स्वतंत्र आवाज़
word map

हौसलों में उड़ान तो मुश्किल आसान!

अदाणी विद्या मंदिर के वत्सल गुप्ता की आईआईएम में जंप

'अदाणी विद्या मंदिर के टीचर्स को वत्सल की सफलता का श्रेय'

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Friday 20 June 2025 01:54:57 PM

vatsal gupta

अहमदाबाद। हौसलों में उड़ान तो मुश्किल आसान। अहमदाबाद के निकोल के रहने वाले वत्सल गुप्ता ने इसे कर दिखाया है। अदाणी विद्या मंदिर अहमदाबाद के स्टूडेंट वत्सल गुप्ता ने टॉप मैनेजमेंट संस्थानों में प्रवेश केलिए आयोजित कैट एग्जाम में 99.51 पर्सेंटाइल हासिल किया है। वत्सल गुप्ता ने आईआईएम रोहतक में दाखिला लिया है। वत्सल गुप्ता कैट स्कोर के आधार पर देश के 6 बड़े मैनेजमेंट कॉलेजों में से किसी मेंभी एडमिशन ले सकता था, लेकिन उसने पढ़ाई केलिए अपनी सहूलियत के मुताबिक आईआईएम रोहतक को चुना है। वत्सल गुप्ता का कहना हैकि उसने सपने में भी नहीं सोचा थाकि अदाणी विद्या मंदिर से उसके लिए देश के जाने-माने मैनेजमेंट इंस्टिट्यूट के दरवाजे खुलेंगे। वत्सल गुप्ता ने साल 2010 में अदाणी विद्या मंदिर में प्रवेश लिया और साल 2020 में 12वीं पास की, उसके बाद बीबीए की डिग्री ली और आईआईएम केलिए कैट की तैयारी शुरू की और सफलता मिली।
वत्सल गुप्ता का कहना हैकि उसने जब एवीएम में एडमिशन लिया तो उसे खुदपर ही भरोसा नहीं थाकि वह जिंदगी में कोई इतना बड़ा मुकाम हासिल कर सकेगा, लेकिन अदाणी विद्या मंदिर के टीचर्स ने उसका पग-पग पर मार्गदर्शन किया। उसका कहना हैकि सभी टीचर्स उसे परिवार की तरह पढ़ाते-संवारते रहे, जब भी जरूरत पड़ी एकस्ट्रा क्लास दी और हौसला कमजोर होने पर प्रोत्साहित किया। वत्सल बताता हैकि जब गणित में उसके मार्क्स कम आए तो उसे बहुत निराशा हुई, लेकिन टीचर्स ने उसका मनोबल बनाए रखा। वत्सल गुप्ता के मुताबिक अदाणी विद्या मंदिर ने उसके मन से गणित का भय निकाला और अच्छे मार्क्स लाने में उसकी मदद की। वत्सल गुप्ता के माता-पिता आईआईएम में उसके चयन का क्रेडिट वत्सल गुप्ता की मेहनत केसाथ-साथ अदाणी विद्या मंदिर को भी देते हैं। वत्सल गुप्ता के पिता जयेश गुप्ता एक डायमंड फर्म में नौकरी करते हैं और माँ प्रीति गुप्ता एक टीचर हैं।
अदाणी विद्या मंदिर अहमदाबाद साल 2008 से शैक्षणिक रूपसे प्रतिभाशाली लेकिन आर्थिक रूपसे कमजोर छात्रों के जीवन में बदलाव लाने का श्रेय ले रहा है। यह स्कूल देश के टॉप स्कूलों में शामिल हो गया है। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की कक्षा 12 के 13 मई 2025 को परिणामों की घोषणा के साथही नाबेट की रैंकिंग में 250 में से 232 अंक हासिल कर यह स्कूल वंचित वर्ग के स्कूलों में पहले स्थान पर और देश के शीर्षस्तरीय स्कूलों में शामिल हो गया है। यह भारतीय गुणवत्ता परिषद के तहत राष्ट्रीय शिक्षा और प्रशिक्षण प्रत्यायन बोर्ड की नवीनतम रेटिंग के अनुसार है। अदाणी विद्या मंदिर 2020 में भारतीय गुणवत्ता परिषद के राष्ट्रीय शिक्षा और प्रशिक्षण प्रत्यायन बोर्ड से मान्यता प्राप्त करने वाला देश का पहला निःशुल्क स्कूल है।

हिन्दी या अंग्रेजी [भाषा बदलने के लिए प्रेस F12]