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Tuesday 14 October 2025 03:02:46 PM
वलसाड (गुजरात)। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रेलवे सुरक्षा बल क्षेत्रीय प्रशिक्षण केंद्र वलसाड में रेलवे सुरक्षा बल की स्थापना दिवस परेड में आरपीएफ कर्मियों को उनके उत्कृष्ट एवं साहसिक कार्यों केलिए प्रतिष्ठित राष्ट्रपति पदक, जीवन रक्षा पदक देकर सम्मानित किया। अश्विनी वैष्णव ने कहाकि ये सम्मान देश के रेल नेटवर्क की सुरक्षा में आरपीएफ की अनुकरणीय सेवा को दर्शाते हैं और बल के सदस्यों को नए जोश केसाथ अपने समर्पित प्रयासों को जारी रखने केलिए भी प्रेरित करते हैं। अश्विनी वैष्णव ने आरपीएफ परेड की औपचारिक सलामी भी ली, जो अनुशासन और प्रतिबद्धता का एक सराहनीय प्रदर्शन था। उन्होंने परेड के दौरान कर्मियों के प्रदर्शित अनुशासन, सटीकता और समर्पण की सराहना की। उन्होंने आरपीएफ कर्मियों को उनके स्थापना दिवस पर हार्दिक बधाई दी और यात्रियों तथा रेल संपत्ति की सुरक्षा करने में उनके अटूट समर्पण और प्रतिबद्धता की भी तारीफ की। उन्होंने हालही में महाकुंभ में लाखों श्रद्धालुओं की सुरक्षा, सुरक्षित व सुगम यात्रा सुनिश्चित करने में आरपीएफ की उल्लेखनीय सेवा की प्रशंसा की।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहाकि भारतीय रेलवे एक ऐतिहासिक बदलाव के दौर से गुज़र रहा है, बीते 11 साल में करीब 35000 किलोमीटर नई रेल पटरियां बिछाई गई हैं और 99 प्रतिशत रेलवे नेटवर्क (करीब 60,000 किलोमीटर) का विद्युतीकरण किया जा चुका है। वर्तमान में लगभग 150 वंदे भारत और 30 अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेनें चल रही हैं, जो यात्रियों को विश्वस्तरीय यात्रा का अनुभव प्रदान करती हैं। अमृत भारत स्टेशन योजना केतहत 1300 स्टेशनों का पुनर्विकास किया जा रहा है, जिनमें से 110 स्टेशनों का उद्घाटन हो चुका है और शेष पर काम तेज़ी से चल रहा है। उन्होंने बतायाकि त्योहारी सीज़न की मांग को पूरा करने केलिए दीवाली और छठ केलिए रिकॉर्ड 12000 से ज़्यादा विशेष ट्रेनें चलाई जा रही हैं, ताकि सभी यात्रियों की यात्रा सुविधाजनक हो सके। अश्विनी वैष्णव ने बतायाकि दिल्ली-हावड़ा और दिल्ली-मुंबई जैसे प्रमुख मार्गों पर कवच प्रणाली का तेज़ीसे उपयोग किया जा रहा है और यह अपने अंतिम चरण में है, कवच को 1200 इंजनों पर लगाया जा चुका है।
अश्विनी वैष्णव ने कहाकि हर साल लगभग 7000 कोच बनाए जा रहे हैं, जबकि आम लोगों की सुविधा केलिए 3500 सामान्य कोच भी जोड़े गए हैं। उन्होंने कहाकि आरपीएफ में आधुनिक प्रौद्योगिकी का बड़े पैमाने पर उपयोग किया जा रहा है और इस दिशामें ज़रूरी प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। गौरतलब हैकि आरपीएफ स्थापना दिवस जनता केप्रति आरपीएफ कर्मियों की प्रतिबद्धता की पुष्टि करने का दिन है। आरपीएफ एक करुणामयी बल के रूपमें उभरा है, क्योंकि यह रेलवे के संपर्क में आनेवाली महिलाओं, बच्चों, बीमारों, बुजुर्गों, दिव्यांगों और देखभाल व सुरक्षा की ज़रुरत वाले लोगों की मदद करता है। यह बल रेल यात्रियों को सुरक्षित और आरामदायक यात्रा अनुभव प्रदान करने केलिए चौबीस घंटे काम कर रहा है। परिवहन सुरक्षा में अहम भूमिका निभाकर, आतंकवादी कृत्यों के विरुद्ध निवारक कार्रवाई करके, मानव तस्करी सहित तमाम अपराधों से लड़कर, अपराधों का पता लगाने में पुलिस और कानून प्रवर्तन एजेंसियों की सहायता करके, कानून व्यवस्था बनाए रखने में सहायता करते हुए यह राष्ट्रीय सुरक्षा ग्रिड में एक महत्वपूर्ण हितधारक बन गया है। रेलवे सुरक्षा बल ने सेवा ही संकल्प के उद्देश्य को साकार करने केलिए राष्ट्र और उसके नागरिकों की सेवा केलिए पूरी लगन, ईमानदारी और कड़ी मेहनत केसाथ खुदको समर्पित किया है और अपने आदर्श वाक्य ‘यशो लाभस्व’ की दिशा में काम करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है।