स्वतंत्र आवाज़
word map

अटल बिहारी वाजपेयी एक महान व्यक्तित्व-उपराष्ट्रपति

अटलजी ने भारत को आत्मविश्वासी व आत्मनिर्भर राष्ट्र के रूपमें स्थापित किया

इंदौर में अटल फाउंडेशन का अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म शताब्दी समारोह

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Monday 22 December 2025 12:04:28 PM

atal bihari vajpayee's birth centenary celebrations

इंदौर। उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन भारतरत्न अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म शताब्दी समारोह में शामिल हुए। यह कार्यक्रम इंदौर में अटल फाउंडेशन ने आयोजित किया था। उपराष्ट्रपति ने तमिल क्लासिक तिरुक्कुरल के एक दोहे को याद करते हुए कहाकि जन्म से सभी मनुष्य समान होते हैं, जबकि महानता अपने कर्मों से प्राप्त की जाती है। उपराष्ट्रपति ने कहाकि अटल बिहारी वाजपेयी कोई साधारण व्यक्ति नहीं थे, बल्कि स्वयं एक मिशन थे, जो सिद्धांतों और मूल्यों केप्रति अपनी प्रतिबद्धता में हमेशा ‘अटल’ बने रहे। उन्होंने कहाकि अटल बिहारी वाजपेयी को एक राजनेता, प्रशासक, सांसद, कवि के रूपमें उनके उदाहरणीय कार्यों केलिए याद किया जाता है और सम्मानित किया जाता है और सबसे ऊपर एक महामानव के रूप में। उपराष्ट्रपति ने कहाकि अटल बिहारी वाजपेयी संवाद, समावेशी विकास और मजबूत लेकिन मानवीय शासन में गहराई से विश्वास रखते थे। उन्होंने कहाकि अटलजी ने गरिमा और शालीनता केसाथ सार्वजनिक विमर्श को ऊंचा उठाया और यह प्रदर्शित कियाकि राजनीति सिद्धांतपूर्ण और करुणामय हो सकती है। उन्होंने कहाकि यही कारण हैकि अटल बिहारी वाजपेयी का जन्मदिन सुशासन दिवस के रूपमें मनाया जाता है।
उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन ने व्यक्तिगत संस्मरण साझा करते हुए याद कियाकि अटल बिहारी वाजपेयी सांसदों केलिए हमेशा सुलभ रहते थे और राष्ट्रनिर्माण केलिए सभी पक्षों से सुझावों से रू-ब-रू होते थे। उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी के प्रधानमंत्री कार्यकाल के दौरान झारखंड, छत्तीसगढ़ और उत्तराखंड राज्यों के गठन का उल्लेख किया और इसे शासन प्रशासन को बेहतर बनाने केलिए दूरदर्शी कदम बताया। राष्ट्रनिर्माता के रूपमें अटल बिहारी वाजपेयी के योगदान को रेखांकित करते हुए उपराष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना और गोल्डन क्वाड्रिलेटरल परियोजना जैसी ऐतिहासिक पहलों का उल्लेख किया। वर्ष 1998 के पोखरण परमाणु परीक्षणों का जिक्र करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहाकि अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व ने भारत को आत्मविश्वासी और आत्मनिर्भर राष्ट्र के रूपमें दृढ़ता से स्थापित किया। उन्होंने कहाकि अटल बिहारी वाजपेयी का विज्ञान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आगे बढ़ाया जा रहा है, जो विकसित भारत @2047 के लक्ष्य की ओर राष्ट्र को निर्देशित कर रहे हैं।
उपराष्ट्रपति ने अटल बिहारी वाजपेयी के तमिलनाडु से गहरे जुड़ाव को याद किया, उनकी भाषाई विविधता, सांस्कृतिक बहुलता और संवाद केप्रति सम्मान का उल्लेख करते हुए, जिसने उन्हें राजनीतिक और वैचारिक सीमाओं को पार करते हुए प्रशंसा दिलाई। अटल बिहारी वाजपेयी को आधुनिक भारत को ईमानदारी, बुद्धिमत्ता और लोकतांत्रिक मूल्यों केप्रति अटल प्रतिबद्धता केसाथ ढालने वाली एक ऊंचा व्यक्तित्व बताते हुए उपराष्ट्रपति ने कहाकि उनका जीवन राष्ट्र की याद दिलाता हैकि नेतृत्व केवल सत्ता के बारेमें नहीं, बल्कि सेवा, जिम्मेदारी और लोगों केप्रति प्रतिबद्धता के बारे में है। उपराष्ट्रपति ने डेली कॉलेज परिसर में देवी अहिल्याबाई होलकर की प्रतिमा का अनावरण किया। अहिल्या बाई होलकर को लोगों के कल्याण और समृद्धि केलिए नि:स्वार्थ रूपसे जीवन समर्पित करने वाली दूरदर्शी शासिका बताते हुए उन्होंने इंदौर को देश के सबसे स्वच्छ शहर के रूपमें लगातार शीर्ष स्थान प्राप्त करने पर बधाई दी और इसे सामूहिक नागरिक जिम्मेदारी का प्रतिबिंब बताया। इस अवसर पर मध्य प्रदेश के राज्यपाल मांगूभाई पटेल, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

हिन्दी या अंग्रेजी [भाषा बदलने के लिए प्रेस F12]