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Tuesday 10 June 2025 01:42:05 PM
जोधपुर। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा हैकि दुनियाभर में प्रतिभाशाली और नवोन्मेषी भारतीय युवाओं की भारी मांग है। उन्होंने कहाकि भारत अपने युवाओं की प्रतिभा और क्षमता के बल पर वैश्विक चुनौतियों का समाधान ढूंढने में दुनिया का नेतृत्व कर रहा है। उन्होंने कहाकि युवा देश के सामाजिक, आर्थिक और तकनीकी विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं और उनको देशकी बेहतरी केलिए नवीनतम प्रौद्योगिकी और नवाचार का उपयोग करने केलिए प्रेरित किया। लोकसभा अध्यक्ष भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) जोधपुर में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कररहे थे। ओम बिरला ने कहाकि भारत आधुनिक विज्ञान और अपनी समृद्ध आध्यात्मिक विरासत की दोहरी ताकत का उपयोग करके वैश्विक मंच पर तेजीसे बढ़ रहा है। उन्होंने कहाकि भारतीय युवा आज नौकरी चाहने वालों की बजाय नौकरी देनेवाले बनने की ओर अग्रसर हैं और आईआईटी संस्थानों की इसमें उल्लेखनीय भूमिका है।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहाकि आईआईटी स्नातक देशमें स्टार्टअप इकोसिस्टम को मजबूत करने और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने में अग्रणी हैं। उन्होंने कहाकि युवाओं को 'विकसित भारत' की यात्रा में सक्रिय भागीदार बनना चाहिए। उन्होंने कहाकि देश की प्रगति आधुनिक प्रौद्योगिकी और उसकी आध्यात्मिक परंपराओं में निहित शाश्वत मूल्यों के सामंजस्यपूर्ण एकीकरण में निहित है एवं यह संतुलित दृष्टिकोण न केवल नवाचार और विकास को बढ़ावा देता है, बल्कि यहभी सुनिश्चित करता हैकि विकास नैतिक, समावेशी और सतत हो। उन्होंने कहाकि वैज्ञानिक ज्ञान और आध्यात्मिक ज्ञान दोनों को अपनाकर भारत समग्र राष्ट्रीय विकास की दिशामें एक अनूठा मार्ग बना रहा है। ओम बिरला ने खिलौनों के निर्माण से लेकर रक्षा उपकरणों तक विभिन्न क्षेत्रोंमें आत्मनिर्भरता हासिल करने में भारत की सफलता का उल्लेख किया। उन्होंने कहाकि इसतरह के प्रयासों ने भारत के डिजिटल इकोसिस्टम केसाथ मिलकर आत्मनिर्भर भारत की प्रतिबद्धता को बढ़ावा दिया है।
देशमें तकनीकी शिक्षा को सुदृढ़ करने में आईआईटी की भूमिका की सराहना करते हुए लोकसभा अध्यक्ष ने कहाकि देश के प्रत्येक कॉलेज और विश्वविद्यालय को नवाचार एवं उत्कृष्टता का केंद्र बनने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहाकि उच्चशिक्षण संस्थानों को पारंपरिक शिक्षण विधियों से आगे बढ़कर छात्रों में रचनात्मकता और समस्या समाधान कौशल को सक्रिय रूपसे बढ़ावा देना चाहिए। उन्होंने कहाकि अनुसंधान, उद्यमशीलता और उद्योग केसाथ सहयोग को प्रोत्साहित करके ये संस्थान विज्ञान, प्रौद्योगिकी और ज्ञान आधारित क्षेत्रोंमें भारत के विकास को बढ़ावा देने में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने कहाकि आईआईटी छात्रों ने आधुनिक तकनीक को भारतीय सोच और नए दृष्टिकोण केसाथ जोड़कर भारत को गौरवांवित किया है। लोकसभा अध्यक्ष ने कहाकि शैक्षणिक संस्थान मात्र सीखने के स्थान नहीं होने चाहिएं, बल्कि एक जीवंत इकोसिस्टम होना चाहिए, जहां विचारों का पोषण हो, प्रतिभाओं का विकास और भावी नेतृत्वकर्ता का निर्माण हो। उन्होंने गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, शिक्षक विकास और अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे पर नए सिरे से ध्यान केंद्रित करने का आह्वान किया, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सकेकि भारतीय कॉलेज और विश्वविद्यालय वैश्विक स्तरपर प्रतिस्पर्धा करने और राष्ट्रीय विकास में सार्थक योगदान देने केलिए अच्छी तरह से सुसज्जित हों।
आईआईटी जोधपुर की गौरवशाली यात्रा पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए ओम बिरला ने कहाकि आईआईटी जोधपुर ने अपनी केंद्रित दृष्टि और कड़ी मेहनत से वैश्विक अनुसंधान, नवाचार और समाज में वैज्ञानिक सोच बढ़ाने केलिए कई बड़े कदम उठाए हैं। उन्होंने कहाकि आईआईटी जोधपुर ने राजस्थान के रेगिस्तानी क्षेत्रमें युवाओं केलिए एक नया दृष्टिकोण प्रस्तुत किया है। लोकसभा अध्यक्ष ने आईआईटी जोधपुर के निदेशक प्रोफेसर अविनाश के अग्रवाल के दूरदर्शी नेतृत्व और विकसित भारत 2047 के विजन की दिशामें नवाचार, रक्षा प्रौद्योगिकी और सतत विकास में संस्थान की महत्वपूर्ण पहल की सराहना की। उन्होंने कहाकि भौगोलिक दृष्टि से चुनौतीपूर्ण क्षेत्रमें यह प्रबंधन संस्थान आशा और प्रगति का प्रतीक है, जो विश्वस्तरीय शिक्षा, अत्याधुनिक अनुसंधान और नवाचार केसाथ युवाओं को सशक्त बना रहा है। इस मौके पर ओम बिरला ने आईआईटी जोधपुर के अत्याधुनिक लेक्चर हॉल कॉम्प्लेक्स-II का उद्घाटन किया। उन्होंने आईआईटी में ‘रिसर्च इनिशिएटिव ग्रांट’ वितरित की, जिससे शोधकर्ताओं और नवाचार संबंधी परियोजनाओं को प्रोत्साहन मिलेगा, इसी केसाथ नई वेबसाइट लॉंच की तथा खेल-खेल में विज्ञान कॉमिक्स श्रृंखला का विमोचन किया और परिसर में एक पौधा भी लगाया।