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राजभवन में अनूप जलोटा की भजन संध्या

भजन संध्या को राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री ने खूब सराहा

अनूप जलोटा गज़ल गायिकी में भी विशिष्ट-राम नाईक

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Wednesday 4 November 2015 06:10:36 PM

raajabhavan mein anoop jalota kee bhajan sandhya

लखनऊ। राजभवन में भजन संध्या का आयोजन किया गया, जिसमें भजन सम्राट अनूप जलोटा ने दी प्रस्तुतियां दीं। राज्यपाल राम नाईक एवं मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अनूप जलोटा के भजनों का खूब आनंद लिया। राजभवन सांस्कृतिक कार्यक्रम की छटा में सरोबोर था। अनूप जलोटा ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। राज्यपाल राम नाईक पत्नी कुंदा नाईक, राज्य के नए मंत्री बलवंत सिंह रामूवालिया, पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी, पूर्व मंत्री लालजी टण्डन, नरेश चन्द्रा, प्रख्यात कवि नीरज, राजा महमूदाबाद, उत्तर प्रदेश योजना आयोग के उपाध्यक्ष एनसी बाजपेई, विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपति, वरिष्ठ प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। इस अवसर पर राज्यपाल ने अनूप जलोटा एवं उनके साथी कलाकारों को पुष्प गुच्छ एवं अंग वस्त्र देकर सम्मानित भी किया।
राज्यपाल ने कार्यक्रम से पूर्व अनूप जलोटा के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि अनूप जलोटा ने अपने भजन के साथ-साथ गज़ल गायिकी में विशिष्ट ख्याति अर्जित की है, उनका लखनऊ से पुराना नाता है। उन्होंने कहा कि मैं महाराष्ट्र से हूं, इसलिए अनूप जलोटा मेरे पूर्व परिचित हैं। उन्होंने कहा कि लखनऊ अपनी गंगा जमुनी संस्कृति के साथ-साथ साहित्य, शायरी, नृत्य, संगीत एवं गायन कला का भी प्रमुख केन्द्र रहा है। अनूप जलोटा ने भजन संध्या में लोकप्रिय भजन गोविन्द जय जय गोपाल जय जय, मैय्या मोरी मैं नहीं माखन खायो, छोटी-छोटी गैय्या छोटे-छोटे ग्वाल, ऐसी लागी लगन मीरा हो गयी मग‘, प्रभु जी तुम चंदन मैं पानी तथा कभी राम बन के कभी श्याम बन के अपने विशिष्ट अंदाज में प्रस्तुत किए।
अनूप जलोटा की साथी कलाकार निर्मला ने यूं हसरतों के दाग़ मोहब्बत में धो लिये, खुद दिल से दिल की बात कही और रो लिये प्रस्तुत करके उपस्थित जनसमूह को भाव विभोर कर दिया। उल्लेखनीय है कि राज्यपाल राम नाईक ने जब से पदभार ग्रहण किया है, तब से विभिन्न अवसरों पर राजभवन सांस्कृतिक कार्यक्रमों का गवाह बना है। बात चाहे विगत वर्षदीपावली पर्व पर उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र के कार्यक्रम की हो, होली के अवसर पर भातखण्डे संगीत विश्वविद्यालय की प्रस्तुति हो या पीठासीन अधिकारियों के स्वागत में आयोजित कवि सम्मेलन मुशायरा अथवा अक्षय तृतीया के पर्व पर आदर्श कुष्ठ आश्रम की भजन मण्डली द्वारा प्रस्तुत भजनों की हो, राज्यपाल राम नाईक ने राजभवन में सदैव कलाकारों एवं अतिथियों का गर्मजोशी से स्वागत किया है।

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