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नागालैंड में मोन मेडिकल कॉलेज की नींव रखी

मोन मेडिकल कॉलेज से पड़ोसी राज्यों के साथ म्यांमार को भी लाभ

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री एवं नागालैंड के मुख्यमंत्री ने रखी आधारशिला

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Saturday 27 February 2021 04:22:45 PM

union health minister  ays foundation stone of mon medical college

कोहिमा। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने नागालैंड के मुख्यमंत्री नीफिउ रियो और स्वास्थ्य मंत्री एसएस पनग्यानुफोम के साथ मोन जिला मुख्यालय में मोन मेडिकल कॉलेज की आधारशिला रखी। डॉ हर्षवर्धन ने इस अवसर पर कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने योजनाबद्ध तरीके से पूर्वोत्तर के समग्र विकास की योजना बनाई है। डॉ हर्षवर्धन ने जानकारी दी कि वर्तमान में देश में 562 मेडिकल कॉलेज हैं, जिनमें से 286 सरकारी क्षेत्र में हैं, जबकि 276 निजी क्षेत्र में हैं, अन्य 175 मेडिकल कॉलेज भी विकास की प्रक्रिया में हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2013-14 में 52,000 एमबीबीएस सीटों के मुकाबले अब 84,000 यूजी सीटें हैं, कई चिकित्सा आयोग भी स्थापित किए जा रहे हैं, देश में लगभग 1,50,000 स्वास्थ्य और कल्याण केंद्र स्थापित किए गए हैं।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने नागालैंड में दूसरे मेडिकल कॉलेज के उद्घाटन पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि इसकी स्थापना के लिए केंद्र प्रायोजित योजना के तीसरे चरण के तहत 325 करोड़ रुपये की लागत की मंजूरी दी गई है, इसको वर्तमान जिला एवं रेफरल अस्पताल से संलग्न करते हुए स्थापित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस परियोजना में केंद्रीय हिस्सेदारी 292.50 करोड़ रुपये की होगी और इसके 2023-24 तक पूरा होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि पिछड़े और नागालैंड की राजधानी के सबसे दूर-दराज के जिलों में से एक मोन में मेडिकल कॉलेज के बनने से लगभग 2.5 लाख लोगों को घर के नज़दीक किफायती और स्वास्थ्य सुविधाएं प्राप्त हो सकेंगी। डॉ हर्षवर्धन ने कोविड-19 का मुकाबला करने में स्वास्थ्य कर्मियों के अग्रिम प्रयासों की सराहना की और कहा कि भारत कोरोना महामारी के खिलाफ युद्ध में कई विकसित देशों से आगे है।
डॉ हर्षवर्धन ने आम लोगों को बीमा प्रदान करने में केंद्र सरकार के आयुष्मान भारत कार्यक्रम के महत्व का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य भारत से 2025 तक क्षय रोग (टीबी) को खत्म करना है और राज्य सरकार से इसे सुनिश्चित करने के लिए काम करने का आग्रह किया। नागालैंड के मुख्यमंत्री नीफिउ रियो ने कहा कि इस मेडिकल कॉलेज से न केवल मोन और नागालैंड को, बल्कि पड़ोसी राज्य असम और अरुणाचल प्रदेश तथा यहां तककि म्यांमार के लोगों को भी फायदा होगा। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार पीपीपी मोड के तहत इसका संचालन करेगी। उन्होंने कहा कि मोन मेडिकल कॉलेज देश के 75 जिलों में बनाए जाने वाले जिला मेडिकल कॉलेजों में से एक है। कार्यक्रम में नागालैंड के लोकसभा सांसद तोखेहोयप्टोमी, नागालैंड के प्रमुख सचिव (स्वास्थ्य) अमरदीप एस भाटिया, मोन के जिला कलेक्टर थवसीलन के, समाज कल्याण सलाहकार नोके वांगनाओ, होमगार्ड्स, सिविल डिफेंस के वरिष्ठ अधिकारी, राजनीतिक पदाधिकारी और चिकित्सक शामिल हुए।

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