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एलोपैथिक दुष्‍प्रभाव पर कोई अध्‍ययन नहीं

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Friday 26 April 2013 04:53:25 AM

नई दिल्‍ली। स्‍वास्‍थ्‍य एवं परिवार कल्‍याण मंत्री अबु हासिम खान चौधरी ने राज्‍य सभा में भारतीय चिकित्‍सा अनुसंधान परिषद के हवाले से कहा है कि ऐसा कोई व्‍यवस्थित अध्‍ययन नहीं किया गया है कि एलोपैथिक दवाइयों के नियमित उपयोग से नई समस्‍याएं बढ़ रही हैं। आयुष विभाग ने जानकारी दी है कि पिछले कुछ वर्षों के दौरान आयुर्वेद और योग के प्रति लोगों का रुझान बढ़ा है।
आयुष विभाग आयुर्वेद और योग सहित आयुष पद्धतियों के बारे मे जागरूकता फैलाने के लिए अनेक प्रचारक और संवर्द्धनात्‍मक गतिविधियों को बढ़ावा दे रहा है। इन गतिविधियों का लक्ष्‍य स्‍वास्‍थ्‍य में सुधार और बीमारियों की रोकथाम करना है। इन प्रणालियों को अपनाने में अनुमानित कितनी वृद्धि हुई है, इस बारे में कोई विशेष आंकड़े उपलब्‍ध नहीं है। हालांकि आयुष विभाग के अंतर्गत रा‍ष्‍ट्रीय संस्‍थान के ओपीडी और आईपीडी में उपस्थिति और विभाग के आरोग्‍य मेलों, स्‍वास्‍थ्‍य सम्‍मेलन, सेमिनारों और कार्यशालाओं में भागीदारी तीव्र गति से बढ़ रही है।

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