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भारत-अमरीका का ओपन गवर्नमेंट प्‍लेटफॉर्म

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ओपन गवर्नमेंट प्‍लेटफॉर्म/open government platform

नई दिल्ली। संचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री कपिल सिब्‍बल ने भारत के ओपन गवर्नमेंट प्‍लेटफॉर्म (ओजीपीएल) का नई दिल्लीमें शुभारंभ किया। भारत और अमरीका का संयुक्‍त रूप से विकसित ओजीपीएल एक सॉफ्टवेयर प्‍लेटफॉर्म है, जिसका उद्देश्‍य सरकार के आंकड़ों और दस्तावेजों तक जनता की पहुंच को बढ़ाना है और सरकार के साथ लोगों को जोड़ने की प्रक्रिया को प्रोत्‍साहित करना है। ओजीपीएल में भारत के India.gov.in और अमरीका की साइट data.gov के सर्वश्रेष्‍ठ फीचर शामिल हैं।
ओजीपीएल को भविष्‍य की दिशा में पहला कदम बताते हुए सिब्‍बल ने कहा कि, सूचना ही अधिकार है और यह प्‍लेटफॉर्म नागरिकों को समेकित आंकड़े प्रदान करके शक्ति का हस्‍तांतरण करेगा, इस प्‍लेटफॉर्म का शासन में सुधार, जवाबदेही बढ़ाने और भारत और अमरीका के बीच सहयोग बढ़ाने पर महत्‍वपूर्ण प्रभाव पड़ेगा। यह प्रयास दोनों पक्षों की सामूहिक क्षमता का लाभ उठाने का परिणाम है और मिलकर काम करने का एक अच्‍छा उदाहरण है। सार्वजनिक सूचना बुनियादी ढांचे और नवपरिवर्तन के बारे में प्रधानमंत्री के सलाहकार सैम पित्रोदा ने सूचना के लोकतांत्रिकरण और ओजीपीएल जैसे नये साधन और प्‍लेटफॉर्म बनाकर शासन में सुधार की जरूरत के बारे में जानकारी दी।
राष्‍ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र के महानिदेशक डॉ बीके गेरोला ने इस परियोजना में तकनीकी सहयोगी के रूप में एनआईसी की भूमिका की चर्चा की। उन्‍होंने इस प्‍लेटफॉर्म की क्षमताओं को उजागर किया और इसके तकनीकी पहलुओं की जानकारी दी। अमरीका के प्रभारी राजदूत पीटर बर्लिग ने कहा कि ओपन गवर्नमेंट प्‍लेटफॉर्म एक नये किस्‍म के कूटनीतिक सहयोग को दर्शाता है, वैश्विक समुदाय लाभांवित होगा। अमरीका के दक्षिण और मध्‍य एशियाई मामलों के सहायक विदेश मंत्री रोबर्ट ब्‍लेक ने अमरीका-भारत सहयोग के बारे में प्रेस को जानकारी दी। अमरीका की ओर से परियोजना प्रमुख और मुख्‍य सूचना अधिकारी स्‍टीव वेन रॉकल और उपमुख्‍य प्रौद्योगिकी अधिकारी क्रिस्‍बेन ने व्‍हाइट हाउस से वीडियों के जरिए शामिल होकर बताया कि किस प्रकार भारत और अमरीका (भारत के नेशनल इंफोरमेटिक्‍स सेंटर (एनआईसी) तथा अमरीका के जनरल सर्विसेस एडमिनरूट्रेशन) के दलों ने इसे विकसित करने के लिए परियोजना पर मिलकर कार्य किया।
ओपन गवर्नमेंट प्‍लेटफॉर्म को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और अमरीकी राष्‍ट्रपति बराक ओबामा नेदिल्‍ली में नवंबर 2010 में घोषित पहलों की एक शृंखला के रूप में शुरू किया था। इसका संचालन भारतीय पक्ष की तरफ से सैम पित्रोता ने और अमरीका की ओर से राष्‍ट्रपति बरॉक ओबामा के पूर्व मुख्‍य प्रौद्योगिकी अधिकारी अनीस चोपड़ा ने किया। प्‍लेटफॉर्म का उद्देश्‍य सरकारी आंकड़ों और उनकी पहुंच को बढ़ाना है, दुनिया के इच्‍छुक देशों और शहरों के लिए सरकार की सेवाओं की पहुंच सुधारना है, साथ ही सरकार की पारदर्शिता, जवाबदेही और लोगों की भागीदारी को बढ़ावा देना है।
ओजीपीएल की मुख्‍य विशेषताएं हैं-सरकार के विभिन्‍न विभागों से आंकड़ों, दस्‍तावेजों तथा प्रक्रियाओं को प्रकाशित करने की क्षमता। डेटा सेटों की स्‍वीकृति तथा प्रबंधन के लिए आंतरिक रूप से कार्य करने की प्रक्रिया। राष्‍ट्रीय प्राथमिकता से संबंधित विषयों डेटा रिच कम्‍युनिटी स्‍पेसिस को बनाने की क्षमता। संघीय, केंद्र, राज्‍य, जिला, नगर निगम तथा स्‍थानीय स्‍तरों से आंकड़े जोड़ने की क्षमता के साथ सरकार के विभिन्‍न स्‍तरों पर क्‍लाउड/होस्‍ट आधारित कार्य। ओपन र्सोस आर्किटेक्‍चर से सरकारी आंकड़ों को देखने, तुलना करने तथा उसके इस्‍तेमाल की नई विशेषताओं तथा अनुप्रयोगों को विकसित करने के लिए सॉफ्टवेयर बनाने वालों को अनुमति देना। इसकी शुरूआत के साथ ही दोनों पक्ष ओजीपीएल के इस्‍तेमाल को बढ़ावा देने पर कार्य कर सकेंगे।

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