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Thursday 19 June 2025 02:09:01 PM
नई दिल्ली। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को योग महाकुंभ के रूपमें मनाने की लहर चल पड़ी है। नई दिल्ली के आरकेपुरम हार्टफुलनेस मेडिटेशन सेंटर में तीन दिवसीय योग महाकुंभ आरंभ हुआ। कंटेनर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया और मोरारजी देसाई नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ योग ने हार्टफुलनेस इंस्टीट्यूट के सहयोग से योग कला प्रदर्शन, वेलनेस सेशन और माइंडफुलनेस और सामुदायिक कल्याण पर केंद्रित सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं। एक उत्साहजनक नुक्कड़ नाट्य प्रदर्शन से यह पहल औरभी जीवंत हो गई। योग अभ्यासियों ने आम जिंदगी में इसके महत्व का उल्लेख किया, शारीरिक स्फूर्ति से लेकर मानसिक शांति तकमें इसके लाभ गिनाते हुए संतुलित जीवनशैली केलिए योग अपनाने को प्रेरित किया। ज्ञातव्य हैकि 21 जून 2025 को 11वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस है। देश-दुनिया में इसकी जोरदार तैयारियां चल रही हैं।
लद्दाख के ऊंचाई वाले विरल हवा में एक और योग महाकुंभ 15 जून को आरंभ हुआ। लद्दाख में अंतर्राष्ट्रीय योग और ध्यान महोत्सव-2025 ने पहले ही 13000 फीट से अधिक ऊचांई पर पैंगोंग झील, नुब्रा घाटी, सिंधु घाटी और महाबोधि अंतर्राष्ट्रीय ध्यान केंद्र देवचन परिसर जैसे विस्मयकारी स्थलों पर योग साधना से राष्ट्रीय और वैश्विक स्तरपर ध्यान आकर्षित किया है। आयुष मंत्रालय, महाबोधि अंतर्राष्ट्रीय ध्यान केंद्र, लद्दाख केंद्रशासित प्रशासन, लद्दाख स्वायत्त पर्वतीय विकास परिषद और संबंधित संस्थानों के योग महोत्सव की इसवर्ष की थीम है-‘एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य केलिए योग’ एक सशक्त अभिव्यक्ति है। दूसरा योग महाकुंभ कार्यक्रम 15 जून को नोएडा में हुआ। अर्हम ध्यान योग ने नोएडा के सेक्टर 50 में योग महाकुंभ आरंभ किया, इसमें हरित योग सत्र, निबंध और वाद विवाद प्रतियोगिता और सेक्टर-78 के वेद वन पार्क में संवादात्मक कार्यक्रमों में युवा और कई परिवार उत्साहपूर्वक शामिल हुए। सेक्टर 33ए के शिवालिक पार्क में 21 जून को राष्ट्रव्यापी योग संगम समारोह होगा। अर्हम ध्यान योग अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस-2025 अभियान को और व्यापकता प्रदान करते हुए वैश्विक स्तरपर समानांतर सत्र योग कार्यक्रम आयोजित कर रहा है।
लद्दाख की ऊंची चोटियों से लेकर दिल्ली के सांस्कृतिक केंद्रों और नोएडा के जीवंत स्थानीय पार्कों तक योग महाकुंभ 2025 भारत की योग परंपरा के समृद्ध और समावेशी महोत्सव के रूपमें सामने आ रहा है। इसमें जब विभिन्न भौगोलिक क्षेत्रों के लोग सांस और संतुलन केसाथ जुड़ते हैं तो यह आयोजन योग की सार्वभौमिक अपील तथा स्वस्थ और अधिक सामंजस्यपूर्ण दुनिया को आकार देने की इस साधना में भारत के नेतृत्व को दर्शाता है। ये सभी आयोजन सबके लिए खुले हैं। लोगों को इनमें भाग लेने और जीवनशैली के रूपमें योग को अपनाने केलिए प्रेरित किया जाता है।