जिसमें मेधावी स्नातक कैडेटों को आरओ ने फ्लाइंग ऑफिसर के रूपमें नियु‍क्‍त किया। अकादमी के कमांडेंट ने स्नातकों को शपथ दिलाई, इसमें अधिकारियों ने देश की संप्रभुता और सम्मान की रक्षा करने का संकल्प लिया। इस दौरान आकाश गंगा टीम, एयर वॉरियर ड्रिल टीम और सूर्यकिरण एरोबैटिक टीम ने एकसाथ एरोबेटिक्स के रोमांचक प्रदर्शन किया। प्रशिक्षक विमानों ने समन्वित और एकसाथ फ्लाईपास्ट किया। इन विमानों में पिलाटस पीसी-7 एमकेII, हॉक, किरण एमके-I और चेतक शामिल थे। आरओ ने विभिन्न प्रशिक्षण विषयों में असाधारण प्रदर्शन केलिए स्नातकों को सम्मानित किया। फ्लाइंग ब्रांच के फ्लाइंग ऑफिसर रोहन कृष्णमूर्ति को पायलट कोर्स में समग्र योग्यता क्रम में प्रथम आने पर राष्ट्रपति की पट्टिका और चीफ ऑफ द एयर स्टाफ स्वॉर्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित किया गया। फ्लाइंग ऑफिसर निष्ठा वैद को ग्राउंड ड्यूटी शाखाओं में समग्र योग्यता क्रम में प्रथम स्थान प्राप्त करने केलिए राष्ट्रपति की पट्टिका से सम्मानित किया गया।
वायुसेना प्रमुख ने नवनियुक्तों के उत्कृष्ट प्रदर्शन, सटीक ड्रिल मूवमेंट और परेड के उच्चतम मानकों के पालन केलिए उनकी सराहना की। एयर चीफ ने नवनियुक्तों को प्रेरित करते हुए कहाकि जब उन्होंने राष्ट्रसेवा का निर्णय लिया तो उन्होंने एक ऐसा करियर चुना, जो न केवल उनसे अत्‍यधिक अपेक्षा करता है, बल्कि सबसे पुरस्कृत और सम्मानजनक भी है। उन्होंने कहाकि यह समारोह वर्षों के कठोर प्रशिक्षण और दृढ़ता का समापन है, लेकिन यह आपकी पेशेवर यात्रा की शुरुआत मात्र है, आपको अपनी सीमाओं का विस्तार करने और नई क्षमताओं केलिए निरंतर प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहाकि भावी रणक्षेत्र और मुश्किल होता जाएगा, वायुसेना के एक वास्‍तविक एयरोस्पेस बल में तब्दील होने केसाथ आपमें से कई लोग अंतरिक्ष में भारत के कार्यक्रमों में सबसे आगे होंगे, इनका सामना करने केलिए पूर्ण प्रतिबद्धता, अथक ध्यान, नवाचार और अपने काम केप्रति जुनून की आवश्‍यकता होगी। उन्होंने कहाकि आपकी वर्दी राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक है, इसे सम्मान केसाथ पहनें, साहस केसाथ नेतृत्व करें और हमेशा भारतीय वायुसेना के मूल मूल्यों को बनाए रखें।
एयर चीफ ने कहाकि जैसाकि हम भविष्य की ओर देख रहे हैं, दो चीजें निश्चित हैं-युद्ध का तेजीसे बदलता रूप और एयरोस्पेस शक्ति की बढ़ती प्रासंगिकता। वायुसेना प्रमुख ने कहाकि ऑपरेशन सिंदूर भारतीय वायुसेना की बेजोड़ पेशेवर क्षमता का एक शानदार उदाहरण है, हमने दुश्मन पर सटीक और निर्णायक वार करके अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया। उन्होंने कहाकि वायुसेना के भविष्य के रूपमें यह समझना चाहिएकि भारतीय वायुसेना हमेशा से राष्ट्रीय संकट के समय सबसे पहले प्रतिक्रिया देने वाली रही है और आगेभी रहेगी। वायुसेना प्रमुख ने अधिकारियों को सौंपी गई सामूहिक जिम्मेदारी का उल्‍लेख करते हुए कहाकि भारतीय वायुसेना में हर नागरिक का जो भरोसा है, उसपर खरा उतरना हमारा परम कर्तव्य है। ज्ञातव्य हैकि नियुक्ति समारोह वायुसेना अधिकारियों के जीवन में यादगार बना रहता है, क्योंकि उन्हें उनके गौरवांवित माता-पिता और परिवार के सदस्यों की उपस्थिति में राष्ट्रपति की ओर से नियुक्त किया जाता है। यह उनके करियर का सबसे यादगार दिन होता है, जो उनके राष्ट्रसेवा में सम्मान, गर्व और गरिमाभरे जीवन की शुरुआत का प्रतीक है।

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