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राष्ट्रीय-राज्य प्राकृतिक इतिहास संग्रहालय में करार

पर्यावरण संरक्षण एवं पर्यावरण शिक्षा की दिशा में मिलकर करेंगे कार्य

स्कूल और कॉलेज के छात्रों के लिए कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Thursday 13 April 2023 02:41:36 PM

agreement in national and state natural history museum

लखनऊ/ नई दिल्ली। राष्ट्रीय प्राकृतिक इतिहास संग्रहालय नई दिल्ली और राज्य संग्रहालय लखनऊ ने जनता केबीच पर्यावरण संरक्षण और पर्यावरण शिक्षा की दिशा में मिलकर कार्य करने केलिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। एमओयू केतहत प्रकृति केप्रति जागरुकता केलिए स्कूल-कॉलेज के छात्रों केलिए कार्यक्रम आयोजित करने के बहुआयामी प्रयास किए जाएंगे। समझौता ज्ञापन पर राष्ट्रीय प्राकृतिक इतिहास संग्रहालय की निदेशक नाज रिज़वी और राज्य संग्रहालय लखनऊ के निदेशक डॉ आनंद कुमार सिंह ने पर्यटन भवन गोमतीनगर लखनऊ में संस्कृति और पर्यटन के प्रमुख सचिव मुकेश मिश्रा की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए।
राष्ट्रीय प्राकृतिक इतिहास संग्रहालय की स्थापना देश की प्राकृतिक विरासत पर जागरुकता को चित्रित करने और बढ़ावा देने केलिए भारत की स्वतंत्रता की रजत जयंती समारोह केदौरान राष्ट्रीय स्तर के संस्थानों में से एक के रूपमें की गई थी। पर्यावरण शिक्षा केलिए समर्पित राष्ट्रीय प्राकृतिक इतिहास संग्रहालय संस्थान मुख्य रूपसे विषय आधारित प्रदर्शनी दीर्घाओं, अनुभवात्मक संसाधन केंद्रों जैसेकि डिस्कवरी गतिविधि कक्ष और शैक्षिक एवं आउटरीच गतिविधियों से सम्पन्न है, इसका उद्देश्य देश की समृद्ध प्राकृतिक विरासत और प्राकृतिक इतिहास भू-विज्ञान, वनस्पति विज्ञान और जीव विज्ञान को चित्रित करना है। राष्ट्रीय प्राकृतिक इतिहास संग्रहालय का मुख्य उद्देश्य राष्ट्रीय स्तर पर पर्यावरण शिक्षा को बढ़ावा देना है।
राष्ट्रीय संस्थान के रूपमें राष्ट्रीय प्राकृतिक इतिहास संग्रहालय का दायित्व देशभर में पर्यावरण जागरुकता पैदा करना और संरक्षण शिक्षा को बढ़ावा देना है। इस उद्देश्य को प्राप्त करने केलिए एनएमएनएच ने देश के दक्षिणी, मध्य, पूर्वी और पश्चिमी क्षेत्रों में अपने चार क्षेत्रीय संग्रहालयों के माध्यम से अपनी सेवाओं और अपने दृष्टिकोण को एक राष्ट्रव्यापी आउटरीच केलिए विस्तारित किया है। उत्तर पूर्वी क्षेत्र में एक आगामी क्षेत्रीय केंद्र स्थापित किया जाएगा। राज्य संग्रहालय लखनऊ राज्य का एक प्रतिष्ठित और सबसे पुराना बहुउद्देश्यीय संग्रहालय है, जिसमें पुरातत्व, प्राकृतिक इतिहास, सजावट, कला और मुद्राशास्त्र से संबंधित कलाकृतियों का अद्भुत संग्रह है।
प्राकृतिक और ऐतिहासिक कलाकृतियों के संरक्षण, प्रदर्शन, अनुसंधान और प्रकाशन के साथ-साथ संग्रहालय समय-समय पर अस्थायी एवं स्थायी प्रदर्शनी दीर्घाओं, तकनीकी अधिकारियों एवं कर्मचारियों केलिए कार्यशालाओं, बुद्धिजीवियों और शोधकर्ताओं केलिए सेमिनार, कला प्रशंसा पाठ्यक्रम और अन्य शैक्षिक कार्यक्रमों का आयोजन करता है। राज्य संग्रहालय लखनऊ देश के अन्य संग्रहालयों के सहयोग से देश और दुनिया की समृद्ध विरासत के संदर्भ में देश के विभिन्न क्षेत्रों में जागरुकता फैलाने के उद्देश्य से कार्य करता है।

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